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UPPSC Topper Divya Sikarwar: दो असफलताओं के बाद भी नहीं डिगे कदम...यूपी पीसीएस में किया टॉप, कुछ ऐसी है दिव्या सिकरवार की कहानी

UPPSC 2022 Topper: आगरा की रहने वाली दिव्या सिकरवार ने बिना कोचिंग के ही यूपीपीएससी 2022 में टॉप किया है. दिव्या ने पढ़ाई के दौरान कभी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया. उनके मन में अफसर बनने का ख्याल अफसरों की कहानी पढ़कर आया था.

Divya Sikarwar (photo twitter) Divya Sikarwar (photo twitter)
हाइलाइट्स
  • ग्रेजुएशन करने के बाद ही इस परीक्षा की तैयारी में जुट गईं थीं दिव्या

  • बिना कोचिंग के घर से तैयारी करके परीक्षा में किया है टॉप 

उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा (पीसीएस) 2022 में आगरा की रहने वाली दिव्या सिकरवार ने टॉप किया है. उन्हें यह सफलता तीसरी बार में मिली है. आइए जानते हैं उनकी सफलता की कहानी.

पहली बार में मेंस नहीं कर पाईं थीं क्वालीफाई
दिव्या आगरा के गढ़ी रामी गांव की रहने वाली हैं. यह उनका तीसरा प्रयास था. पहली बार में वह मेंस क्वालीफाई नहीं कर पाईं थीं. दूसरी बार में केवल 2 नंबर से उनका सेलेक्शन नहीं हुआ था. इन असफलताओं के बाद भी दिव्या के कदम नहीं डिगे और उन्होंने तीसरे प्रयास में अव्वल स्थान प्राप्त कर अपने घर-परिवार और इलाके का नाम रोशन कर दिया. दिव्या सिकरवार ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को दिया. दिव्या ने कहा कि वह ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियों की पढ़ाई के लिए काम करेंगी. सरकारी योजनाओं का लाभ हर महिला तक पहुंचे इसका ध्यान रखूंगी. 

घर से ही तैयारी करके पाईं सफलता
सेना से सेवानिवृत्त दिव्या के पिता राजपाल बेटी को अफसर बनते हुए देखना चाहते थे. दिव्या के एक भाई पुलिस में हैं, तो दूसरे भाई फिलहाल ग्रेजुएशन कर रहे हैं. दिव्या ने यूपीपीएससी के लिए कोई कोचिंग नहीं की. बल्कि उन्होंने घर से ही तैयारी करके परीक्षा में टॉप किया है.

यहां से की हैं पढ़ाई
1. 10वीं तक पढ़ाई शारदा देवी पब्लिक स्कूल से की हैं. 10वीं 2011 में 77 फीसदी अंकों के साथ पास की.
2. 12वीं की परीक्षा विमला देवी इंटर कॉलेज से 2013 में 80 फीसदी अंकों से पास की.
3. इसके बाद सेंट जॉन्स कॉलेज से बीएससी 58 प्रतिशत अंक के साथ पास की.
4. एमएससी सेंट जॉन्स कॉलेज से पोस्ट ग्रेजुएशन 52 फीसदी अंक के साथ पास की. 

दिव्या के पास नहीं है अपना फोन
दिव्या कहती हैं कि मैंने पढ़ाई के दौरान कभी भी मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया. मेरे पास अभी तक अपना फोन नहीं है. उन्होंने बताया कि मैंने सिर्फ ऑनलाइन स्टडी के लिए फोन का प्रयोग किया है. दिव्या सोशल मीडिया पर भी एक्टिव नहीं हैं. दिव्या आईएएस की अब तैयारी करेंगी. दिव्या ने बताया कि उनका बचपन से सपना अधिकारी बनने का था इसलिए अपने लक्ष्य को टार्गेट करते हुए उन्होंने शुरू से ही मेहनत करना शुरू कर दिया था. उन्होंने कहा कि उनके मन में अफसर बनने का ख्याल अफसरों की कहानी पढ़कर आया था.

प्रतीक्षा पांडेय को मिला दूसरा स्थान 
लखनऊ की प्रतीक्षा पांडेय ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है. प्रतीक्षा ने बताया कि वह पिता की प्रेरणा से ही प्रशासनिक अफसर बनने में सफल रही हैं. प्रतीक्षा इंजीनियरिंग की छात्रा रही हैं. लखनऊ के गोमतीनगर में रहने वाली प्रतीक्षा के परिवार में भाई, भाभी और पिता सभी इंजीनियर हैं. परिवार के इस माहौल से बाहर निकलकर प्रतीक्षा ने पिता के सपने को पूरा करने का काम किया है.

नम्रता सिंह का आईएएस बनने का है सपना
नम्रता सिंह ने यूपी पीसीएस 2022 परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है. बुलंदशहर के नेहरूगंज कॉलोनी की रहने वाली नम्रता का सपना आईएएस अधिकारी बनने का है. उनके पिता डॉ. सुरेश सिंह ग्राम्य विकास विभाग में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर इटावा में तैनात हैं. जबकि मां प्रोफेसर चंद्रावती अनूपशहर के दुर्गा प्रसाद बलजीत सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय में रसायन विज्ञान की विभागाध्यक्ष हैं. नम्रता हैंडबॉल की खिलाड़ी रह चुकी हैं. 

आकांक्षा गुप्ता ने सेल्फ स्टडी कर पाई कामयाबी
उत्तराखंड के देहरादून निवासी आकांक्षा गुप्ता ने यूपी पीसीएस 2023 में चौथा स्थान हासिल किया है.आकांक्षा ने बीटेक किया है. इसके बाद उन्हें इन्फोसिस में नौकरी का अवसर भी मिला लेकिन नौकरी की बजाए पीसीएस की तैयारी शुरू की. उन्होंने यह सफलता सेल्फ स्टडी से हासिल की है.