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Faridabad Lok Sabha Seat: कांग्रेस और बीजेपी को 6-6 बार मिली है जीत... जानें फरीदाबाद लोकसभा सीट का समीकरण और इतिहास

Haryana Lok Sabha Election 2024: फरीदाबाद लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा जाट वोटर हैं. लेकिन इस बार भी गैर-जाट सांसद मिला है. बीजेपी और कांग्रेस ने साल 2014 और साल 2019 आम चुनाव में भी गैर-जाट उम्मीदवारों पर भरोसा जताया था. फरीदाबाद में साल 1999 आम चुनाव में आखिरी बार जाट नेता राम चंदर बैंदा सांसद चुने गए थे.

Faridabad Lok Sabha Seat Faridabad Lok Sabha Seat

हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से एक फरीदबाद लोकसभा सीट है. सूबे की इस सीट पर राष्ट्रीय पार्टियों का दबदबा रहा है. ऐतिहासिक शहर वाली इस लोकसभा सीट पर 6 बार कांग्रेस को जीत मिली है. जबकि 6 बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार विजयी हुए हैं. बीजेपी के कृष्ण पाल गुर्जर ने जीत की हैट्रिक लगाई है. इस सीट पर जाट समुदाय का दबदबा रहा है. लेकिन साल 1999 के बाद कोई भी जाट लीडर लोकसभा नहीं पहुंचा है. चलिए आपको फरीदाबाद लोकसभा सीट का समीकरण और इतिहास बताते हैं.

कृष्णपाल गुर्जर की जीत की हैट्रिक-
साल 2024 आम चुनाव में फरीदाबाद लोकसभा सीट से बीजेपी के कृष्णपाल गुर्जर ने जीत हासिल की है. उन्होंने कांग्रेस के महेंद्र प्रताप सिंह को 1.72 लाख वोटों के बड़े अंतर से हराया है. कृष्णपाल गुर्जर को 7.88 लाख वोट मिले, जबकि महेंद्र प्रताप को 6.15 लाख वोट मिले. कृष्णपाल गुर्जर ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है.

साल 2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार कृष्ण पाल गुर्जर ने कांग्रेस के अवतार सिंह भड़ाना को 6 लाख 44 हजार 895 वोटों से हराया था. कृष्ण पाल गुर्जर को 68.88 फीसदी वोटों के साथ 9 लाख 13 हजार 222 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस उम्मीदवार को 2 लाख 68 हजार 327 वोट हासिल हुए थे. बीएसपी उम्मीदवार मनधीर सिंह मान को 84 हजार के करीब वोट मिले थे.

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फरीदाबाद सीट का इतिहास-
फरीदाबाद लोकसभा सीट साल 1976 में अस्तित्व में आई. इसके बाद साल 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी के उम्मीदवार धरम वीर वशिष्ठ सांसद चुने गए. जबकि साल 1980 आम चुनाव में कांग्रेस (आई) के तैय्यब हुसैन ने जीत हासिल की. साल 1984 आम चुनाव में कांग्रेस के चौधरी रहीम खान सांसद चुने गए.

साल 1988 उपचुनाव में इस सीट पर लोकदल के खुर्शीद अहमद ने जीत हासिल की. साल 1989 आम चुनाव में कांग्रेस ने फिर से सीट जीत ली और भजन लाल सांसद चुने गए. साल 1991 आम चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर अवतार सिंह भड़ाना सांसद चुने गए.

फरीदाबाद लोकसभा सीट पर पहली बार बीजेपी को साल 1996 आम चुनाव में जीत मिली. बीजेपी के उम्मीदवार राम चंदर बैंदा सांसद बने. इसके बाद साल 1998 आम चुनाव और साल 1999 लोकसभा चुनाव में भी राम चंदर बैंदा ही सांसद बने.

साल 2004 आम चुनाव में कांग्रेस ने वापसी की और अवतार सिंह भड़ाना सांसद चुने गए. साल 2009 आम चुनाव में भी अवतार सिंह ने जीत हासिल की. लेकिन साल 2014 आम चुनाव में बीजेपी के कृष्ण लाल गुर्जर को जीत मिली. साल 2019 आम चुनाव में भी बीजेपी के टिकट पर ही कृष्ण पाल गुर्जर फिर से सांसद चुने गए.

9 विधानसभा सीटों का समीकरण-
फरीदाबाद लोकसभा सीट की तहत पलवल की 3 विधानसभा हथीन, होडल और पलवल के साथ फरीदाबाद की 6 विधानसभा सीटें पृथला, फरीदाबाद एनआईटी, बल्लभगढ़, फरीदाबाद, तिगांव और बड़खल आती हैं. विधानसभा चुनाव में 7 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली. इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की. बीजेपी को हथीन, होडल, पलवल, बड़खल, बल्लभगढ़, फरीदाबाद और तिगांव सीट पर जीत मिली. जबकि कांग्रेस को फरीदाबाद एनआईटी और पृथला से निर्दलीय उम्मीदवार को जीत मिली.

फरीदाबाद सीट का जातीय समीकरण-
फरीदाबाद लोकसभा सीट पर जाट बिरादरी के मतदाता सबसे अधिक हैं. जाट समाज के 4.2 लाख वोटर हैं. जबकि 3.65 लाख अनुसूचित जाति के वोटर हैं. गुर्जर समुदाय के 3.5 लाख मतदाता हैं. 3.1 लाख ओबीसी और 2.4 लाख ब्राह्मण के अलावा 2.35 लाख मुस्लिम वोटर हैं.

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