लोकसभा चुनाव 2024 के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) की पहली सूची जारी हो गई है. सपा ने 16 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया है. इसमें से तीन नाम मुलायम परिवार से हैं. सपा ने अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को मैनपुरी से धर्मेंद्र यादव को बदायूं से और अक्षय यादव को फिरोजाबाद से चुनावी मैदान में उतारा है. मौजूदा लोकसभा में सपा के तीन सांसद हैं, इनमें से 2 का नाम प्रत्याशी के तौर पर घोषित हुआ है. इनमें शफीकुर्रहमान बर्क़ और डिम्पल यादव शामिल हैं. मुरादाबाद से एसटी हसन के नाम की अभी घोषणा नहीं की गई है.
कहां से किसे मिला टिकट
1. मैनपुरी से डिंपल यादव.
2. फिरोजाबाद से अक्षय यादव.
3. बदायूं से धर्मेंद्र यादव.
4. संभल से शाफिकुर रहमान बर्क.
5. एटा से देवेश शाक्य.
6. खीरी से उत्कर्ष वर्मा.
7. धौरहरा से आनंद भदौरिया.
8. उन्नाव से अनु टंडन.
9. लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा.
10. फर्रुखाबाद से नवल किशोर शाक्य.
11. अकबरपुर से राजारमपाल.
12. बांदा से शिव शंकर सिंह पटेल.
13. फैजाबाद से अवधेश प्रसाद.
14. अंबेडकर नगर से लालजी वर्मा.
15. बस्ती से राम प्रसाद चौधरी.
16. गोरखपुर से काजल निषाद.
ऐसे साधा जातीय संतुलन
सपा की पहली लिस्ट में 11 OBC, 1 मुस्लिम, 1 दलित, 1 ठाकुर, 1 टंडन और 1 खत्री प्रत्याशी शामिल हैं. कुल 11 OBC टिकटों में 4 कुर्मी, 3 यादव, 2 शाक्य, 1 निषाद और 1 पाल जाति से हैं. सपा ने अयोध्या लोकसभा (सामान्य सीट) पर दलित वर्ग के पासी प्रत्याशी को टिकट दिया है. एटा और फर्रूखाबाद में पहली बार यादव की जग शाक्य बिरादरी के नेताओं को टिकट दिया गया है.
इंडिया गठबंधन को दिया ये संदेश
इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी ऐसा दूसरा दल है जिसने अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं. इससे पहले आम आदमी पार्टी ने गुजरात में अपना एक उम्मीदवार घोषित किया था. अखिलेश यादव ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा करके अपने सहयोगी दलों को साफ संदेश दे दिया है कि अब सीट और टिकट बंटवारे पर देरी न करें. कांग्रेस जिन सीटों पर नजरें लगा रही थी, वैसी कुछ सीटों पर भी अखिलेश यादव ने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. कांग्रेस लखीमपुर और लखनऊ सीट की मांग कर रही थी लेकिन सपा ने दोनों सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं.
सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें की है ऑफर
सपा और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने अभी हाल में गठबंधन का ऐलान किया था. जयंत चौधरी की पार्टी आरएलडी सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी जबकि सपा ने कांग्रेस को 11 सीटें देने की घोषणा की है. हालांकि कांग्रेस इससे संतुष्ट नहीं है. एक सीट भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर की पार्टी को मिल सकती है जिस पर वे खुद चुनाव लड़ सकते हैं.
राजनीतिक लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण राज्य है यूपी
राजनीतिक लिहाज से सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीट हैं. देश में लोकसभा चुनाव इसी साल अप्रैल-मई में होने की संभावना है. उत्तर प्रदेश में भाजपा के 64 सांसद हैं. इसके अलावा बसपा के 10, सपा के तीन और अपना दल (सोनेलाल) के दो सांसद हैं. सोनिया गांधी राज्य की एकमात्र कांग्रेस सांसद हैं, जो रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने यूपी की 80 में से 73 सीटें जीती थीं. बीजेपी 71 और अनुप्रिया पटेल की अपना दल ने दो सीटों पर कब्जा जमाया था.