प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम के तहत 9वीं से 12 वीं कक्षा के छात्र-छात्राओं से बातचीत कर रहे हैं. कार्यक्रम नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हो रहा है. गुरुवार को पीएम के यूट्यूब चैनल पर स्टूडेंट्स और पेरेंट्स के लिए कुछ वीडियो शेयर की गई थी. वीडियो में छात्र जीवन से संबंधित मुद्दों, विशेष रूप से परीक्षा से संबंधित मुद्दों को शामिल किया गया है. पीएमओ ने कहा,यह वर्षों से मोदी के 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रमों से विशेष सुझाव हैं.
बच्चों के साथ माता-पिता भी होंगे कार्यक्रम का हिस्सा
इस बार क्रार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के साथ उनके माता-पित भी इसमें शामिल होंगे. इस बार का स्लोगन परीक्षा की बात, पीएम के साथ रखा गया है. इस साल परीक्षा पर चर्चा का 5वां संस्करण है, जिसे www.education.gov.in और www.youtube.com-MygovIndia पर भी देखा जा सकता है. दूरदर्शन के चैनलों पर लोग इस कार्यक्रम को लाइव देख सकेंगे. पिछले साल कोरोना के चलते कार्यक्रम ऑनलाइन हुआ था.
क्या है पीएम मोदी का परीक्षा योद्धा अभियान?
हर साल पीएम मोदी परीक्षा से संबंधित मुद्दों, शिक्षा, साथियों के दबाव (peer pressure),जीवन कौशल आदि पर छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और अन्य हितधारकों के साथ बातचीत करते हैं. उन्होंने 2018 में परीक्षा योद्धाओं नामक एक पुस्तक का विमोचन भी किया, जिसका एक संशोधित संस्करण पिछले साल भी रिलीज हुआ था. परीक्षा पे चर्चा युवाओं के लिए तनाव मुक्त माहौल बनाने के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बड़े आंदोलन - 'एग्जाम वॉरियर्स' का हिस्सा है. यह प्रधानमंत्री की 'एग्जाम वॉरियर्स' पुस्तक में लिखे प्रत्येक मंत्र के मूल संदेशों को आगे बढ़ाता है. यह मॉड्यूल न केवल युवाओं के लिए बल्कि माता-पिता और शिक्षकों के लिए भी है.
बच्चों को स्ट्रेस फ्री रहने में मिलेगी मदद
शिक्षा मंत्रालय का मानना है कि परीक्षा देने वाले सभी छात्रों के घरों में इस समय पढ़ाई को लेकर तनावपूर्ण माहौल होगा. ऐसे समय में पीएम मोदी की एक्जाम को लेकर दी गई टिप्स बच्चों के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकती है. सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं 26 अप्रैल से शुरू हो रही है. इस कार्यक्रम के तहत पीएम मोदी का मकसद उन सभी बच्चों के हौंसले को बढ़ाना है जो बोर्ड परीक्षा या किसी कार्यक्रम की तैयारी कर रहे हैं. उनका मानना है कि इस तरह बच्चे स्ट्रेस फ्री होकर परीक्षा दे सकेंगे.