देश में 17वां आम चुनाव कई मायनों में खास रहा. इस चुनाव में पहली बार ऐसा हुआ, जब बीजेपी पूर्ण बहुमत से दोबारा सत्ता में आई. साल 2019 आम चुनाव में 7 चरणों में वोट डाले गए थे. 23 मई को नतीजे घोषित किए गए. इस आम चुनाव में मुख्य मुकाबला NDA और UPA के बीच था. बीजेपी ने इस चुनाव में बड़ी जीत दर्ज की और इतिहास रच दिया था.
साल 2019 आम चुनाव 11 अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच हुआ था. इस चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा 303 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि कांग्रेस को सिर्फ 52 सीटों पर जीत मिली थी. इस चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए को 353 सीटें मिली थी. जबकि कांग्रेस की अगुवाई वाली यूपीए को 92 सीटें हासिल हुई थी. एनडीए का वोट शेयर 45 फीसदी था. जबकि यूपीए का वोट 26 फीसदी वोट मिला था. अकेले बीजेपी को 37.43 फीसदी वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस को 19.51 फीसदी वोट हासिल हुए थे.
इस आम चुनाव में बीजेपी ने इतिहास का सबसे बढ़िया प्रदर्शन किया. इस चुनाव बीजेपी ने अकेले 303 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी ने अरुणाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, त्रिपुरा और उत्तराखंड में क्लीन स्वीप किया था. जबकि बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में 42 में से 18, यूपी में 80 में से 62, ओडिशा में 21 में से 8, बिहार में 40 में से 17, मध्य प्रदेश में 29 में से 28, कर्नाटक में 28 में से 25, झारखंड में 14 में से 11 सीटों पर अकेले जीत दर्ज की थी.
इस चुनाव हिंदी पट्टी में क्षेत्रीय दलों का सफाया हो गया था. बिहार में आरजेडी का सफाया हो गया था. लालू यादव की पार्टी को कोई सीट नहीं मिली थी. जबकि दिल्ली में आम आदमी पार्टी को कोई सीट नहीं मिली थी. झारखंड में जेएमएम को एक सीट मिली थी. जबकि उत्तर प्रदेश में बीएसपी 10 सीटों और समाजवादी पार्टी 5 सीटों पर सिमट गई थी.
17वें आम चुनाव में बीजेपी ने दक्षिण के कुछ राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. हालांकि कई राज्यों में पार्टी का खाता भी नहीं खुला. बीजेपी ने तेलंगाना की 17 सीटों में से 4 सीटों पर जीत दर्ज करने में कामयाब रही. कर्नाटक में बीजेपी ने 28 में से 25 सीटों पर जीत दर्ज की. हालांकि तमिलानाडु और केरल में बीजेपी का खाता नहीं खुला. तमिलनाडु में डीएमके ने 23 सीट और कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की. जबकि केरल में कांग्रेस क 20 में से 15 सीटों पर जीत मिली थी. इस राज्य में बीजेपी का खाता भी नहीं खुला.
चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी संसदीय दल के लीडर नरेंद्र मोदी ने 30 मई 2019 को 16वें प्रधानमंत्री के तौर पर पद और गोपनीयता की शपथ ली. नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री बने.
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