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Nagpur Lok Sabha Seat: Congress का दबदबा, 12 आम चुनाव में मिली जीत, गडकरी ने दर्ज की फिर से जीत... जानें क्या है इस सीट का इतिहास

Maharashtra Lok Sabha Election: नागपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है. कांग्रेस उम्मीदवारों को 12 आम चुनावों में जीत मिली है. लेकिन इस बार बीजेपी के गडकरी ने जीत हासिल की है. इस सीट पर 50 फीसदी वोटर ओबीसी हैं. इस सीट पर दलितों की संख्या 20 फीसदी है.

Nagpur Lok Sabha Seat Nagpur Lok Sabha Seat

नागपुर लोकसभा सीट महाराष्ट्र में है. नागपुर में ही आरएसएस का हेड ऑफिस है. इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है. कांग्रेस ने 12 आम चुनाव में जीत हासिल की है. लेकिन पिछले 3 बार से बीजेपी के दिग्गज नेता नितिन गडकरी का कब्जा है. इस सीट पर ओबीसी वोटर्स की बहुलता है. दलित मतदाता भी 20 फीसदी हैं. चलिए आपको इस सीट का समीकरण और इतिहास बताते हैं.

गडकरी ने फिर दर्ज की जीत-
आम चुनाव 2024 में नागपुर लोकसभा सीट से एक बार फिर नितिन जयराम गडकरी ने जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस के विकास ठाकरे को 1.37 लाख वोटों से हराया है. गडकरी को 6.55 लाख वोट मिले. जबकि कांग्रेस उम्मीदवार 5.17 लाख वोट हासिल हुए.

2019 आम चुनाव के नतीजे-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के नितिन गडकरी ने जीत हासिल की. गडकरी ने कांग्रेस के नाना फाल्गुनराव पटोले को हराया. गडकरी ने 2 लाख 16 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. गडकरी को 6 लाख 60 हजार 221 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार पटोले को 4 लाख 44 हजार 212 वोट मिले थे. बीएसपी उम्मीदवार मोहम्मद जमाल को 31 हजार 725 वोट मिले थे.

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लोकसभा सीट का इतिहास-
कांग्रेस पार्टी को इस सीट पर 12 आम चुनावों में जीत हासिल हुई है. इस सीट पर पहली बार साल 1952 आम चुनाव में वोट डाले गए थे. उस चुनाव में कांग्रेस के अनसूयाबाई काले को जीत मिली थी. काले ने साल 1957 आम चुनाव में भी जीत दर्ज की. साल 1959 उपचुनाव में कांग्रेस के माधव श्रीहरि अणे विजयी हुए. साल 1962 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर माधव श्रीहरि ने जीत हासिल की. साल 1967 आम चुनाव में कांग्रेस के नरेंद्र आर देवघरे सांसद चुने गए थे. साल 1971 आम चुनाव में ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक के उम्मीदवार जंबुवंतराव धोटे सांसद चुने गए.

साल 1977 आम चुनाव के बाद कांग्रेस ने लगातार 5 बार जीत हासिल की. 1977 में कांग्रेस के मंचरशा अवारी, साल 1980 में जंबुवंतराव धोटे और साल 1984 आम चुनाव में बनवारीलाल पुरोहित ने जीत दर्ज की. साल 1989 आम चुनाव में बनवारीलाल ने फिर से जीत दर्ज की. साल 1991 आम चुनाव में कांग्रेस के दत्ता मेघे सांसद चुने गए.

साल 1996 आम चुनाव में बीजेपी ने नागपुर लोकसभा सीट पर पहली बार जीत दर्ज की. बीजेपी उम्मीदवार बनवारीलाल पुरोहित सांसद चुने गए. लेकिन साल 1998 में कांग्रेस ने फिर से जीत दर्ज की. कांग्रेस के विलास मुत्तेमवार ने जीत हासिल की. विलास मुत्तेमवार लगातार 4 बार सांसद चुने गए. उन्होंने साल 1998, साल 1999, साल 2004 और साल 2009 में जीत हासिल की.

साल 2014 आम चुनाव में इस सीट पर नितिन गडकरी ने पहली बार जीत दर्ज की. गडकरी बीजेपी के टिकट पर सांसद चुने गए. साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के टिकट पर नितिन गडकरी फिर से सांसद चुने गए.

6 विधानसभा सीटों का गणित-
नागपुर लोकसभा सीट के तहत 6 विधानसभा सीटें आती हैं. इसमें नागपुर दक्षिण पश्चिम, नागपुर दक्षिण, नागपुर पूर्व, नागपुर सेंट्रल, नागपुर पश्चिम और नागपुर उत्तर शामिल है. विधानसभा चुनाव में 4 सीटों पर बीजेपी और दो सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली है. नागपुर पश्चिम से कांग्रेस के विकास ठाकरे और नागपुर उत्तर से कांग्रेस के नितिन राऊत विधायक हैं. इसके अलावा 4 सीटों पर बीजेपी विधायक हैं. नागपुर दक्षिण पश्चिम से देवेंद्र फडणवीस, नागपुर दक्षिण से मोहन मते, नागपुर पूर्व से कृष्णा खोपड़े और नागपुर सेंट्रल से विकास कुम्भारे विधायक हैं.

इस सीट का जातीय समीकरण-
नागपुर लोकसभा सीट पर वोटर्स की संख्या 21 लाख है. इस सीट पर ओबीसी वोटर्स की बहुलता है. जिनकी संख्या 50 फीसदी से ज्यादा है. नागपुर लोकसभा सीट पर दलित मतदाता 20 फीसदी हैं. जबकि मुस्लिम वोटर्स की संख्या 10 से 12 फीसदी तक है.

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