लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर दिल्ली में उम्मीदवारों के नाम सामने आ गए हैं. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से बीजेपी ने भोजपुरी स्टार मनोज तिवारी को उतारा है. फेमस सिंगर को चुनौती देने के लिए कांग्रेस ने युवा लीडर कन्हैया कुमार को उम्मीदवार बनाया है. कांग्रेस ने काफी माथापच्ची के बाद कन्हैया कुमार को मैदान में उतारा है. आखिर कांग्रेस ने कन्हैया कुमार को ही इस सीट के लिए क्यों चुना? चलिए इसकी इनसाइड स्टोरी बनाते हैं.
राहुल गांधी ने की कन्हैया कुमार की पैरवी-
दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे. इसके लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी ने उनके नाम का प्रस्ताव भी रखा था. लेकिन मामला फंस गया. कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार के लिए बिहार की बेगूसराय सीट चाहती थी. लेकिन गठबंधन में वो सीट आरजेडी के खाते में चली गई.
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी कन्हैया कुमार को लोकसभा चुनाव लड़वाना चाहते थे. इसके बाद राहुल गांधी ने कन्हैया कुमार की पैरवी की और उनको नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से टिकट मिल गया. लोगों का मानना है कि कन्हैया कुमार बीजेपी के मौजूदा सांसद मनोज तिवारी के खिलाफ अच्छी लड़ाई देंगे.
बेगूसराय सीट नहीं ले पाई थी कांग्रेस-
कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार को बिहार की बेगूसराय सीट से चुनाव लड़वाना चाहती थी. लेकिन बिहार में कांग्रेस की इस सोच को उस वक्त झटका लगा, जब बेगूसराय लोकसभा सीट गठबंधन की सहयोगी सीपीआई ने मांग ली. कांग्रेस चाहती थी कि बेगूसराय सीट उसके खाते में आए और उस सीट से कन्हैया कुमार को उम्मीदवार बनाया जाए. लेकिन आरजेडी की रणनीति के सामने कांग्रेस की एक ना चली और बेगूसराय सीट भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के खाते में चली गई.
2019 आम चुनाव में कन्हैया कुमार थे उम्मीदवार-
कन्हैया कुमार ने साल 2019 आम चुनाव में बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था. हालांकि उनको हार का सामना करना पड़ा था. कन्हैया कुमार ने उस चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे थे. कन्हैया कुमार को 4 लाख 22 हजार 217 वोट से हार का सामना करना पड़ा था. बीजेपी के उम्मीदवार गिरिराज सिंह को 6 लाख 92 हजार 193 वोट मिले थे, जबकि कन्हैया कुमार को 2 लाख 69 हजार 976 वोट मिले थे.
इस बार भी कांग्रेस पार्टी कन्हैया कुमार के लिए बेगूसराय लोकसभा सीट चाहती थी. लेकिन सीपीआई और आरजेडी ने सीट देने से इनकार कर दिया और कन्हैया कुमार को बिहार से हटना पड़ा. हालांकि इसके बावजूद राहुल गांधी कन्हैया कुमार को चुनाव लड़वाना चाहते थे और उन्होंने दिल्ली की लोकसभा सीट से उनके लिए समर्थन किया. अब कन्हैया कुमार को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है.
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