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इस अफसर की पहल से बदल रही गरीब बच्चों की जिंदगी, मुफ्त में सिविल परीक्षा की तैयारी कर पा रहे हैं छात्र

2016 बैच के पश्चिम बंगाल सिविल सेवा (WBCS) अधिकारी मिहिर कर्माकर ने दो कोचिंग सेंटर स्थापित किए हैं. जहां 150 छात्रों को मुफ्त में सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है.

Teaching students for free (Photo: Facebook) Teaching students for free (Photo: Facebook)
हाइलाइट्स
  • साल 2016 बैच के पश्चिम बंगाल सिविल सेवा (WBCS) अधिकारी हैं कर्माकर

  • कर्माकर 2019 में बीडीओ, कुमारग्राम के रूप में नियुक्त हुए

उत्तर बंगाल के अलीपुरद्वार जिले के कुमारग्राम के एक छोटे से शहर में खंड विकास अधिकारी (ब्लॉक डेवेलपमेंट अफसर) ने स्टेट सिविल सर्विस के उम्मीदवारों के लिए मुफ्त कोचिंग सेंटर स्थापित किए हैं. 

मिहिर कर्माकर साल 2016 बैच के पश्चिम बंगाल सिविल सेवा (WBCS) अधिकारी हैं. उन्होंने जरूरतमंद छात्रों के लिए दो कोचिंग सेंटर स्थापित किए हैं जहां 150 सिविल सेवा उम्मीदवारों को परीक्षा की तैयारी कराई जाती है और वह भी बिना किसी फीस के. 

ट्रांसपोर्ट सिस्टम में कमी के चलते की शुरूआत
द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, जिले में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम बहुत अच्छा नहीं है. ऐसे में, अगर कोई व्यक्ति जिले के एक छोर से दूसरे छोर तक यात्रा करना चाहता है, तो उसे 100 किमी की यात्रा करनी होगी. इसलिए उन्होंने दो छोरों पर दो कोचिंग सेंटर स्थापित करने का फैसला किया, एक कामाख्यागुड़ी में और दूसरा कुमारग्राम में. 

कर्माकर का कहना है कि कामाख्यागुड़ी में वह लाइब्रेरी में कोचिंग देते हैं तो वहीं कुमारग्राम में, एक गर्ल्स हॉस्टल के दो अप्रयुक्त कमरों का प्रयोग किया जा रहा है. इस ब्लॉक में 10 चाय बागान हैं. इसके अधिकांश निवासी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के हैं, जो कुल जनसंख्या का 70 प्रतिशत हैं. 

यह ब्लॉक असम, भूटान और कूचबिहार जिलों के साथ सीमा साझा करता है. कर्माकर 2019 में बीडीओ, कुमारग्राम के रूप में नियुक्त हुए और इसके तुरंत बाद, उन्होंने सिविल सर्विस में जाने के इच्छुक युवाओं को शिक्षित करना शुरू किया. 

छात्रों से बात करके की शुरुआत
कर्माकर ने कुमारग्राम कॉलेज में छात्रों की रुचि जानने के लिए 3 सत्र आयोजित किए. ज्यादातर ने सकारात्मक उत्तर दिया. फिर उन्होंने अपने फेसबुक पर इस विचार को साझा किया, जिसे छात्रों के साथ-साथ सिविल सर्विस से जुड़े अन्य लोगों से भी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली. 

अन्य सिविल अफसर भी उनके साथ आगे आए हैं. बांकुरा में बीडीओ अमर्त्य देबनाथ और उपभोक्ता मामलों के विभाग के उप सहायक निदेशक सिराजुल इस्लाम ने ऑनलाइन कक्षाएं लेने की पेशकश की है. उन्होंने जो दो कोचिंग सेंटर स्थापित किए हैं जिनमें ऑनलाइन कक्षाओं के लिए इंटरनेट कनेक्शन और मॉनिटर हैं. प्रत्येक केंद्र में 75 छात्र बैठ सकते हैं. 

500 से ज्यादा छात्रों ने किया आवेदन
कर्माकर ने द न्यू इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि इस साल, उन्हें 512 आवेदन मिले हैं. स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद, उन्होंने 150 छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया. सामान्य वर्ग के छात्रों के अलावा, एससी / एसटी उम्मीदवारों के लिए सीटें आरक्षित रखी गई थीं. ये कोचिंग सेंटर इस तरह से काम करते हैं कि कर्माकर के ट्रांसफर से काम प्रभावित नहीं होगा. 

कई सिविल अफसर छात्रों को पढ़ा रहे हैं. साथ ही, कर्माकर ने स्थानीय स्कूलों के शिक्षकों को शामिल करने की योजना बनाई है. स्कूली शिक्षकों के पैनल को पिछले 20 वर्षों के पाठ्यक्रम और डब्ल्यूबीसीएस परीक्षा के प्रश्न पत्र मिलेंगे. एक बार शिक्षक प्रशिक्षित हो जाने के बाद, वे कोचिंग सेंटरों में शामिल हो जाएंगे.