
उत्तराखंड में 10वीं कक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है. हाईस्कूल में बागेश्वर के रहने वाले कमल सिंह चौहान ने प्रदेश में टॉप किया है. कमल ने किताबों के अलावा यूट्यूब से पढ़ाई की. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता, पिता और शिक्षकों को दिया है. विवेकानंद विद्या मंदिर बागेश्वर में पढ़ने वाले 14 साल के कमल सिंह चौहान रीमा क्षेत्र के किड़ई निवासी हैं.
किसान का बेटा बना टॉपर
कमल के पिता हरीश सिंह चौहान किसान हैं. माता पुष्पा देवी ग्रहणी हैं. कमल चार भाई बहनों में सबसे छोटे हैं. उन्होंने किताबों के अलावा यूट्यूब से पढ़ाई की. वह बागेश्वर नगर में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. भविष्य में वह विज्ञान संकाय में गणित की पढ़ाई करना चाहते हैं.
कमल सिंह ने हाईस्कूल की परीक्षा में पूरे राज्य में सबसे ज्यादा 500 में से 496 यानी 99.2 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं. उन्होंने आगामी बोर्ड परीक्षार्थियों को शॉर्टकट ढूंढने के बजाय मेहनत करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि कोचिंग और ट्यूशन में पैसे लगाने की बजाय घर पर इंटरनेट और किताबों से परीक्षा की तैयारी की जा सकती है. कमल ने बताया कि अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए शिक्षकों, माता-पिता का सहयोग मिला. कमल ने एनडीए में जाना चाहते हैं.
प्रिंसिपल ने की तारीफ
स्कूल के प्रिंसिपल और अध्यापक सभी इस सफलता से खुश हैं. उन्होंने कहा कि उनके स्कूल से इस बार कमल सिंह चौहान ने अपने उत्तराखंड बोर्ड में प्रथम स्थान प्राप्त किया है और पूरे देश में विवेकानंद बागेश्वर और इस बागेश्वर जनपद का गौरव बढ़ाया है. इसी स्कूल से 12वीं कक्षा के पांच छात्रों ने उत्तराखंड की मेरिट सूची में नाम बनाया है. इस बार 21 छात्र-छात्राएं इस स्कूल से मेरिट सूची में हैं. उन्होंने कहा कि वह सभी छात्रों और विद्यालय परिवार को शुभकामनाओं के साथ कामना करते हैं कि शिक्षा की यह तस्वीर बागेश्वर की छवि बरकरार रहे.
(जगदीश चंद्र पांडेय की रिपोर्ट)