लोकसभा चुनाव 2024 के आखिरी चरण यानी 7वें फेज के लिए एक जून को वोटिंग होगी. इस फेज में उत्तर प्रदेश की 13 लोकसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे. इस चरण में वाराणसी, मिर्जापुर, घोसी, बलिया, गाजीपुर, महाराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, बांसगांव, सलेमपुर, चंदौली और राबर्ट्सगंज में वोटिंग होगी. इस चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अनुप्रिया पटेल, महेंद्र नाथ पांडेय, पूर्व पीएम चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर, कांग्रेस लीडर अखिलेश प्रताप सिंह और रवि किशन शामिल हैं. चलिए आपको बताते हैं कि किस सीट पर किसके बीच मुकाबला है.
वाराणसी लोकसभा सीट-
वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. पीएम मोदी इस सीट से पिछले 10 साल से सांसद हैं. इस बार उनके पास जीत की हैट्रिक लगाने का मौका है. जबकि उनके खिलाफ इंडिया एलायंस की तरफ से कांग्रेस ने अजय राय को उम्मीदवार बनाया है. जबकि बीएसपी ने अतहर जमाल लारी को मैदान में उतारा है. इसके अलावा कई निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं.
मिर्जापुर लोकसभा सीट-
आखिरी चरण में मिर्जापुर लोकसभा सीट पर भी वोटिंग होगी. इस सीट पर एनडीए की तरफ से अपना दल (एस) ने अनुप्रिया पटेल को उम्मीदवार बनाया है. जबकि इंडिया गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी ने रमेश चंद बिंद को मैदान में उतारा है. बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से ब्राह्मण उम्मीदवार मनीष तिवारी पर दांव खेला है. इस सीट पर अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल की पार्टी ने कद्दावर नेता दौलत सिंह पटेल को मैदान में उतार दिया है.
घोसी लोकसभा सीट-
घोसी लोकसभा सीट पर 17 बार चुनाव हुए हैं. इसमें से 14 बार राय, राजभर और चौहान की जीत हुई है. इस बार फिर से तीन बड़ी पार्टियों ने इन तीन जातियों से उम्मीदवार दिए हैं. एनडीए की तरफ से एसबीएसपी ने ओमप्रकाश राजभर के बेटे अरविंद राजभर को उम्मीदवार बनाया है. जबकि इंडिया गठबंधन की तरफ से भूमिहार समुदाय से आने वाले राजीव कुमार राय को मैदान में उतारा है. जबकि बीएसपी ने बालकृष्ण चौहान पर दांव लगाया है.
बलिया लोकसभा सीट-
बलिया लोकसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के बेटे नीरज शेखर को उम्मीदवार बनाया है. जबकि समाजवादी पार्टी ने सनातन पांडेय पर दांव लगाया है. बीएसपी ने इस सीट से यादव उम्मीदवार उतारा है और लल्लन सिंह यादव पर भरोसा जताया है. इस सीट पर कुल 13 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं. इस सीट पर समाजवादी पार्टी ब्राह्मण वोटर्स में सेंध लगाने की कोशिश में है.
गाजीपुर लोकसभा सीट-
गाजीपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी ने इस बार टिकट बदल दिया है. पार्टी ने पारस नाथ राय को उम्मीदवार बनाया है. पिछल बार बीजेपी ने मनोज सिन्हा को मैदान में उतारा था. उधर, समाजवादी पार्टी ने मौजूदा सांसद अफजाल अंसारी को उम्मीदवार बनाया है. जबकि बहुजन समाज पार्टी ने राजपूत समाज से आने वाले उमेश सिंह पर दांव लगाया है.
महाराजगंज लोकसभा सीट-
इस सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद पंकज चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. पिछले 10 साल से पंकज चौधरी सांसद हैं और इस बार उनके पास जीत की हैट्रिक लगाने का मौका है. इस सीट से कांग्रेस ने वीरेंद्र चौधरी को मैदान में उतारा है. जबकि बीएसपी ने मौसमे आलम को उम्मीदवार बनाया है.
गोरखपुर लोकसभा सीट-
गोरखपुर सीट से एक बार फिर बीजेपी ने रवि किशन को उम्मीदवार बनाया है. जबकि समाजवादी पार्टी ने काजल निषाद को मैदान में उतारा है. जबकि बीएसपी ने जावेद सिमनानी पर दांव लगाया है. गोरखपुर में 4 लाख से अधिक निषाद वोटर हैं. जबकि 3 लाख राजपूत और ब्राह्मण हैं. इस सीट पर 2 लाख दलित वोटर हैं. इस सीट पर डेढ़ लाख से ज्यादा मुस्लिम वोटर भी हैं.
कुशीनगर लोकसभा सीट-
कुशीनगर सीट से पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य भी ताल ठोक रहे हैं. इस सीट से बीजेपी ने विजय दुबे को टिकट दिया है. जबकि इंडिया गठबंधन की तरफ से समाजवादी पार्टी ने अजय सिंह को मैदान में उतारा है. साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के विजय दुबे ने 3.37 लाख से जीत हासिल की थी.
देवरिया लोकसभा सीट-
देवरिया सीट पर बीजेपी ने मौजूदा सांसद रमापति राम त्रिपाठी का टिकट काट दिया है. उनकी जगह बीजेपी ने शशांक मणि त्रिपाठी को उम्मीदवार बनाया है. जबकि कांग्रेस ने अखिलेश प्रताप सिंह को मैदान में उतारा है. इस सीट पर बीएसपी ने संदेश यादव पर दांव लगाया है.
बांसगांव लोकसभा सीट-
इस सीट से बीजेपी ने मौजूदा सांसद कमलेश पासवान को टिकट दिया है. कमलेश पासवान पिछल 15 साल से सांसद हैं. इस सीट पर कांग्रेस ने सदल प्रसाद को मैदान में उतारा है. जबकि बीएसपी ने राम समुझ को उम्मीदवार बनाया है. पिछले चुनाव में कमलेश पासवान ने सदल प्रसाद को 1.53 लाख वोटों से हराया था.
सलेमपुर लोकसभा सीट-
सलेमपुर सीट से बीजेपी ने मौजूदा सांसद रविंद्र कुशवाहा पर दांव खेला है. कुशवाहा पिछले 10 साल से सांसद हैं. इस बार समाजवादी पार्टी ने इस सीट से रमाशंकर राजभर को मैदान में उतारा है. उधर, बीएसपी ने भीम राजभर पर दांव खेला है.
चंदौली लोकसभा सीट-
चंदौली लोकसभा सीट पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला दिखाई दे रहा है. इस सीट पर बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडेय पर भरोसा जताया है. महेंद्र नाथ पिछले 10 साल से सांसद हैं. समाजवादी पार्टी ने वीरेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है. उधर, बीएसपी ने सत्येंद्र मौर्य पर दांव खेला है.
राबर्ट्सगंज लोकसभा सीट-
राबर्ट्सगंज लोकसभा सीट अनुसूचित जाति (ST) के लिए सुरक्षित है. इस सीट पर एनडीए की तरफ से अपना दल (एस) ने रिंकी कोल को मैदान में उतारा है. जबकि समाजवादी पार्टी ने पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार को उम्मीदवार बनाया है. जबकि बीएसपी ने धनेश्वर गौतम पर दांव लगाया है. पिछले चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार ने 54 हजार वोटों से जीत हासिल की थी.
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