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Samastipur Lok Sabha Seat: चिराग पासवान ने Shambhavi तो Congress ने Sunny Hazari को बनाया है उम्मीदवार, जानिए कुशवाहा-यादव बाहुल्य समस्तीपुर लोकसभा सीट का इतिहास

Bihar Lok Sabha Election 2024: बिहार में Samastipur  लोकसभा सीट की चर्चा इन दिनों खूब हो रही है. लोकसभा चुनाव 2024 में इस सीट से नीतीश सरकार के दो मंत्रियों की संताने आमने-सामने हैं. एक को लोजपा (आर) ने तो दूसरे को कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है.

Samastipur Lok Sabha Seat Samastipur Lok Sabha Seat
हाइलाइट्स
  • पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर समस्तीपुर से जीत चुके हैं चुनाव

  • एनडीए उम्मीदवार ही पिछले कुछ चुनावों से इस सीट पर मार रहे बाजी

Bihar Politics: लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) का बिगुल बज चुका है. एनडीए (NDA) हो या इंडिया (INDIA) गठबंधन से जुड़ी पार्टियां सभी अपनी-अपनी जीत का दावा कर  रही हैं. आज हम आपको बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट का जातीय समीकरण और इतिहास बताने जा रहे हैं. 

लोजपा (आर) और कांग्रेस में मुख्य मुकाबला
बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में समस्तीपुर की खूब चर्चा हो रही है क्योंकि यहां से नीतीश सरकार के दो मंत्रियों की संताने चुनावी मैदान में हैं. समस्तीपुर लोकसभा सीट से एनडीए (NDA) की तरफ से लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास (Lok Janshakti Party Ramvilas) ने अपना उम्मीदवार शांभवी चौधरी (Shambhavi Chaudhary) को बनाया है.

उधर इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) की तरफ से कांग्रेस (Congress) ने सन्नी हजारी (Sunny Hazari) को चुनावी मैदान में उतारा है. LJP (R) उम्मीदवार शांभवी चौधरी जहां बिहार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी एवं आचार्य कुणाल किशोर की बहू हैं तो वहीं सन्नी हजारी बिहार सरकार में जेडीयू कोटे से मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे हैं. वह रामविलास पासवना के रिश्तेदार भी लगते हैं. 

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कभी कांग्रेस का था दबदबा
समस्तीपुर लोकसभा सीट पर शुरू में कांग्रेस का दबदबा था. लोकसभा चुनाव 1952  से लेकर 1971 तक लगातार कांग्रेस उम्मीदवार जीत दर्ज करने में सफल रहे. लेकिन पिछले कुछ चुनावों से इस सीट पर एनडीए उम्मीदवार ही जीतते आए हैं. समस्तीपुर लोकसभा सीट एससी उम्मीदवारों के लिए सुरक्षित सीट है. इस संसदीय क्षेत्र का बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर से खास नाता है. साल 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर कर्पूरी ठाकुर यहां से चुनाव जीते थे. 

समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र से कब और किसने दर्ज की जीत
1952 से 1971 तकः सत्यनारायण सिन्हा, कांग्रेस
1971: यमुना प्रसाद मंडल, कांग्रेस
1977: कर्पूरी ठाकुर, जनता पार्टी
1980: अजीत कुमार मेहता, जनता पार्टी
1984: रामदेच राय, कांग्रेस
1989: मंजय लाल, जनता दल
1991: मंजय लाल, जनता दल
1996: अजीत कुमार मेहता, जनता दल
1998: अजीत कुमार मेहता, राजद
1999: मंजय लाल, जदयू
2004: अजीत कुमार मेहता, राजद
2009: महेश्वर हजारी, जदयू
2014: रामचन्द्र पासवान, लोजपा
2019: रामचन्द्र पासवान, लोजपा
2019: रामचन्द्र पासवान के निधन के बाद हुए उप चुनाव में प्रिंसराज (लोजपा) ने दर्ज की थी जीत. 

लोकसभा चुनाव 2019 में कैसा रहा था जनादेश
लोकसभा चुनाव 2019 में समस्तीपुर सीट से कुल 12 उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई थी. लेकिन जीत लोजपा के रामचन्द्र पासवान को मिली थी. उन्होंने लगातार दूसरी पर जीत दर्ज की थी. लोकसभा चुनाव 2019 में रामचन्द्र पासवान को 562,443 वोट मिले थे. वहीं दूसरे नंबर पर कांग्रेस उम्मीदवार अशोक कुमार रहे थे. अशोक कुमार को 310,800 मतों से संतोष करना पड़ा था. तीसरे नंबर पर वाजिब अधिकार पार्टी के अजय कुमार थे, इन्हें 27,577 वोट मिले थे.

निर्दलीय उम्मीदवार ममता कुमारी 23,590 वोटों के साथ चौथे नंबर रही थीं. चुनाव संपन्न होने के कुछ दिनों के बाद रामचन्द्र पासवान के निधन के बाद उपचुनाव कराया गया. उपचुनाव में लोजपा ने रामचन्द्र पासवान के बेटे प्रिंसराज को अपना उम्मीदवार बनाया था. प्रिंसराज ने कांग्रेस उम्मीदवार अशोक कुमार को हराया था. प्रिंसराज को 390276 और अशोक को 288186 मत मिले थे. इस बार तीसरे स्थान पर निर्दलीय प्रत्याशी सूरज कुमार दास रहे थे. उन्हें 36182 मत मिले थे.नोटा को चौथा स्थान मिला था.

समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल इतनी हैं विधानसभा सीटें
समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल छह विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं. इसमें दरभंगा जिले का कुशेश्वर स्थान विधानसभा, हायाघाट विधानसभा और समस्तीपुर जिले का कल्याणपुर विधानसभा, वारिसनगर, समस्तीपुर व रोसड़ा शामिल है. आरक्षण की बात करें तो कुशेश्वर स्थान, कल्याणपुर और रोसड़ा विधानसभा सीटें एससी के लिए आरक्षित हैं.

विधानसभा चुनाव 2020 में जदयू ने तीन (कल्याणपुर से महेश्वर हजारी, कुशेश्वर स्थान से जदयू के शशिभूषण हजारी, वारिसनगर से अशोक कुमार) सीटों पर जीत दर्ज की थी. बीजेपी ने दो सीटों रोसड़ा से विरेंद्र कुमार और हायाघाट से राम चंद्र प्रसाद ने जीत दर्ज की थी. आरजेडी के अख्तरुल इस्लाम शाहीन ने समस्तीपुर विधानसभा सीट से जीत दर्ज की थी. कुशेश्वर स्थान के विधायक शशि भूषण हजारी के निधन हो जाने बाद 2021 में हुए उप चुनाव में एक बार फिर से जदयू ने जीत हासिल की. शशि भूषण हजारी के बेटे अमन भूषण हजारी को जनता ने अपना विधायक चुना.

क्या है जातीय समीकरण 
समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र के जातीय समीकरण की बात करें तो इस क्षेत्र में कुशवाहा और यादव जाति के लोग अधिक हैं. इसके अलावा अनुसचित जाति की आबादी भी अच्छी-खासी है. सामान्य और ओबीसी समुदाय के मतदाता भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते  हैं. यहां मुस्लिम वोटर्स की संख्या भी ठीकठाक है. इसके अलावा अति पिछड़े भी चुनाव को प्रभावित करते हैं. यहां मतदाताऒ की कुल संख्या 1800893 है. इसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 945962 तो महिला मतदाताओं की संख्या 854902 है. इस बार के चुनाव में ट्रांसजेंड वोटरों की संख्या 29 है.