यूपी बोर्ड (UP Board) से हाईस्कूल (High School) की परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स (Students) के लिए अगले शैक्षणिक सत्र (2025-26) में एक अहम बदलाव होने वाला है. अब छात्र-छात्राओं को 6 की जगह 10 विषय पढ़ाए जाएंगे.
इसमें तीन भाषाओं के अलावा गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान के साथ-एक व्यावसायिक पाठ्यक्रम भी अनिवार्य होगा. यूपी बोर्ड ने इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है. इसे माध्यमिक शिक्षा परिषद की साइट पर अपलोड किया गया है और लोगों से सुझाव मांगे गए हैं. इस बदलाव के बाद आर्ट्स, साइंस, कामर्स जैसे प्रारूप हाईस्कूल में खत्म हो जाएंगे.
व्यवसायिक शिक्षा अनिवार्य
देश में पाठ्यक्रम में एकरूपता लाने के लिए यूपी बोर्ड ने कोशिश शुरू कर दी है. अगले सत्र से कक्षा 9-10 में व्यवसायिक शिक्षा अनिवार्य होगी. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UPMSP) ने इसका विस्तृत खांका तैयार कर लिया है. नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के तहत नेशनल कर्रीकुलम फ्रेमवर्क (NCF) के अंतर्गत ये बदलाव किया जाएगा. शिक्षा और पाठ्यक्रम में एकरूपता लाने के लिए ये बदलाव काफी अहम साबित होने वाले हैं.
तीन भाषाओं की होगी पढ़ाई
अगले सत्र से क्लास 9 और 10 में 10 सब्जेक्ट पढ़ाए जाएंगे. हर छात्र को तीन भाषा पढ़ना अनिवार्य होगा. हिंदी को सभी छात्र-छात्राओं के लिए अनिवार्य बनाया गया है. इसके अलावा संस्कृत या अंग्रेजी में से एक भाषा और देश में बोली जाने वाली 17 भाषाओं में से एक छात्रों के लिए जरूरी होगा. यानी कुल मिलाकर तीन भाषाएं पढ़ना छात्रों के लिए जरूरी होगा.
गणित की पढ़ाई जरूरी
दूसरा महत्वपूर्ण बदलाव ये होगा कि सभी छात्रों को गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान की पढ़ाई करना जरूरी होगा. यानी अब तक जो छात्र यूपी बोर्ड में गणित न लेकर पढ़ाई करते थे उनके लिए अब ये विकल्प खत्म हो जाएगा.
चुन सकते हैं रुचि के अनुसार ऑप्शनल सब्जेक्ट
इसके बाद ऑप्शनल सब्जेक्ट की बारी आती है. इसमें छात्रों को अपनी रुचि और अपनी योग्यता के अनुसार विषय चुनने के लिए कई विकल्प दिए गए हैं. होम साइंस, कृषि, पर्यावरण, मानव विज्ञान, वाणिज्य, कम्प्यूटर में से किसी एक विषय को लिया जा सकता है. फिजिकल एजुकेशन के अंतर्गत चित्रकला, संगीत, गायन जैसे विषय में से एक लेना होगा.
व्यवसायिक शिक्षा सबके लिए जरूरी
विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा देने के लिए व्यावसायिक शिक्षा जरूरी होगी. इससे छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार आगे रोजगार या स्वरोजगार के लिए मदद मिलेगी. इस कैटगरी में 26 विषय शामिल हैं, जिसमें से स्टूडेंट्स कोई भी विषय चुन सकते हैं. इसके साथ ही परीक्षा में ग्रेडिंग प्रणाली भी लागू हो जाएगी. इन विषयों को शामिल करने से परीक्षा का पूरा पैटर्न भी बदल जाएगा.
इतने नंबर की होगी परीक्षा
अभी हाईस्कूल की परीक्षा 600 नंबर की होती है. इस बदलाव के बाद ये 1000 नंबर का होगा. बोर्ड ने अपनी साइट पर इस प्रस्ताव को अपलोड किया है. इसके साथ ही 29 जून 2024 तक upmspncf2023@gmail.com पर इसके बारे में सुझाव मांगे हैं. सुझावों पर विचार करने के बाद अगले सत्र के लिए ये लागू कर दिया जाएगा.