कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर यात्रा पर निकल रहे हैं. भारत जोड़ो यात्रा का नाम बदलकर अब भारत न्याय यात्रा कर दिया गया है. यह यात्रा 14 जनवरी 2024 को मणिपुर से शुरू होने वाली है. कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को भारत जोड़ो न्याय यात्रा का लोगो और टैगलाइन 'न्याय का हक मिलने तक' लॉन्च किया. आइए जानते हैं यह यात्रा किन-किन राज्यों से होकर गुजरेगी और कांग्रेस ने क्यों इन्हीं प्रदेशों को चुना है?
राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर किया पोस्ट
राहुल गांधी ने अपने एक्स हैंडल पर यात्रा के लोगो और टैगलाइन के साथ एक वीडियो पोस्ट किया. अपने पोस्ट के कैप्शन में राहुल ने लिखा, 'हम फिर आ रहे हैं अपनों के बीच, अन्याय और अहंकार के विरुद्ध- न्याय की ललकार लेकर. सत्य के इस पथ पर मेरी शपथ है, यात्रा जारी रहेगी, न्याय का हक, मिलने तक'.
इंडिया गठबंधन के साथी दलों को भी यात्रा में आने का न्योता
राहुल गांधी इस बार कम समय में ज्यादा फासला तय करेंगे. इंडिया गठबंधन के साथी दलों को भी यात्रा में आने का न्योता दिया गया है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, राहुल गांधी के नेतृत्व में यह यात्रा मणिपुर के इंफाल से शुरू होगी और मुंबई में समाप्त होने से पहले देश के 15 राज्यों से होकर गुजरेगी. यह यात्रा 110 जिलों, 100 लोकसभा सीटों और 337 विधानसभा सीटों को कवर करेगी. इस यात्रा के रूट में पहले अरुणाचल प्रदेश को भी शामिल नहीं किया गया था लेकिन अब इसे भी शामिल कर लिया गया है.
यात्रा का रूट लोकसभा चुनाव को देखते हुए किया गया है तय
इस बार यात्रा का जो रूट तय किया गया है वो लोकसभा चुनाव 2024 की दृष्टि से बेहद रणनीतिक है. राहुल गांधी उन जिलों या राज्यों में ज्यादा समय बिताने वाले हैं, जहां कांग्रेस और बीजेपी की सीधी टक्कर हो सकती है. जैसे यूपी की ही बात करें तो बनारस, प्रयागराज, अमेठी, रायबरेली और लखनऊ होते हुए शाहजहांपुर, अलीगढ़ और आगरा से होते हुए यात्रा का रूट बनाया गया है. मणिपुर, नगालैंड, असम, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय जैसे पूर्वोतर भारत की 25 सीटों के लिए राहुल गांधी 13 दिन वहां रहेंगे. कांग्रेस को लगता है कि मणिपुर की घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी है और बीजेपी को यहां पर घेरा जा सकता है.
बिहार में 4 दिन ही रहेगी यात्रा
राहुल गांधी की यह यात्रा पश्चिम बंगाल में 5 दिन और बिहार में 4 दिन ही रहेगी. इसकी वजह है कि यहां पर कांग्रेस से ज्यादा जोर इंडिया अलायंस के सहयोगी दलों का है. जबकि झारखंड जैसे छोटे राज्य जहां 14 सीटें हैं, राहुल वहां 8 दिन बिताएंगे, क्योंकि यहां पर कांग्रेस उम्मीद करती है कि जेएमएम और आरजेडी के साथ मिलकर बीजेपी को सीधी टक्कर दे सकती है.
छत्तीसगढ़ में 5 दिन में 7 जिले राहुल गांधी करेंगे कवर
ओडिशा में कांग्रेस का संगठन कमजोर है और यहां पाने के लिए बहुत कुछ नहीं है, तो राहुल गांधी 4 दिन में 4 जिले ही जा रहे हैं. जबकि छत्तीसगढ़ में 5 दिन में 7 जिले राहुल गांधी कवर करेंगे. यहां पर कांग्रेस की बीजेपी से सीधी टक्कर होनी है. उत्तर प्रदेश में कांग्रेस समाजवादी पार्टी के सामने काफी जूनियर पार्टनर है, लेकिन यात्रा में राहुल उन्हीं जगहों से गुजरेंगे, जहां से कांग्रेस चुनाव लड़ने का मन बना रही है. तभी 12 दिन में 20 जिले कवर किए जा रहे हैं.
राजस्थान में सिर्फ एक दिन रहेंगे राहुल गांधी
मध्य प्रदेश और राजस्थान में राहुल गांधी की पहली यात्रा जा चुकी थी, तो इस बार वहां पर कम वक्त दिया जा रहा है. एमपी में 7 दिन तो राजस्थान में राहुल गांधी केवल 1 ही दिन बिताने वाले हैं. महाराष्ट्र में भी पहली यात्रा में राहुल गए थे, तो इस बार भी यहां बहुत वक्त नहीं दे रहे हैं. यात्रा यहां पर 5 दिन में 6 जिले ही कवर कर रही है. गुजरात में यात्रा के नाम पर राहुल पहली बार जा रहे हैं. पहली यात्रा गुजरात नहीं गई थी तो यहां पर कमजोर हालात के बावजूद पार्टी ने तय किया है कि 5 दिन में सात ऐसे जिले तय किए गए हैं जो आदिवासी बेल्ट के तौर पर ज्यादा जाना जाता है.
पिछले साल कन्याकुमारी से जम्मू-कश्मीर तक की थी यात्रा
बता दें कि भारत जोड़ो यात्रा पिछले साल 7 सितंबर को कन्याकुमारी से शुरू हुई थी और 30 जनवरी को जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में लाल चौक पर इसका समापन हुआ था. यह यात्रा 12 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों में पहुंची थी और इस दौरान राहुल गांधी ने 4000 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की.