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Darbhanga Lok Sabha Seat: कांग्रेस और बीजेपी को 5-5 बार मिली जीत... जानें दरभंगा लोकसभा सीट का जातीय समीकरण

Bihar Lok Sabha Election 2024: दरभंगा लोकसभा सीट पर साल 1999 में पहली बार बीजेपी का खाता खुला था. उस चुनाव में कीर्ति आजाद ने पार्टी को जीत दिलाई थी. लेकिन साल 2004 आम चुनाव में आरजेडी ने जीत हासिल की. साल 2009 से लेकर अब तक इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है.

Darbhanga Lok Sabha Seat Darbhanga Lok Sabha Seat

दरभंगा लोकसभा सीट बिहार में है. इस सीट पर कांग्रेस को 4 बार जीत मिली है. जबकि बीजेपी को 5 बार जीत हासिल हुई है. दरभंगा सीट पर आरजेडी के उम्मीदवार 2 बार विजयी हुए हैं. साल 2009 से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट पर ब्राह्मण और मुस्लिम वोटर्स की बहुलता है. चलिए आपको दरभंगा लोकसभा सीट का समीकरण और इतिहास बताते हैं.

किस पार्टी ने किसको बनाया उम्मीदवार-
आम चुनाव 2024 में दरभंगा लोकसभा सीट पर एनडीए (NDA) की तरफ से बीजेपी (BJP) के गोपाल जी ठाकुर सांसद चुने गए हैं. उन्होंने इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की तरफ से आरजेडी (RJD) के ललित यादव को एक लाख 78 हजार 156 वोटों से हराया है. गोपाल जी ठाकुर को 5.66 लाख वोट हासिल हुए. जबकि आरजेडी उम्मीदवार को 3.88 लाख वोट मिले.

साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार गोपाल जी ठाकुर ने आरजेडी उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्दीकी को 2.67 लाख वोटों से हराया था. गोपाल जी ठाकुर को 5 लाख 86 हजार 668 वोट मिले थे, जबकि अब्दुल बारी सिद्दीकी को 3 लाख 18 हजार 689 वोट मिले थे. इस सीट पर बीएसपी ने मोहम्मद मुख्तार को उम्मीदवार बनाया था, जिनको 11 हजार वोट मिले थे.

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दरभंगा लोकसभा सीट का इतिहास-
दरभंगा लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोटिंग हुई थी. उस चुनाव में प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के अब्दुल जलील सांसद चुने गए थे. लेकिन साल 1957 आम चुनाव में कांग्रेस के नारायण दास ने जीत दर्ज की. इसके बाद नारायण दास ने साल 1962 आम चुनाव में भी जीत हासिल की. लेकिन साल 1967 आम चुनाव में कांग्रेस ने सत्य नारायण सिन्हा को उम्मीदवार बना दिया. उन्होंने इस चुनाव में जीत हासिल की. साल 1971 आम चुनाव में कांग्रेस के बिनोदानंद झा सांसद चुने गए.

साल 1977 में आपातकाल के बाद हुए चुनाव में जनता पार्टी के सुरेंद्र झा सुमन सांसद चुने गए. लेकिन साल 1980 आम चुनाव में कांग्रेस (आई) के टिकट पर हरिनाथ मिश्र ने जीत दर्ज की. साल 1984 आम चुनाव में लोकदल के विजय कुमार मिश्र सांसद बने.

साल 1989 में जनता दल के टिकट पर शकीलुर रहमान सांसद चुने गए. इसके बाद साल 1991 आम चुनाव में जनता दल ने अली अशरफ फातमी को उम्मीदवार बनाया. उन्होंने इस चुनाव में जीत दर्ज की. इसके साथ फातमी साल 1996 और साल 1998 आम चुनाव में सांसद चुने गए. हालांकि फातमी 1996 आम चुनाव में जनता दल और साल 1998 चुनाव  में आरजेडी के टिकट पर सांसद चुने गए थे.

साल 1999 आम चुनाव में बीजेपी को पहली बार इस सीट पर जीत मिली. बीजेपी उम्मीदवार कीर्ति आजाद सांसद चुने गए. लेकिन साल 2004 आम चुनाव में अली अशरफ फातमी ने जीत हासिल की. साल 2009 और साल 2014 आम चुनाव में बीजेपी के कीर्ति आजाद ने जीत दर्ज की. साल 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गोपाल जी ठाकुर सांसद चुने गए.

6 विधानसभा सीटों का गणित-
दरभंगा लोकसभा सीट के तहत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें गौरा बौराम, बेनीपुर, अलीनगर, दरभंगा ग्रामीण, दरभंगा और बहादुरपुर सीटें शामिल हैं. बिहार विधानसभा चुनाव में सभी सीटों पर NDA ने जीत दर्ज की है. गौरा बौराम से स्वर्ण सिंह, बेनीपुर से बिनय कुमार चौधरी, अलीनगर से मिश्री लाल यादव, दरभंगा ग्रामीण से ललित कुमार यादव, दरभंगा से संजय सरावगी और बहादुरपुर से मदन सहनी विधायक हैं.

इस सीट का जातीय समीकरण-
दरभंगा लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा ब्राह्मण वोटर हैं. इनकी संख्या 4 लाख से ज्यादा है. इसके अलावा मु्स्लिम मतदाताओं की संख्या 3 लाख के करीब है. इस सीट पर मल्लाह जाति के 2 लाख वोटर हैं. जबकि एससी-एसटी समुदाय के ढाई लाख मतदाता हैं. दरभंगा में यादव समाज के 1.6 लाख वोटर हैं.

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