scorecardresearch

Lok Sabha Election Results 2024: Rahul Gandhi ने नतीजे आते ही संविधान, यूपी के मतदाताओं और सरकार बनाने को लेकर क्या कहा?

राहुल ने नतीजों के बाद पहली प्रेस कांंफ्रेंस में न सिर्फ संविधान को बचाने के अपने प्रण को दोहराया, बल्कि सरकार बनाने से जुड़े सवाल का भी जवाब दिया.

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के नतीजे सार्वजनिक होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने एक प्रेस कांफ्रेंस की जिसमें जयराम रमेश, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और सोनिया गांधी के चेहरों पर राहत दिखाई दी. भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर जरूर उभरी है, लेकिन उसे पूर्ण बहुमत प्राप्त नहीं. बीजेपी इस समय अपने गठबंधन के साझेदारों (NDA) के साथ बहुमत बना पा रही है. दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी के पास भी इंडिया गठबंधन (INDIA) में कुछ पुराने साझेदारों को वापस लाकर सरकार बनाने का मौका है. राहुल ने प्रेस कांफ्रेंस में इसका अंदेशा भी दिया. 

"संविधान को बचाने का था चुनाव"
राहुल ने एक बार फिर कहा कि लोकसभा चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा संविधान था और इस जीत के साथ भारत ने संविधान बचाने की ओर पहला कदम बढ़ा लिया है.

राहुल ने कहा, "यह चुनाव इंडिया गठबंधन और कांग्रेस पार्टी ने सिर्फ एक राजनीतिक दल क खिलाफ नहीं लड़ा. यह चुनाव हम बीजेपी, हिन्दुस्तान की संस्थाएं, पूरे प्रशासनिक दस्ते, सीबीआई, ईडी और आधी न्यायपालिका के खिलाफ लड़ा था. क्योंकि इन सब संस्थाओं को नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने कैप्चर किया, डराया, धमकाया है." 

सम्बंधित ख़बरें

उन्होंने कहा, जब इन्होंने हमारा बैंक अकाउंट फ्रीज किया, मुख्यमंत्रियों को जेल में डाला, पार्टियां तोड़ीं, तो मेरे मन में था कि हिन्दुस्तान की जनता एक साथ खड़ी होकर लड़ जाएगी. और यह सच साबित हुआ. मैं हिन्दुस्तान की जनता से, इंडिया गठबंधन के साझेदारों से, कांग्रेस पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का दिल से धन्यवाद करना चाहता हूं. आपने संविधान को बचाने का पहला और सबसे बड़ा कदम उठा लिया है."

निशाने पर आए अडानी
चुनाव के नतीजे सामने आते ही स्टॉक मार्केट धड़ाम से गिर गया. राहुल ने संवाददाताओं से बात करते हुए इसका भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा, "आपने अडानी जी के स्टॉक्स देखे होंगे. जनता अडानी जी को मोदीजी से जोड़कर देख रही है. यह सीधा संबंध, भ्रष्टाचार का संबंध है."

उन्होंने कहा "देश ने नरेंद्र मोदी जी को साफ कह दिया है, कि हम आपको नहीं चाहते हैं. देश ने साफ-साफ कह दिया है कि हम नरेंद्र मोदी और अमित शाह को नहीं चाहते. हमें उनका देश चलाने का तरीका नहीं पसंद. हमें उनका संविधान को अपमान करना नहीं पसंद. यह नरेंद्र मोदी को एक बड़ा संदेश है. मैं उन सभी लोगों का धन्यवाद करना चाहूंगा जिन्होंने इस चुनाव में हिस्सा लिया. मुझे भारत के लोगों पर गर्व है. मुझे उन लोगों पर गर्व है जो संविधान पर हो रहे हमलों के खिलाफ खड़े रहे हैं." 


सरकार बनाने पर क्या बोले राहुल?
संवाददाता सम्मेलन में इस बात का भी उल्लेख हुआ कि बीजेपी और इंडिया गठबंधन की सीटों में बहुत बड़ा अंतर नहीं है. राहुल से सवाल किया गया कि क्या कांग्रेस एनडीए में मौजूद अपने पुराने साझेदारों की मदद से सरकार बनाने की कोशिश करेगी? इसके जवाब में राहुल ने कहा कि वह इंडिया गठबंधन के साझेदारों से बातचीत के बाद ही कुछ कह सकेंगे.

राहुल ने एक सवाल के जवाब में कहा, "हम अपने साझेदारों के साथ मीटिंग करेंगे. यह बैठक कल होगी. वहां यह सवाल उठाए जाएंगे और इनके जवाब मिलेंगे. हम अपने साझेदारों से पूछे बिना किसी सवाल का जवाब नहीं देंगे."

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने भी राहुल की बात को दोहराया. उन्होंने कहा, "जैसा कि राहुल गांधी ने कहा, जब तक हम अपने गठबंधन के साझेदारों से बात नहीं करेंगे, तब तक कुछ नहीं कह सकते. सारी रणनीति अगर मैं यहीं बोल दूंगा तो मोदीजी होशियार हो जाएंगे." 

यूपी की जनता की हुई तारीफ
उत्तर प्रदेश इस चुनाव में एक ऐसा राज्य बनकर उभरा जहां बीजेपी को बड़ा झटका लगा. इस स्टोरी के लिखे जाने तक बीजेपी 32 सीटों पर जबकि इंडिया गठबंधन 44 सीटों पर आगे है. इस बड़े उलटफेर के बाद राहुल ने यूपी की जनता की राजनीतिक समझ की तारीफ की. 

उन्होंने कहा, "आपने (यूपी की जनता ने) कमाल करके दिखा दिया. यूपी ने हिन्दुस्तान की राजनीति समझकर, संविधान पर खतरा समझकर, उसकी रक्षा की है. मैं सब राज्यों का शुक्रिया करना चाहता हूं, लेकिन  यूपी का विशेष शुक्रिया करता हूं."
राहुल ने कहा, "यूपी के बारे में एक बात और बोल देता हूं, इसमें मेरी बहन प्रियंका का भी योगदान है जो अभी यहां छुपी हुई है."