कुछ दिन पहले यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (UGC) ने ड्यूल डिग्री को लेकर अपडेट जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि कोई भी छात्र एक साथ दो डिग्री ले सकेगा. अब इस नियम को मंजूरी मिल चुकी है. इसी जानकारी मंगलवार को यूजीसी के अध्यक्ष ने दी है.
यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि भारतीय और विदेशी उच्च शिक्षण संस्थान (Indian and foreign higher educational institutions) जल्द ही ड्यूल डिग्री ऑफर करने वाले हैं.
डिग्री कोर्स को मंजूरी
आपको बताते चलें कि यूजीसी ने ड्यूल कार्यक्रमों के लिए जो नियम बताए गए थे, उन्हें मंजूरी दे दी है. ये फैसला मंगलवार को उच्च शिक्षा नियामक की एक बैठक में लिया गया है, इसके मुताबिक, भारतीय और विदेशी उच्च शिक्षण संस्थान ड्यूल डिग्री और ट्विनिंग प्रोग्राम को जल्द ही पेश कर सकते हैं.
कौन से संस्थान ऑफर करेंगे ड्यूल डिग्री प्रोग्राम?
दरअसल, अगर कोई संस्थान ड्यूल डिग्री प्रोग्राम ऑफर करना चाहता है, तो उसके लिए उस संस्थान को 3.01 के मिनिमम स्कोर के साथ राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) की ओर से मान्यता प्राप्त होनी चाहिए.
इसके अलावा, कोई भी भारतीय संस्थान या राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क (NIRF) की यूनिवर्सिटी कैटेगरी में टॉप 100 में शामिल या उत्कृष्ट संस्थान किसी भी ऐसे विदेशी संस्थान के साथ सहयोग कर सकता है. ये वो संस्थान हैं जो टाइम्स उच्च शिक्षा या ‘क्यूएस’ विश्व रैंकिंग के शीर्ष 500 संस्थानों में शामिल है.
क्या है ड्यूल डिग्री प्रोग्राम?
गौरतलब है कि न्यू एजुकेशन पॉलिसी के मुताबिक, छात्रों को अलग अलग विषयों में कौशल प्राप्त हो इसके लिए यूजीसी नए दिशानिर्देश ला रहा है, इसमें छात्र चाहे तो वह फिजिकल मोड से दो डिग्री प्रोग्राम की पढ़ाई कर सकेंगे. इसके तहत छात्र दो डिग्री प्रोग्राम में हिस्सा ले सकता है और डिग्री प्राप्त कर सकता है.