उत्तर प्रदेश में अमेठी और रायबरेली को लेकर कांग्रेस ने भले ही अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन इन सीटों को लेकर पार्टी एक्टिव हो गई है. पार्टी ने रायबरेली और अमेठी सीट के लिए अपनी एक सर्वे टीम भेजी है. यह सर्वे टीम साफ तौर से अमेठी और रायबरेली में लोगों से बातचीत कर इंटरनल डेटा तैयार करके कांग्रेस के आलाकमान को भेजा है. जिसमें साफ तौर से इस बात का दावा किया गया है कि अगर अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ती हैं तो इन सीटों पर जीत मिलेगी.
अमेठी में कांग्रेस ने कराया इंटरनल सर्वे-
अमेठी और रायबरेली से कैंडिडेट को लेकर कांग्रेस आलाकमान ने इन दोनों सीटों पर सर्वे कराने के लिए एक इंटरनल टीम को अमेठी और रायबरेली भेजा है. इस टीम ने इन दोनों सीटों के मतदाताओं से बातचीत की गई. उन सीटों का माहौल जानने की कोशिश की गई. इस सर्वे में ये जानने की कोशिश की गई कि अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस पार्टी को किसको उम्मीदवार बनाना चाहिए? राहुल गांधी को अमेठी और प्रियंका गांधी को रायबरेली से उम्मीदवार बनाने को लेकर भी सर्वे में जानकारी हासिल की गई.
राहुल और प्रियंका की जीत पक्की-
सर्वे टीम ने करीब एक हफ्ते तक अमेठी और रायबरेली में रैंडम सर्वे किया. टीम ने सर्वे की रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को भेज दी है. सर्वे के लिए यह बताया गया है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के करीबी भी इस सर्वे टीम में शामिल रहे. इस सर्वे में ये निकल कर आया कि अगर अमेठी से राहुल गांधी को उम्मीदवार बनाया गया और रायबरेली से प्रियंका गांधी को मैदान में उतारा जाता है तो 80 फीसदी जीतने की उम्मीद है.
रायबरेली और अमेठी लोकसभा क्षेत्र के लोगों से बातचीत में यह बात सामने आई कि अगर गांधी परिवार का कोई व्यक्ति उम्मीदवार होता है तो जीत की पक्की गारंटी है. लेकिन अगर गांधी परिवार के बाहर का कोई सदस्य चुनाव लड़ता है तो हार मिलेगी.
कांग्रेस को गांधी परिवार का इंतजार-
बीजेपी के योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह के मुताबिक अगर कांग्रेस का कोई भी व्यक्ति यहां से चुनाव लड़ता है तो उसकी जीत नहीं होगी, क्योंकि सोनिया गांधी के यहां से जाने से रायबरेली के लोग काफी नाराज हैं और कांग्रेस का साथ छोड़ दिया है.
सोनिया गांधी का रायबरेली लोकसभा में काम देखने वाले मनीष सिंह का मानना है कि सोनिया गांधी जब भी दिल्ली रहीं, यहां मेरे ऊपर जिम्मेदारी रही. हमेशा ऑफिस लोगों के लिए खुला रहा, सोनिया गांधी हमेशा कार्यकर्ताओं के बीच रहीं. वो दिल्ली से रायबरेली तक लोगों के साथ खड़ी नजर आती हैं, आज भी लोग गांधी परिवार का इंतजार कर रहे हैं. उनका कहना है कि जैसे ही प्रियंका गांधी का नाम आएगा, उनकी जीत तय हो जाएगी.
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