आम चुनाव 2024 के लिए इंडिया गठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत तेज हो गई है. गठबंधन के सहयोगी सीटों को लेकर तालमेल बिठाने में जुटे हैं. महाराष्ट्र में गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी में सीट शेयरिंग को लेकर बैठक हुई. यह बैठक दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय गठबंधन समिति के संयोजक मुकुल वासनिक के आवास पर हुई. इस बैठक में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व अशोक गहलोत, सलमान खुर्शीद, मोहन प्रकाश, महाराष्ट्र कांग्रेस के लीडर नाना पटोले, अशोक चव्हाण और बालासाहेब थोराट ने किया. जबकि एनसीपी का प्रतिनिधित्व जितेंद्र आव्हाड ने किया और शिवसेना (यूबीटी) का प्रतिनिधित्व संजय राउत और विनायक राउत ने किया.
उद्धव की पार्टी की क्या है मांग-
महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस ने शिवसेना (यूबीटी) के दावे का विरोध किया है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना ने 23 सीटों पर दावा ठोका है. कांग्रेस ने इस दावे को अवास्तविक मांग बताया है. इसपर शिवसेना (यूबीटी) का दावा है कि पार्टी का वोट बैंक बरकरार रहेगा.
एनसीपी की क्या है मांग-
रिपोर्ट के मुताबिक सीट शेयरिंग को लेकर हुई बैठक में एनसीपी की तरफ से कोई विशेष मांग नहीं रखी गई. एनसीपी ने प्रकाश अंबेडकर की अगुवाई वाली वंचित बहुजन अघाड़ी को गठबंधन में शामिल करने की मांग की.
अगले दौर में होगी अहम बातचीत-
इस बैठक में सीट शेयरिंग पर कोई फाइनल सहमति नहीं बन पाई है. अगले दौर में सीट शेयरिंग को लेकर अहम बातचीत होने की संभावना है. उम्मीद जताई जा रही है कि उस बातचीत में सहयोगी दल सीटों के अधिकतम दावे से कम पर बात करेंगे. कांग्रेस 26 सीटों पर दावा कर रही है और खुद को गठबंधन की सबसे अहम खिलाड़ी मान रही है. क्योंकि अपने सहयोगियों शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी के मुकाबले ज्यादा एकजुट है.
माना जा रहा है कि शिवसेना सौदेबाजी के लिए दावे कर रही है. लेकिन देखना होगा कि कहां तक रियायत मिल सकती है. शिवसेना को एकनाथ शिंदे गुट से हिंदुत्व का जनाधार बचाना होगा. जबकि एनसीपी को अजित पवार गुट से मुकाबला करना होगा.
14-15 जनवरी को हो सकती है अगली बैठक-
बैठक के बाद एनसीपी लीडर जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि एमवीए, वीबीए, कम्युनिस्ट और किसान-श्रमिक पार्टी महाराष्ट्र में सांप्रदायिक ताकतों से एक साथ मुकाबला करेगी. यह सच है कि शिवसेना अधिक सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है और इसको लेकर शरद पवार और उद्धव ठाकरे के बीच बातचीत चल रही है. जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि जिस पार्टी की जितनी सीटों पर जीतने की क्षमता होगी, उसके आधार पर सीटें दी जाएंगी.
रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों ने बताया कि सीट बंटवारे के लिए अगली बैठक 14-15 जनवरी के बीच हो सकती है. इसमें सोनिया गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे के शामिल होने की संभावना है.
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