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Basirhat LoK Sabha Seat: वामदलों का रहा दबदबा, लगातार चौथी बार TMC का कब्जा... जानें बशीरहाट लोकसभा सीट का समीकरण और इतिहास

West Bengal Lok Sabha Seat: साल 1980 से लेकर साल 2009 तक कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) का लगातार कब्जा रहा. इस दौरान इंद्रजीत गुप्ता और मनोरंजन सूर 2-2 बार सांसद चुने गए. जबकि अजय चक्रवर्ती 4 बार सांसद बने. इस सीट पर साल 2009 से लगातार टीएमसी का कब्जा है.

Basirhat LoK Sabha Seat Basirhat LoK Sabha Seat

बशीरहाट लोकसभा सीट पश्चिम बंगाल के 42 लोकसभा सीटों में एक है और इसबार ये सीट संदेशखाली मामले की वजह से चर्चा में रही. इस सीट पर वामदलों का दबदबा रहा है. लेकिन पिछले 15 साल से तृणमूल कांग्रेस (TMC) का कब्जा है. चलिए आपको बशीरहाट लोकसभा सीट का समीकरण और इतिहास बताते हैं.

टीएसी को मिली जीत-
लोकसभा चुनाव 2024 में बशीरहाट लोकसभा सीट से टीएमसी के उम्मीदवार हाजी नुरुल इस्लाम ने 3.33 लाख वोटों से जीत हासिल की है. उन्होंने बीजेपी की रेखा पात्रा को हराया है.नुरुल इस्लाम को 8.03 लाख वोट मिले थे. इस सीट पर ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट के उम्मीदवार अख्तर रहमान विस्वास को 1.23 लाख वोट मिले. जबकि सीपीएम के निरापदा सरदार को 77899 वोट हासिल हुए.
हाजी नुरुल साल 2009 में भी टीएमसी के टिकट पर सांसद बने थे.

साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में टीएमसी की उम्मीदवार नुसरत जहां ने बीजेपी उम्मीदवार सायंतन बसु को 3.5 लाख वोटों से हराया था. नुसरत जहां को 7.82 लाख वोट मिले थे. जबकि बीजेपी उम्मीदवार को 4.31 लाख वोट हासिल हुए थे. इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार काजी अब्दुर रहीम ने 1.04 लाख वोट मिले थे.

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लोकसभा सीट का इतिहास-
इस सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोट डाले गए थे. उस सीट पर सीपीआई की रेणु चक्रवर्ती सांसद चुनी गई थीं. उन्होंने साल 1957 आम चुनाव में भी जीत हासिल की थी. साल 1962 आम चुनाव में कांग्रेस के हुमायूं कबीर सांसद चुने गए थे. इसके बाद हुमायूं कबीर ने साल 1967 आम चुनाव में भी जीत दर्ज की. साल 1971 आम चुनाव में ये जीत कांग्रेस के खाते में गई. 

लेकिन साल 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी को पहली बार इस सीट पर जीत मिली. अलहाज महान्नान सांसद चुने गए. लेकिन साल 1980 आम चुनाव में कम्युनिस्ट पार्टी के इंद्रजीत गुप्ता सांसद बने. साल 1984 आम चुनाव में भी उन्होंने जीत दर्ज की.

साल 1989 और साल 1991 लोकसभा चुनाव में सीपीआई के मनोरंजन सूर सांसद बने. साल 1996 आम चुनाव में सीपीआई के अजय चक्रवर्ती ने जीत हासिल की इसके बाद अजय चक्रवर्ती ने साल 1998, साल 1999 और साल 2004 आम चुनाव में जीत दर्ज की.

साल 2009 आम चुनाव में इस सीट पर पहली बार टीएमसी को जीत मिली. टीएमसी के टिकट पर हाजी नुरुल इस्लाम सांसद चुने गए. साल 2014 आम चुनाव में इदरीस अली और साल 2019 आम चुनाव में नुसरत जहां सांसद चुनी गईं.

7 विधानसभा सीटों का गणित-
बशीरहाट लोकसभी सीट के तहत 7 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें बदुरिया, हरोआ, संदेशखाली, बशीरहाट दक्षिण, बशीरहाट उत्तर, हिंगलगंज और मिनाखान विधानसभा सीटें हैं. इस लोकसभा सीट की सभी विधानसभा सीटों पर टीएमसी का कब्जा है. बदुरिया से अब्दुल रहीम काजी, हरोआ से हाजी नुरुल इस्लाम, मिनाखान से उषा रानी मंडल, संदेशखाली सीट से सुकुमार महाता, बशीरहाट दक्षिण से डॉ. सप्तर्षि बनर्जी, बशीरहाट उत्तर से रफीकुल इस्लाम मंडल और हिंगलगंज से देबेश मंडल विधायक हैं.

बशीरहाट सीट का जातीय समीकरण-
बशीरहाट लोकसभा सीट पर मु्स्लिम वोटर्स की बहुलता है. इनकी संख्या 46.3 फीसदी है. इस सीट पर अनुसूचित जाति (SC) के वोटर 25.4 फीसदी हैं. बशीरहाट में अनुसूचित जनजाति (ST) के वोटर्स की संख्या 7 फीसदी है.

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