यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं शुरू हो गईं हैं. पहले ही दिन नक़ल पर सख़्ती का असर दिखा और 3 लाख छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी. इस बार परीक्षा की कई स्तरों पर मॉनिटरिंग की जा रही है तो वहीं फ़र्ज़ी कक्ष निरीक्षकों पर रोक लगाने के लिए शिक्षकों का बार कोड युक्त आई कार्ड बनाया गया है. नक़ल कराने और पेपर लीक करने पर जेल होगी.
तीन लाख से ज़्यादा परीक्षार्थी रहे अनुपस्थित
यूपी माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं 22 फ़रवरी से शुरू हुईं हैं. पहली पाली में कुल पंजीकृत रहे 29,43,786 परीक्षार्थियों में से 2,03,299 परीक्षार्थी और दूसरी पाली की परीक्षा में कुल पंजीकृत रहे 24,67,715 परीक्षार्थियों में से 1,30,242 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे. यानी आज पहले दिन 3,33,541 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी.
पहले दिन परीक्षा में अनुचित साधन का प्रयोग करते हुए 5 परीक्षार्थी पकड़े गये जिनमें चार बालक एवं एक बालिका परीक्षार्थी है. पहली पाली की परीक्षा में पकड़े गए कुल 7 छद्म परीक्षार्थियों के विरूद्ध एवं 1 केंद्र व्यवस्थापक के विरुद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) दर्ज कराई गई है. इसके अलावा पूरे प्रदेश से सुचारु रूप से नक़लविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने की सूचना मुख्यालय को मिली.
पहली बार कक्ष निरीक्षकों पर ज़्यादा सख़्ती
इस बार यूपी बोर्ड ने नक़ल रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं. पहली बार फ़र्ज़ी कक्ष निरीक्षकों को रोकने के लिए शिक्षकों का बार कोड युक्त I-card बनाया गया है. पहले दिन इस आई कार्ड को लेकर सख़्ती दिखी. संवेदनशील केंद्रों में STF और LIU की निगरानी में परीक्षा हो रही है. यूपी में इस बार कक्ष निरीक्षकों की संख्या 2 लाख 99 हज़ार से ज़्यादा है.
इसके अलावा प्रदेश में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं जहां वॉइस रिकॉर्डर युक्त सीसीटीवी कैमरा लगाए गए हैं. इसके अलावा संवेदनशील और अति संवेदशील परीक्षा केंद्रों में परीक्षा पर यूपी पुलिस ख़ास नज़र रख रही है. इस बार संवेदनशील परीक्षा केंद्रों की संख्या 776 है जबकि अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों की संख्या 275 है.
कई स्तर पर हुई ऑनलाइन सघन मॉनीटरिंग:
माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने बताया कि प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए स्ट्रॉन्ग रूम एवं परीक्षा केंद्रों की ऑनलाइन सघन मॉनीटरिंग इस साल पहली बार कई स्तरों पर हो रही है. शिक्षा निदेशालय लखनऊ, माध्यमिक शिक्षा परिषद मुख्यालय प्रयागराज और परिषद के सभी पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों में कमांड एंड कंट्रोल रूम स्थापित करके कराई गई.
इस साल प्रथम बार लखनऊ में विद्या समीक्षा केंद्र भवन में भी कमांड एंड कन्ट्रोल रूम स्थापित कर परीक्षा केंद्रों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग कराई गई. इसके अलावा हर ज़िले में कंट्रोल रूम बनाकर मॉनिटरिंग की जा रही है.