मुर्शिदाबाद लोकसभा सीट पश्चिम बंगाल में हैं. इस सीट पर वामपंथी दलों का दबदबा रहा है. 8 बार सीपीआई ने जीत दर्ज की है. हालांकि साल 2019 आम चुनाव में TMC ने वामदलों के दबदबे को तोड़ दिया था. कांग्रेस को इस सीट पर 4 बार जीत मिली है. यह मुस्लिम बाहुल्य माना जाता है. चलिए आपको इस सीट का समीकरण और इतिहास बताते हैं.
टीएमसी उम्मीदवार ने हासिल की जीत-
आम चुनाव 2024 में मुर्शिदाबाद लोकसभा सीट से टीएमसी के अबू ताहिर खान के जीत हासिल की है. ताहिर खान ने साल 2019 आम चुनाव में भी जीत हासिल की थी. खान ने सीपीएम के उम्मीदवार एमडी सलीम को 1.64 लाख वोटों से हराया. टीएमसी उम्मीदवार को 6.82 लाख और सीपीएम उम्मीदवार सलीम को 5.18 लाख वोट मिले. जबकि इस सीट पर बीजेपी उम्मीदवार गौरी शंकर घोष को 2.92 लाख वोट मिले.
2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में टीएमसी के उम्मीदवार अबू ताहिर खान ने कांग्रेस उम्मीदवार अबु हेना को 2 लाख 26 हजार 417 वोटों से हराया था. इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार हुमायूं कबीर तीसरे नंबर पर रहे थे. उनको 2 लाख 47 हजार 809 वोट मिले थे. जबकि सीपीएम के बदरुद्दोजा खान को एक लाक 80 हजार 793 वोट मिले थे. विजयी उम्मीदवार अबू ताहिर खान को 6 लाख 4 हजार 346 वोट मिले थे, जबिक कांग्रेस उम्मीदवार को 3 लाख 77 हजार 929 वोट मिले थे.
इस सीट का इतिहास-
मुर्शिदाबाद लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोट डाले गए थे. उस चुनाव में कांग्रेस के मुहम्मद खुदा बख्श सांसद चुने गए थे. खुदा बख्श को साल 1957 आम चुनाव में भी जीत मिली थी. लेकिन साल 1962 आम चुनाव में इंडिपेंडेंट डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार सैयद बदरुद्दुजा ने जीत हासिल की थी. साल 1967 आम चुनाव में भी बदरुद्दुजा सांसद चुने गए. साल 1971 आम चुनाव में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के अभू तालेब चौधरी ने जीत हासिल की. साल 1977 आम चुनाव में जनता पार्टी के काजिम अली मिर्जा सांसद चुने गए.
इस सीट पर पहली बार साल 1980 आम चुनाव में वामदलों को जीत मिली. इसके बाद 24 साल तक वादमलों को जीत मिलती रही. साल 1980 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सैयद मसूदल हुसैन ने जीत दर्ज की. इसके बाद 5 बार मसूदल हुसैन सांसद चुने गए. उन्होंने साल 1980 के बाद साल 1984, साल 1989, साल 1991 और साल 1996 में सांसद चुने गए. इसके बाद साल 1998 आम चुनाव में सीपीआई के मोइनुल हसन सांसद चुने गए. उन्होंने साल 1999 आम चुनाव में भी जीत दर्ज की.
साल 2004 आम चुनाव में कांग्रेस ने वापसी की और पार्टी उम्मीदवार अब्दुल मन्नान हुसैन सांसद चुने गए. साल 2009 आम चुनाव में भी अब्दुल मन्नान हुसैन ने फिर से जीत हासिल की. लेकिन साल 2014 आम चुनाव में सीपीआई के बदरुद्दोजा खान सांसद चुने गए. साल 2019 आम चुनाव में टीएमसी के अबू ताहिर खान ने जीत दर्ज की.
7 विधानसभा चुनावों का गणित-
मुर्शिदाबाद लोकसभा सीट के तहत 7 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें भागबंगोला, रानीनगर, मुर्शिदाबाद, हरिहरपारा, डोमकल, जलांगी और करीमपुर विधानसभा सीटें शामिल हैं. विधानसभा चुनाव 2021 में टीएमसी ने 6 सीटों और बीजेपी ने एक सीट पर जीत दर्ज की. मुर्शिदाबाद में बीजेपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है.
मुर्शिदाबाद सीट का जातीय समीकरण-
2011 जनगणना के मुताबिक मुर्शिदाबाद लोकसभा सीट पर 60 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं. जबकि 15 फीसदी वोटर अनुसूचित जाति (SC) से आते हैं. जबकि 1.5 फीसदी वोटर अनुसूचित जनजाति (ST) के हैं. इस क्षेत्र की ज्यादातर आबादी कृषि पर आधारित है.
ये भी पढ़ें: