सीबीएसई के नतीजे कब आएंगे इसको लेकर कयास जारी हैं. बोर्ड की तरफ से कोई भी नतीज़ों की तारीख पर मुंह खोलने को तैयार नहीं है, इस बीच कयासबाज़ी का दौर अपने चरम पर है. जुलाई का पहला हफ्ता जाने को है और स्टूंडेंट्स को समझ में नहीं आ रहा कि नतीजों के बिना आगे के एडमिसन कैसे होंगे. ऐसे समय में जब ये लगभग तय है कि दसवीं और बारहवीं के रिजल्ट आने में थोड़ी देरी और होगी तो सूत्र बता रहे हैं कि दसवीं के नतीजे आने में बारहवीं के नतीजे बाधा बन रहे हैं.
12वीं की कॉपी जांचने में हुई देरी
सूत्रों की मानें तो दसवीं के दूसरे टर्म के नतीजे बिलकुल तैयार हैं और उनकी घोषणा को लेकर बहुत मुश्किल नहीं है. मुश्किल अगर कहीं है तो वो है बारहवीं के नतीजे. बारहवीं की परीक्षाएं 15 जून तक हुईं, जिसके बाद उत्तर पुस्तिकाओं की जांच में कम से कम दस दिनों का वक्त लगता है, जिसके बाद रिजल्ट बनाने की प्रक्रिया शुरु की जाती है. इसी दौरान उत्तर पूर्वी राज्यों के कुछ हिस्सों जैसे कि असम में बाढ़ भी आ गई और इसलिए कॉपी की जांच में थोड़ा और वक्त लगा है. कॉपी की जांच होने के बाद की प्रक्रिया में टेबुलेशन और बाकी काम भी होते हैं. इसलिए बारहवीं के बोर्ड रिजल्ट बनने का काम जुलाई के महीने में भी होता रहा. चूंकि दसवीं की परीक्षा 24 मई को ही खत्म हो गई थी, इसलिए उसको लेकर बहुत परेशानी नहीं है.
एक साथ आ सकते हैं 10वीं और 12वीं के नतीजे
आम तौर पर दसवीं और बारहवीं के नतीजों की घोषणा में सीबीएसई बहुत अंतर नहीं रखता है. पिछले उदाहरणों को देखें दोनों नतीजे महज कुछ दिनों के अंतर में ही आते हैं. सीबीएसई के सूत्र बताते हैं कि इस बार भी बोर्ड ऐसा ही चाहता है और इसलिए दसवीं के नतीजे तैयार होने के बावजूद बारहवीं के नतीज़ों की वज़ह से उसकी तारीख टलती चली जा रही है. इस मामले में आखिरी फैसला बोर्ड के आला अधिकारियों को लेना है और मुमकिन है कि लगातार चल रहे हैं कयासों को खत्म करने के लिए ऐसा जल्दी ही किया जाए.
सीबीएसई के छात्र 10वीं क परिणामों को आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in और results.gov.in पर ऑनलाइन देख सकेंगे.
मार्च में जारी हुआ था पहले टर्म का रिजल्ट
इस साल कुल 12,21,195 लड़के और 8,94,993 लड़कियों ने कक्षा 10वीं की परीक्षा के लिए पंजीकरण किया है. इस साल कक्षा 10वीं में कुल 21,16,209 छात्र शामिल हुए हैं. सीबीएसई कक्षा 10 वीं की परीक्षा 26 अप्रैल से आयोजित की गई थी और 24 मई को समाप्त हुई थी. कोरोना की वजह से 2021-22 के लिए बोर्ड परीक्षाएं दो टर्म में आयोजित की गई थीं. पहले टर्म का रिजल्ट मार्च में जारी किया गया था.
कुमार कुणाल की रिपोर्ट