योगी सरकार मदरसों के छात्र/छात्राओं को मुख्य धारा से जोड़ने का निरन्तर प्रयास करती रहती है. अल्पसंख्यक कल्याण विभाग द्वारा अन्य बोर्ड से कदम ताल मिलाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के साथ मिलकर मदरसा शिक्षा परिषद में दूरगामी कदम उठाया जा रहा है. इसके तहत राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 की अनुशंसाओं के क्रियान्वयन के सम्बंध में कल इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में स्कूलों एवं मदरसों के अध्यापकों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. प्रदेश के विद्यालयों एवं मदरसों के अध्यापकों के अभिमुखीकरण हेतु ‘‘ओरिएंटेशन मॉड्यूल ऑन ए.आई’'का शुभारम्भ किया जायेगा, जिससे मदरसों के छात्र-छात्राओं के पाठ्यक्रम में डिजिटल लिट्रेसी, कोडिंग एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल कर कम्प्यूटेशनल थिंकिंग को बढ़ावा मिल सकेगा.
छात्रों को अब आर्टिफ़िशल इंटेलिजेन्स( Artificial Intelligrnce) और कोडिंग (Coding) पढ़ाई जाएगी. इसके लिए मदरसा शिक्षा बोर्ड के पाठ्यक्रम में इसको शामिल किया जाएगा. दूसरे शिक्षा बोर्ड के छात्रों के बराबर मदरसे के छात्रों को लाने के लिए योगी सरकार ने ये पहल की है.
मदरसों में दिए गए विज्ञान-गणित किट
डिजिटल लिटरेसी के लिए मदरसों में प्रशिक्षित शिक्षकों के साथ संसाधनों की भी ज़रूरत है. अल्पसंख्यक कल्याण, मुस्लिम वक्फ एवं हज मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि ‘मदरसे के छात्रों का आधार वेरिफ़िकेशन कराया गया है. वर्तमान में प्रदेश के मदरसों में 13,92,325 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. मदरसों में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पुस्तकें उपलब्ध करायी जा रही हैं.अभी तक कुल 1275 मदरसों में कम्प्यूटर दिये जा चुके हैं जबकि 7442 मदरसों में बुक बैंक, विज्ञान किट व गणित किट दिये जा चुके हैं.’
एआई की जानकारी देने के लिए बनाए गए 22 वीडियो
अल्पसंख्यक कल्याण एवं वक्फ विभाग की अपर मुख्य सचिव मोनिका एस गर्ग के नेतृत्व में टीम उपाय ने मदरसों और स्कूलों के अध्यापकों को AI की जानकारी देने के लिए विषय विशेषज्ञों के सहयोग से 22 वीडियो बनाए हैं. AI की शिक्षा में निवेश आने वाली पीढ़ियों में किया गया निवेश है. इसमें मदरसों के छात्रों को इस नई तकनीक की जानकारी मिलने से वो नई टेक्नोलॉजी का अध्ययन विश्वस्तरीय कॉलेजों में कर पायेंगे.
प्रदेश में हैं 16,513 मदरसे
यूपी में मदरसों की संख्या 16,153 है. इसमें 560 मदरसे राज्य सरकार से अनुदानित हैं. प्रदेश सरकार ने मदरसों में अन्य स्कूलों के समान शिक्षा देने के लिए भी कई कदम उठाए हैं. मदरसा शिक्षा परिषद द्वारा संचालित मदरसों में पढ़ने वाले छात्रों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए ‘उत्तर प्रदेश अशासकीय अरबी और फारसी मदरसा मान्यता प्रशासन एवं सेवा विनियमावली 2016’ में संशोधन किया गया है.मदरसों में शिक्षा का माध्यम उर्दू के साथ-साथ हिन्दी और अंग्रेजी भी किया गया है.
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