लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सियासी दल अपनी-अपनी रणनीति पर काम करने लगे हैं. उत्तर प्रदेश में भी एनडीए और इंडिया गठबंधन की तैयारियां तेज हो गई हैं. यूपी में मुसलमानों को रिझाने के लिए BJP ने नया दांव चला है. पार्टी ने सूबे की मस्जिदों और मदरसों में प्रचार की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत बीजेपी कार्यकर्ताओं ने दरगाह, मस्जिद और मदसरों पर उर्दू में पोस्टर लगाए. इस दौरान 'मन की बात' पुस्तक को भी बांटा गया. ये किताब उर्दू में लिखी गई है. इसके साथ ही दरगाह पर 'मोदी है तो मुमकिन है' का पोस्टर भी लगाया गया.
मुसलमानों को रिझाने के लिए बीजेपी का दांव-
जानकारी के मुताबिक लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उत्तर प्रदेश में बीजेपी 'मन की बात' और मोदी सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाने के लिए मजार, मस्जिद और मदरसों का सहारा ले रही है. इसकी शुरुआत आज लखनऊ से की गई. इस दौरान बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चे ने दरगाह हजरत कासिम शाहिद से इस अभियान की शुरुआत की. इसके अलावा उर्दू में 'मन की बात' पुस्तक का भी वितरण किया गया. इसके साथ ही दरगाह पर 'मोदी है तो मुमकिन है' के पोस्टर भी लगाए गए. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बताया कि कैसे पार्टी अल्पसंख्यकों के लिए काम कर रही है? पार्टी कार्यकर्ताओं ने लोगों को योजनाओं के बारे में बताया.
मुसलमानों के लिए क्यों जरूरी है बीजेपी-
अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने कहा कि ज्यादातर मुसलमान दरगाह, मस्जिद और मदरसों में आते हैं. ऐसे में हमने इस अभियान की शुरुआत यहीं से की. इस अभियान से मुसलमान ये जानेंगे कि बीजेपी क्यों मुस्लिम समुदाय के लिए जरूरी है? उन्होंने कहा कि बीजेपी ने हमारे लिए क्या किया? सबकुछ इसमें है.
अच्छा कर रही है बीजेपी- यूसुफ नबी
लखनऊ के दरगाह के मौलाना यूसुफ नबी का कहना है कि बीजेपी अगर यह कार्य कर रही है तो ठीक है. दिल को दिल से मिला दे, इससे अच्छा और क्या होगा. उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां तो लोगों को तोड़ने का काम करती हैं, लेकिन बीजेपी अगर सुविधा दे रही है और कम से कम मिल रही है तो हमें उसे आगे बढ़ाने में कोई दिक्कत नहीं है.
मुस्लिम मौलाना के मुताबिक इससे पहले पार्टियों ने मुसलमान को ठगने का काम किया है. लेकिन अगर मुस्लिम समाज के पास बीजेपी खुद पहुंच रही है और लोगों को जोड़ रही है तो यह अब तक का सबसे अच्छा कार्य होगा. दरगाहों से जुड़े या 'मन की बात' से हम सब सहमत हैं. मुस्लिम एहसान राजा का कहना है कि मैं बहुत समय तक देश से बाहर रहा. लेकिन ऐसी पार्टी नहीं देखी जो इस तरीके से मुसलमान के लिए कार्य कर रही हो. मेरे लिए तो यह बहुत अच्छी है और मैं चाहता हूं कि बीजेपी हमारे बीच रहे.
ये पहली बार नहीं है जब उत्तर प्रदेश में बीजेपी मुसलमानों को रिझाने की कोशिश कर रही है. इससे पहले भी बीजेपी ऐसी कोशिश कर चुकी है. बीजेपी ने 'शुक्रिया मोदी भाईजान' प्लान पर भी काम किया. इसके तहत मुस्लिम महिलाा वोटर्स को मोदी सरकार के कामकाज के बारे में बताने की रणनीति बनाई गई थी. इस अभियान का टैगलाइन 'ना दूरी है ना खाई है, मोदी हमारा भाई है' रखा गया था.
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