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Bihar Exit Poll 2024: बिहार में नीतीश कुमार का नहीं चला जादू, NDA में शामिल JDU को सबसे अधिक घाटा, जानें महागठबंधन की सीटों में कितना हुआ इजाफा

Bihar lok sabha exit poll 2024: एग्जिट पोल में एनडीए गठबंधन को 40 में से 29-33 सीटें मिलती दिख रही है, जबकि INDIA गठबंधन को 7-10 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है. ये INDIA गठबंधन के लिए अच्छी बात है. अन्य को 0-2 सीट मिलने का अनुमान है.

Bihar Exit Poll Results 2024 Bihar Exit Poll Results 2024
हाइलाइट्स
  • एनडीए को 40 में से 29-33 सीटों पर जीत मिलने की संभावना

  • INDIA गठबंधन को 7-10 सीटों पर मिल सकती है कामयाबी

Lok Sabha Election Exit Poll Results 2024: लोकसभा चुनाव 2024 के तहत बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हो चुका है. आखिरी चरण में 1 जून 2024 को 8 सीटों नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद में वोटिंग हुई. 18वीं लोकसभा चुनाव के फाइनल नतीजे तो तो 4 जून को घोषित किए जाएंगे. उससे पहले बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 का एग्जिट पोल आ गया है. 

INDIA गठबंधन के लिए अच्छी बात
इस बार चुनाव में नीतीश कुमार का जादू नहीं चला है. एग्जिट पोल में जदयू की सीट में सबसे कमी दिखाई गई है. वहीं बीजेपी की सीट में भी कमी हुई है. 'आजतक एक्सिस माई इंडिया' (Aajtak Axis My India Exit Poll 2024) के एग्जिट पोल में एनडीए गठबंधन को 40 में से 29-33 सीटें मिलती दिख रही है, जबकि INDIA गठबंधन को 7-10 सीटों पर कामयाबी मिल सकती है. ये INDIA गठबंधन के लिए अच्छी बात है.  अन्य को 0-2 सीट मिलने का अनुमान है. बीजेपी इस बार 17 सीटों पर चुनावी मैदान में उतरी है. एग्जिट पोल के अनुसार उसे 13-15 सीटों पर जीत मिलती दिख रही है. 

उधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड जिसने इस बार 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था. उसको 9-11 सीट मिलने का अनुमान है. जदयू की सीट में आई कमी इस बात की ओर इशारा कर रही है कि मौजूदा एनडीए शामिल में नीतीश कुमार एक कमजोर कड़ी साबित हुए हैं. चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) जिसने इस बार चुनाव में पांच सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए थे, उसे 4-5 सीट मिलने का अनुमान है. विपक्षी गठबंधन में शामिल लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी की पार्टी राजद को 6 से 7 सीटों पर जीत हासिल हो सकती है जबकि दूसरे सहयोगी दलों को एक से दो सीट मिल सकती है. तेजस्वी यादव जिन्होंने कांग्रेस के साथ-साथ लेफ्ट को भी महागठबंधन में शामिल किया. इसका खासा फायदा इंडिया गठबंधन को बिहार में मिलता नजर आ रहा है. 

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एनडीए को कुल 48 फिसदी वोट मिलने की संभावना
यदि वोट परसेंटेज पर नजर डालें तो इस बार एनडीए को कुल 48 फिसदी वोट मिलने की संभावना है, वहीं दूसरी तरफ महागठबंधन को 42 फीसदी. इसका मतलब है कि इस बार बिहार में दोनों घटक दलों के बीच में कांटे की टक्कर हुई है. कई सीटों पर जीत और हार का अंतर बहुत कम रह सकता है. अन्य पार्टियों को 10 फीसदी वोट शेयर मिलने की संभावना है. यदि पार्टी आधारित वोट शेयर पर नजर डालें तो एनडीए में बीजेपी को सबसे ज्यादा 21 फीसदी वोट मिलने की संभावना है. जदयू को 19 फीसदी और लोक जनशक्ति पार्टी को 6 फीसदी वोट शेयर का अनुमान है.

किस दल के पास कितनी सीटें
लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए (NDA) गठबंधन के तहत बीजेपी (BJP) 17 और जेडीयू (JDU) 16 सीटों पर मैदान उतरी है. इसके अलावा चिराग पासवान की पार्टी एलजेपी (रामविलास) 5 सीट, उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा एक और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तान अवाम मोर्चा ने एक सीट पर अपना कैंडिडेट उतारा है. उधर, INDIA ब्लॉक की बात करें तो आरजेडी (RJD) ने 23 सीटों, कांग्रेस (Congress) ने 9 सीटों, लेफ्ट ने 5 और वीआईपी ने 3 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं. 

बिहार में किस चरण में क्या रहा मतदान प्रतिशत
लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार में पहले चरण में 49.26 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. दूसरे चरण में 59.45 फीसदी, तीसरे फेज में 59.15 फीसदी, चौथे चरण में 58.21 फीसदी, पांचवें फेज में 56.76 फीसदी, छठे चरण में 57.18 फीसदी मतदान दर्ज किया गया था. आखिरी चरण यानी सातवें फेज में शनिवार को बिहार की 8 लोकसभा सीटों पर  शाम 5 बजे तक  48.86 फीसदी मतदान दर्ज किया गया.

लोकसभा चुनाव 2019 में ऐसे रहे थे नतीजे
लोकसभा चुनाव 2019 में बिहार में बीजेपी को 17 सीटें मिली थीं और उसके सहयोगी दल जदयू को 16 सीटों के साथ ही संतोष करना पड़ा था. इसके अलावा लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) को 6 सीटें मिली थी. महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के हिस्से में सिर्फ एक सीट आई थी. लोकसभा चुनाव 2019 में एनडीए ने लगभग 53 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 39 सीटें जीतीं थी. महागठबंधन ने 31 प्रतिशत वोट शेयर के साथ सिर्फ एक सीट पर बाजी मार सकी थी. अपनी स्थापना के बाद पहली बार लालू प्रासद यादव और तेजस्वी की पार्टी राजद लोकसभा चुनावों में बिहार में खाता भी नहीं खोल सकी थी. 

क्या रहा था वोट प्रतिशत
लोकसभा चुनाव 2004 से 2019 तक चार चुनावों में जदयू ने 22 प्रतिशत का अपना वोट शेयर बरकरार रखा था. भाजपा को 9 प्रतिशत वोट शेयर का फायदा हुआ है, जो 2004 में 15 प्रतिशत से बढ़कर 2019 में 24 प्रतिशत हो गया. यह 9 फीसदी वोट बड़े पैमाने पर राजद के ओबीसी और एससी वोट बैंक के एक वर्ग का है. एलजेपी का वोट शेयर पिछले कुछ वर्षों में स्थिर रहा है. कांग्रेस पार्टी का वोट शेयर 2004 में 4 से बढ़कर 2019 में 9 सीटों पर लड़ने के कारण दोगुना हो गया था. राजद का वोट शेयर 2004 में 31 प्रतिशत से आधा होकर 2019 में 15 प्रतिशत हो गया था. उसी अवधि में इसकी सीटों की संख्या 16 सीटों से घटकर शून्य हो गई. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि राजद 2004 में 26 सीटों पर लड़ी थी और 2019 में 19 सीटों पर.