केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने युवा संगम पोर्टल लॉन्च किया है. युवा संगम उत्तर पूर्वी राज्यों के छात्रों और ऑफ-कैंपस के युवाओं को अन्य राज्यों और इसके विपरीत युवाओं के एक्सपोजर टूर आयोजित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा. यह पर्यटन, परम्परा, प्रगति (विकास) और पारास्पर संपर्क (लोगों से लोगों का जुड़ाव) के चार व्यापक क्षेत्रों के तहत विभिन्न पहलुओं का एक व्यापक, बहुआयामी अनुभव प्रदान करेगा.
कौन ले सकता है भाग?
दिल्ली के इंदिरा गांधी कला केंद्र में शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने खेल व सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, कानून व न्याय मंत्री किरण रिजिजू, पर्यटन, संस्कृति व पूर्वोत्तर मामलों के मंत्री जी किशन रेड्डी की अध्यक्षता में युवा संगम पोर्टल को लॉन्च किया गया. शिक्षा मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने कहा,"एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना के अनुरूप, युवा संगम लोगों से लोगों के बंधन को मजबूत करेगा, हमारे उत्तर-पूर्वी राज्यों की जीवंत संस्कृति को मुख्यधारा में लाएगा और विशेष रूप से उत्तर-पूर्व में हमारे युवाओं के लिए ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए अपार जोखिम और अवसर लाएगा.''केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के मुताबिक, इस कार्यक्रम में 18 से 30 साल के युवा हिस्सा लेंगे, जिन्हें पूर्वोत्तर और देश के अन्य राज्यों में यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम में भेजा जाएगा.
क्या है उद्देश्य?
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि यह पूर्वोत्तर और शेष भारत के बीच संबंध को मजबूत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक और पहल है. युवा संगम भारत की विविधता का जश्न मनाएगा, एकता की भावना को फिर से जीवंत करेगा और प्रधानमंत्री मोदी की कल्पना के अनुसार भारत के लोकतंत्र की ताकत को उजागर करेगा.एक अनूठी पहल के तहत युवा संगम अमृत काल में 'भारत की भावना' को और मजबूत करेगा. मंत्री ने युवाओं को आगे आने, खुद को पंजीकृत करने और युवा संगम के लिए सुझाव देने के लिए आमंत्रित किया.
युवा संगम के पायलट में करीब 1000 युवा हिस्सा लेंगे. उन्होंने कहा कि 2014 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को आगे बढ़ाने के तत्वावधान में कई विकास परियोजनाओं और कार्यक्रमों की शुरुआत करके एक मजबूत और एकजुट भारत की कल्पना की थी. सभा को संबोधित करते हुए जी. किशन रेड्डी ने कहा, "हमारे युवाओं को भारत की विविधता को समझने और पहचानने में सक्षम बनाने के लिए, विभिन्न राज्यों के युवाओं के लिए युवा संगम टूर आयोजित किए जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य एक दूसरे के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ावा देना है."
संस्कृति व पर्यटन पर संवाद होगा
कार्यक्रम के कोर्स के दौरान छात्र-छात्राएं भाषा, साहित्य, खान-पान, त्योहारों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पर्यटन के क्षेत्रों में एक-दूसरे से संवाद करेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी तरह से अलग भौगोलिक और सांस्कृतिक परिदृश्य में रहने का पहला अनुभव मिलेगा. इस अवसर पर बोलते हुए, ठाकुर ने कहा कि भारत एक अनूठा राष्ट्र है, जिसका ताना-बाना विविध भाषाई, सांस्कृतिक और धार्मिक धागों से बुना गया है, जो एक समग्र राष्ट्रीय पहचान में एक साथ जुड़ा हुआ है.