मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट (Indore Lok Sabha Seat) से कांग्रेस उम्मीदवार अक्षय कांति बम (Akshay Kanti Bam) ने नामांकन वापस ले लिया है. इतना ही नहीं, अक्षय बम ने बीजेपी (BJP) का दामन भी थाम लिया है. इसकी जानकारी बीजेपी के सीनियर लीडर कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट शेयर करके दी. विजयवर्गीय ने अक्षय बम का बीजेपी में स्वागत किया है.
कितने अमीर हैं अक्षय कांति बम-
अक्षय कांति बम ने 24 अप्रैल को इंदौर सीट से कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा था. पर्चा वापस लेने की आखिरी तारीख 29 अप्रैल है. मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर 13 मई को वोट डाले जाने हैं और 4 जून को नतीजे आएंगे.
अक्षय बम के पास 57 करोड़ की प्रॉपर्टी है. ये 14 लाख की घड़ी पहनते हैं. हालांकि उनके पास कोई कार नहीं है. उनके पास 8.5 करोड़ की चल और 46.78 करोड़ की अचल संपत्ति है. अक्षय की सालाना आय 2.63 करोड़ है. अक्षय बम की पत्नी रिचा बम के पास 3 किलो सोना और 9.3 किलो चांदी है. रिचा बम 21 करोड़ की संपत्ति की मालकिन हैं.
अक्षय कांति पर कितना है कर्ज-
पर्चा वापस लेने वाले अक्षय कांति बम और उनकी पत्नी पर भी कर्ज है. अक्षय बम पर 3.63 करोड़ का कर्ज है. जबकि उनकी पत्नी रिचा बम ने 3.45 करोड़ का कर्ज लिया है. अक्षय बम ने अपने पिता को 10 लाख रुपए का कर्ज दिया है. इतना ही नहीं, अक्षय ने अपनी पत्नी को 74 लाख रुपए का कर्ज दिया है.
बिजनेसमैन भी हैं 45 साल के अक्षय-
45 साल के अक्षय कांति बम एक बिजनेसमैन भी हैं. उनका जन्म शहर के मशहूर समाजसेवी बम परिवार में हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई इंदौर के Daly College से हुई है. इसके बाद मुंबई के Sydenham College से बीकॉम की डिग्री हासिल की. अक्षय बम ने देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर से लॉ की डिग्री भी हासिल की है. उन्होंने श्री वैष्णव इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट इंदौर से एमबीए और पिलानी की श्रीधर यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट में पीएचडी की है.
समाजसेवी फैमिली से है कनेक्शन-
डॉ. अक्षय बम इंदौर की फेमस समाजसेवी संस्था 'संस्था केसरिया' के संरक्षक भी हैं. ये संस्था गरीब छात्रों की पढ़ाई-लिखाई की निशुल्क सुविधा उपलब्ध कराते हैं. इसके अलावा ये संस्था जरूरतमंद परिवारों को निशुल्क राशन भी देती है. डॉ. अक्षय कांति बम को कई अवॉर्ड्स भी मिल चुके हैं. साल 2017 में उनको Entrepreneur of the year Award से नवाजा गया था. जबकि साल 2019 में उनको आइकॉन ऑफ एमपी का अवॉर्ड भी मिला था.
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