मध्यप्रदेश के खंडवा के कार्तिकेय ने UPSC 2021 में पूरे देश भर में 35वीं रैंक हासिल की है. यह पूरे खांडवा के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. क्योंकि UPSC की परीक्षा पास करने वाले खंडवा से वह पहले युवक हैं और मात्र 22 वर्ष की उम्र में अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने यह कर दिखाया है.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि किसी प्रशासनिक अधिकारी की नहीं है. बल्कि खुद की मेहनत के दम पर बिना किसी कोचिंग के उन्होंने यह मुकाम हासिल किया है.
दसवीं कक्षा में देखा IAS बनने का सपना
कार्तिकेय की सफलता ने पूरे खंडवा को एक नए उत्साह और उम्मीद से भर दिया है. उन्होंने साबित कर दिया है कि छोटे शहर में रहकर भी ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है. शहर से विगत चार दशकों में आईएएस के लिए चयनित होने वाले वह पहले युवा है. एक सामान्य मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले कार्तिकेय ने कक्षा दसवीं में लोकसेवा का सपना देखा था.
इस सपने के लिए उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने की ठान ली थी. दसवीं के बाद उन्होंने पुट्पर्थी के श्री सत्य साईं से हायर सेकण्डरी और उसके बाद दिल्ली के सेंट स्टीफन्स कॉलेज से साइंस में ग्रेजुएशन की.
लॉकडाउन में की तैयारी
लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने घर में ही यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी शुरू की था. कार्तिकेय ने बिना किसी कोचिंग को जॉइन किए सेल्फ स्टडी की. उन्होंने इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई की. बहुत से ऐसे लोगों के इंटरव्यू देखे जो आज प्रशासनिक सेवा में कार्यरत हैं.
उन्होंने अपनी पढ़ाई की इस तरह रणनीति बनाई कि पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली.
(रवीश पाल सिंह और जय नागड़ा की रिपोर्ट)