दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे राजकुमार आनंद आम आदमी पार्टी का दामन छोड़ बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने नई दिल्ली सीट से ताल ठोकी है. रोड शो के दौरान उन्होंने दावा किया कि वह नई दिल्ली सीट जीत रहे हैं. आनंद ने भले ही आप की प्राथमिक सदस्यता और मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया हो और बसपा ज्वाइन कर ली हो, लेकिन उनका इस्तीफा अभी तकनीकी रूप से स्वीकार नहीं किया गया है. वहीं केजरीवाल को कोर्ट से सशर्त जमानत मिली है कि वो सीएम से संबंधित कोई काम नहीं कर सकते. बहरहाल ये तकनीकी विषय है लेकिन आप के बागियों की एंट्री से दिल्ली में राजनीतिक समीकरण बदल गया है.
पहली बार दिल्ली में होगा दो-ध्रुवीय मुकाबला
राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन है. यह पहली बार दो-ध्रुवीय मुकाबला है. ऐसे में आप के बागी और बसपा प्रत्याशी अगर चुनाव में ठीक प्रदर्शन करते हैं तो समीकरण काफी हद तक बदल सकता है. आपको बता दें कि बीएसपी के संस्थापक कांशीराम पूर्वी दिल्ली से 1989 और 91 में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं. बसपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण सिंह का दावा है कि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के हाथ मिलाने से बहुजन समाज और मुस्लिम नाराज हैं इसलिए समर्थन बसपा प्रत्याशियों को मिलेगा. अब तक बीएसपी के सबसे उम्दा प्रदर्शन की बात करें तो 2008 में दिल्ली विधानसभा में बसपा के दो विधायक बने थे और 6 सीटों पर वह दूसरे स्थान पर रही थी. आंकड़े बताते हैं की राजधानी दिल्ली में 1.52 करोड़ से अधिक मतदाता हैं जिनमें करीब 15% अनुसूचित जाति के वोटर हैं. बहुजन समाज पार्टी की नजर इन वोटों के साथ ही मुस्लिम मतदाताओं पर भी है.
दिल्ली में बसपा की सियासी स्थिति
साल 2014 और 2019 में गैर जाटव और गैर यादव ओबीसी को लेकर भाजपा ने जो सोशल इंजीनियरिंग की थी. इस चुनाव में बीएसपी की मौजूदगी से बड़ी चुनौती मिलने के संकेत हैं. यही वजह है कि कई सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है.
दिल्ली नगर निगम की 250 और दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर बीएसपी हर चुनाव लड़ती रही है. दिल्ली में साल 2019, 2014, और साल 2009 में बीएसपी ने दिल्ली में चुनाव लड़ा था. 2008 में दिल्ली विधानसभा लड़ने पर बीएसपी के 2 विधायक भी जीतकर आए थे.
लोकसभा में लगातार गिरा वोट शेयर
2009 लोकसभा 9% वोट
2014 लोकसभा 6%
2019 लोकसभा 1%
2020 लोकसभा 1%
दिल्ली नगर निगम में बसपा की स्थिति
2002 दिल्ली नगर निगम में 1 पार्षद जीता
2007 में 17 पार्षद जीते
2012 में 15 पार्षद जीते
2017 में 3 पार्षद जीते
बसपा का वोट शेयर
1998 विधानसभा दिल्ली 2.5% वोट शेयर
2003 विधानसभा में 6% वोट शेयर
2008 में 14.6% वोट शेयर
(राम किंकर सिंह की रिपोर्ट)