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Lok Sabha Elections 2024: खड़गे को अध्यक्ष बनाने का निर्णय, नीतीश कुमार ने ठुकराया संयोजक का ऑफर, जानें INDIA की बैठक में क्या-क्या हुआ?

INDIA Alliance: राहुल गांधी की न्याय यात्रा से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने आईएनडीआईए के नेताओं की वर्चुअल बैठक बुलाई. इसमें सीट बंटवारे सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई. कांग्रेस ने सभी दलों के नेताओं से राहुल गांधी की आगामी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होने का अनुरोध किया.

INDIA Alliance (file photo) INDIA Alliance (file photo)
हाइलाइट्स
  • सीट बंटवारे को लेकर गठबंधन में नहीं बन पा रही बात

  • सभी दल मांग रहे अधिक सीट

इंडिया गठबंधन में अभी तक कुछ भी ठीक नहीं दिख रहा है. एक बार फिर लोकसभा की सीट बंटवारों के लेकर शनिवार को वर्चुअल बैठक हुई है. इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को गठबंधन का अध्यक्ष बनाने का निर्णय लिया गया.  इसका औपचारिक ऐलान अखिलेश यादव और ममता बनर्जी से चर्चा के बाद किया जा सकता है. बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को गठबंधन के संयोजक का पद ऑफर हुआ, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि मुझे किसी पद की लालसा नहीं है. 

क्यो बोले नीतीश कुमार
इंडिया गठबंधन की वर्चुअल बैठक समाप्त होने के बाद नीतीश कुमार के करीबी कहे जाने वाले बिहार सरकार के मंत्री संजय झा ने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार को संयोजक बनाने का कांग्रेस ने प्रस्ताव दिया था, लेकिन नीतीश कुमार ने कहा कांग्रेस के ही किसी नेता को यह पद दिया जाना चाहिए. नीतीश कुमार ने सीट शेयरिंक पर कांग्रेस और अन्य दलों से जल्द से जल्द फैसला लेने का आग्रह किया.

नीतीश कुमार ने कहा कि सीट शेयरिंग सबसे बड़ी चुनौती है. नीतीश ने बैठक में बड़े दलों के नेताओं के शामिल नहीं होने पर कहा कि यह अच्छा संकेत नहीं है.  पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस की मुखिया ममता बनर्जी ने कांग्रेस और इंडिया गठबंधन को झटका देते हुए बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया. वहीं अखिलेश यादव और उद्धव ठाकरे भी मीटिंग शामिल नहीं थे. वर्चुअली बैठक में 10 दलों के ही वरिष्ठ नेताओं ने शिरकत की. बैठक में सीट बंटवारे की प्रगति पर व्यापक रूप से चर्चा की गई. बैठक में कांग्रेस ने सभी दलों के नेताओं से राहुल गांधी की आगामी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होने का अनुरोध किया.

अधीर रंजन ने ममता पर बोला तीखा हमला
बैठक से पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर तीखा हमला किया है. उन्होंने ने ममता को बेईमान और अहंकारी तक कह दिया. पश्चिम बंगाल में मीडिया से बात करते हुए अधीर ने कहा, 'ये महिला (ममता बनर्जी) राजीव गांधी और सोनिया गांधी के नेतृत्व में नेता बनीं. वह (ममता) महिला कितनी बेईमान है, कितनी अहंकारी है कि जिन लोगों ने उसे राजनीति में खड़ा किया, वे उन लोगों को अहंकार दिखाती है. 

सोनिया गांधी आपसे भीख नहीं मांगेंगी
अधीर रंजन ने यहां तक कह दिया कि सोनिया गांधी आपसे भीख नहीं मांगेंगी. आपका अहंकार एक दिन टूट जाएगा. आप मोदी को धोखा नहीं देना चाहते इसलिए आप सीट शेयरिंग पर समझौता नहीं चाहती हैं. उन्होंने तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी पर मिलीभगत करने का आरोप लगाया. उन्होंने पीएम मोदी पर भी हमला किया और कहा कि क्या पीएम मोदी ने हिंदू वोटों का ठेका ले रखा है?

बंगाल में इतनी सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है कांग्रेस
कांग्रेस पश्चिम बंगाल में 6 सीटों पर चुनाव लड़ने चाहती है. जबकि ममता बनर्जी की पार्टी 2-3 सीट देने के लिए तैयार है. टीएमसी खुद 39 सीटों पर लड़ना चाहती है.  इंडिया ब्लॉक जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार को गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजक बनाना चाहता है. लेकिन ममता बनर्जी उनके नाम पर सहमत नहीं हैं. इसलिए वह इस बैठक में शामिल नहीं हुईं.

इन राज्यों में भी सीट को लेकर नहीं बन रही बात
शिवसेना नेता संजय राउत महाराष्ट्र में सीट शेयरिंग पर कोई समझौता न करने के संकेत दे चुके हैं. अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव के लिए पंजाब की सभी 13 सीटें मांगी हैं. वहां आम आदमी पार्टी की सरकार है और दिल्ली में भी पार्टी सत्ता में है. ऐसे में राजधानी में भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंस सकता है. यूपी में भी कांग्रेस की अखिलेश यादव के साथ सीट बंटवारे को लेकर बात नहीं बन पा रही है. 

बिहार में लोकसभा की 40 सीटें में से 16 पर नीतीश कुमार चुनाव लड़ने की इच्छा जता चुके हैं. कांग्रेस यहां से 9 सीटें मांग रही है तो वहीं लेफ्ट पार्टियां भी आधा दर्जन से ज्यादा सीटें चाहती हैं. ऐसे में बिहार में भी पेंच फंसा हुआ है. हालांकि दिल्ली में आयोजित हुई विपक्षी दलों के गठबंधन की अहम बैठक के बाद यह एक और महत्वपूर्ण बैठक मानी जा रही है. गठबंधन समूह के नेताओं को उम्मीद है कि शनिवार को होने वाली बैठक के बाद कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी.

कांग्रेस पर ज्यादा सीटें छोड़ने का दबाव
इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के बीच सबसे बड़ा मुद्दा सीट बंटवारे का है. गठबंधन में शामिल ज्यादातर दल कांग्रेस पर ज्यादा सीटें छोड़ने का दबाव बना रहे हैं. कांग्रेस और बीजेपी के बीच गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, हरियाणा, असम, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, हिमाचल, अरुणाचल, चंडीगढ़ और गोवा में सीधी टक्कर है. 

इतनी बार हो चुकी है गठबंधन की बैठक
दिल्ली में 19 दिसंबर को हुई बैठक में दिसंबर के अंत तक सीट बंटवारा करने पर सहमति बनी थी, पर अभी तक यह काम पूरा नहीं हुआ है. गठबंधन की पहली बैठक 23 जून को पटना, दूसरी बैठक बेंगलुरु में 17 व 18 जुलाई और तीसरी बैठक मुंबई में 31 अगस्त व एक सितंबर को हुई थी.