गाजियाबाद लोकसभा सीट उत्तर प्रदेश में है और दिल्ली के पास है. जब से इस लोकसभा सीट का नाम गाजियाबाद पड़ा है, उसके बाद से अब तक इस सीट पर सिर्फ बीजेपी की जीत हुई है. इस सीट पर राजपूत-ब्राह्मण और मुसलमान वोटर की बहुलता है. गाजियाबाद लोकसभा सीट से 7 बार बीजेपी और 5 बार कांग्रेस को जीत मिली है. चलिए आपको इस सीट का जातीय समीकरण और इतिहास बताते हैं.
किस पार्टी ने किसको बनाया उम्मीदवार-
गाजियाबाद लोकसभा सीट से साल 2009 से लगातार राजपूत उम्मीदवारों को जीत होती रही है. लेकिन इस बार मुख्य पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस ने राजपूत उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया है. बीजेपी ने वर्तमान सांसद वीके सिंह का टिकट काट दिया है और उनकी जगह अतुल गर्ग को उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने डॉली शर्मा को उम्मीदवार बनाया है. डॉली शर्मा ब्राह्मण समुदाय से आती हैं. जबकि अतुल गर्ग वैश्य समुदाय से हैं.
2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के जनरल विजय कुमार सिंह ने जीत दर्ज की थी. वीके सिंह ने 5 लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. बीजेपी उम्मीदवार सिंह को 9 लाख 44 हाजर 503 वोट मिले थे, जबकि समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार सुरेश बंसल को 4 लाख 43 हजार 3 वोट मिले थे. कांग्रेस की डॉली शर्मा को एक लाख 11 हाजर 944 वोट हासिल हुए थे.
गाजियाबाद लोकसभा सीट का इतिहास-
हापुड़ लोकसभा सीट का नाम साल 2008 में बदलकर गाजियाबाद लोकसभा सीट कर दिया गया. उसके बाद से अब तक इस सीट पर सिर्फ बीजेपी को जीत मिली है. साल 2009 में बीजेपी ने राजनाथ सिंह को उम्मीदवार बनाया था. उस चुनाव में राजनाथ सिंह ने कांग्रेस के सुरेंद्र प्रकाश गोयल को हराया था. साल 2014 आम चुनाव में बीजेपी ने जनरल वीके सिंह को उम्मीदवार बनाया. लेकिन इस बार कांग्रेस ने राज बब्बर को मैदान में उतारा. बीजेपी उम्मीदवार वीके सिंह ने राज बब्बर को हराया. साल 2019 में बीजेपी ने फिर से वीके सिंह को उतारा और उनको प्रचंड जीत मिली.
हापुड़ लोकसभा सीट का इतिहास-
साल 2008 से पहले गाजियाबाद सीट का नाम हापुड़ लोकसभा सीट था. इस सीट पर पहली बार साल 1957 में चुनाव हुए थे. कांग्रेस के कृष्ण चंद्र शर्मा और साल 1962 में कांग्रेस के कमाल चौधरी को जीत मिली थी. कमला चौधरी इकलौती महिला हैं, जिनको इस सीट पर अब तक जीत मिली है. लेकिन साल 1967 आम चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार प्रकाश वीर शास्त्री ने जीत हासिल की. साल 1971 आम चुनाव में कांग्रेस के बुद्ध प्रिया मौर्या ने जीत हासिल की. साल 1977 में जनता पार्टी के कुंवर मोहम्मद अली खान ने जीत दर्ज की. साल 1980 में जनता पार्टी के अनवर अहमद को जीत मिली. साल 1984 चुनाव में कांग्रेस(आई) के केदारनात सिंह विजयी हुए. साल 1989 आम चुनाव में जनता दल के किशन चंद त्यागी जीते. साल 1991, साल 1996, साल 1998 और साल 1999 में बीजेपी के डॉ. रमेश चंद तोमर को जीत मिली. साल 2004 में कांग्रेस के सुरेंद्र प्रकाश गोयल को जीत मिली.
गाजियाबाद सीट का जातीय समीकरण-
गाजियाबाद लोकसभा सीट पर मुस्लिम, राजपूत और ब्राह्मण वोटर्स की बहुलता है. इस सीट पर सबसे ज्यादा 5.5 लाख मुस्लिम वोटर्स हैं. जबकि 4.7 लाख राजपूत और 4.5 लाख ब्राह्मण वोटर हैं. 2.5 लाख बनिया और 4.5 लाख अनुसूचित जाति के वोटर हैं. इस सीट पर 1.25 लाख जाट, एक लाख पंजाबी, 75 हजार त्यागी, 70 हजार गुर्जर और 5 लाख दूसरे समुदाय के वोटर हैं.
5 विधानसभा सीट का गणित-
गाजियाबाद लोकसभा सीट के तहत 5 विधानसभा सीटें आती हैं. साल 2022 विधानसभा चुनाव में सभी पांचों सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है. लोनी से नंद किशोर गुर्जर, मुरादनगर से अजीत पाल त्यागी, साहिबाबाद से सुनील कुमार शर्मा, गाजियाबाद से अतुल गर्ग और धौलाना से धर्मेंद्र सिंह तोमर को जीत मिली है. धौलाना विधानसभा सीट हापुड़ जिले में आती है.
ये भी पढ़ें: