राजस्थान में पिछले काफी समय से छात्रों और प्रशासन के बीच खींचातानी चल रही है. इसका मुख्य कारण है कि राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा में बैठने वाले बहुत से प्रतिभागी धरने पर बैठे हुए थे. छात्रों की मांग थी कि RAS 2021 की मुख्य परीक्षा की तारीख आगे बढ़ा दी जाए.
बताया जा रहा है कि RAS 2021 प्री एग्जाम का पिछले साल 27 अक्टूबर को आयोजन किया गया था जिसका परिणाम 17 नवम्बर 2021 को जारी हुआ. प्री परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद आयोग ने 23 नवंबर को मेंस परीक्षा का सिलेबस जारी कर दिया. और 25 और 26 फरवरी 2022 मुख्य परीक्षा की तारीख घोषित कर दी थी.
लेकिन सिलेबस में कुछ बदलाव होने के कारण छात्रों को पढ़ने के लिए और समय चाहिए. इसलिए वह धरने पर बैठे थे कि मुख्य परीक्षा की तारीख आगे बढ़ा दी जाएं. लेकिन गहलोत सरकार ने छात्रों को पात्र जारी करके कहा था कि तय तारीख पर ही परीक्षा आयोजित की जाएगी.
हाई कोर्ट ने रद्द किया प्री-एग्जाम का रिजल्ट:
लेकिन इस सबके बीच राजस्थान हाई कोर्ट ने आज RAS प्री परीक्षा 2021 के परिणाम को रद्द कर दिया गया है. इसकी वजह प्रश्न पत्रों की गलत चेकिंग है. बताया जा रहा है कि इस परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के ग़लत उत्तर देने पर भी बहुत से छात्रों को अंक दिए गए थे.
मामला जब राजस्थान हाईकोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने राजस्थान लोक सेवा आयोग से रिपोर्ट मांगी. और अब कोर्ट ने आयोग की एक्सपर्ट कमिटी की रिपोर्ट को ख़ारिज कर दिया है. कोर्ट ने आयोग को फिर से रिजल्ट बनाने और जारी करने के आदेश दिए हैं. इसलिए छात्रों के बीच ख़ुशी की लहार है क्योंकि अब न चाहते हुए भी प्रशासन को मुख्य परीक्षा की तारीख बढ़ानी होगी.
बता दें कि RAS-2021 भर्ती की मुख्य परीक्षा 25 और 26 फरवरी को प्रस्तावित है. राजस्थान लोक सेवा आयोग ने प्रवेश पत्र भी जारी (RPSC RAS Mains Admit Card 2022) कर दिए हैं लेकिन हजारों अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा की तिथि आगे बढाने की मांग कर रहे थे और अब मुख्य परीक्षा कराना असंभव लग रहा है.
(शरत कुमार की रिपोर्ट)