लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ गए हैं. उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को 37 सीटों पर जीत मिली है. जबकि भारतीय जनता पार्टी को 33 सीटों पर सफलता मिली है. कांग्रेस को 6, आरएलडी को 2 और अपना दल को एक सीट पर जीत मिली है. समाजवादी पार्टी की जीत में अखिलेश यादव के PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) को 86 फीसदी सफलता मिली है. जबकि बीजेपी के 55 फीसदी सांसद ओबीसी और एससी समुदाय से हैं. चलिए आपको बताते हैं कि सूबे में किस जाति के कितने सांसद किस पार्टी के खाते में आए हैं.
समाजवादी पार्टी के 86 फीसदी सांसद PDA से-
लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने पीडीए का नारा दिया था. पीडीए का मतलब ओबीसी, दलित और अल्पसंख्यक माना गया. समाजवादी पार्टी के 86 फीसदी सांसद इस समुदायों से आते हैं. समाजवादी पार्टी के 37 सांसदों में से 20 ओबीसी से आते हैं. जबकि 8 सांसद अनुसूचित जाति (SC) से आते हैं. समाजवादी पार्टी के 4 सांसद मुस्लिम समुदाय के हैं.
अखिलेश यादव के 5 सवर्ण सांसद-
लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के टिक पर 5 सवर्णों को भी जीत मिली है. इसमें एक ब्राह्मण, एक भूमिहार, एक वैश्य और 2 राजपूत सांसद शामिल हैं. बलिया लोकसभा सीट से ब्राह्मण सनातन पांडेय, घोसी सीट से भूमिहार राजीव राय को जीत मिली है. जबकि मुरादाबाद सीट से रुचि वीरा को सफलता मिली है. अखिलेश यादव की पार्टी को 2 सीटों पर राजपूत उम्मीदवारों को भी जीत मिली है. चंदौली से समाजवादी पार्टी के टिकट पर बीरेंद्र सिंह ने दिग्गज लीडर महेंद्र नाथ पांडेय को हराया है. जबकि धौरहरा लोकसभा सीट से आनंद भदौरिया सांसद चुने गए हैं.
कांग्रेस के 6 उम्मीदवारों को जीत-
इंडिया गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में 6 सीटों पर जीत मिली है. इसमें से एक ओबीसी राकेश राठौर, एक एससी तनुज पुनिया और एक मुस्लिम इमरान मसूद को जीत मिली है. जबकि इलाहाबाद से भूमिहार समुदाय के उज्ज्वल रमण सिंह सांसद चुने गए हैं. अमेठी से पंजाबी केएल शर्मा को जीत मिली है. रायबरेली से कश्मीरी ब्राह्मण राहुल गांधी को जीत मिली है.
बीजेपी के 45 फीसदी सांसद सवर्ण-
यूपी में बीजेपी के 33 सांसद चुने गए हैं. इसमें से 15 सांसद सवर्ण समुदाय से आते हैं. इसमें 8 ब्राह्मण, 5 राजपूत और 2 वैश्य शामिल हैं. बीजेपी के 45 फीसदी सांसद सवर्ण हैं. जबकि इस चुनाव में बीजेपी के ओबीसी और अनुसूचित जाति के 55 फीसदी सांसदों को जीत मिली है. बीजेपी की तरफ से 10 ओबीसी और 8 अनुसूचित जाति के सांसद चुने गए हैं. एनडीए के सहयोगी दल आरएलडी और अपना दल से ओबीसी के 3 सांसद चुने गए हैं. इसमें आरएलडी के 2 सांसद शामिल हैं.
साल 2019 आम चुनाव में क्या था समीकरण-
साल 2019 आम चुनाव में बीजेपी के 62 सांसदों में से 28 सवर्ण जाति के थे. इसमें 12 ब्राह्मण और 11 राजपूत समुदाय से थे. जबकि 5 वैश्य और दूसरे सवर्ण जातियों के सांसद चुने गए थे. ओबीसी के 20 और एससी के 14 सांसद चुने गए थे. पिछले आम चुनाव में समाजवादी पार्टी के 5 सांसद चुने गए थे. जिसमें से 2 ओबीसी और 3 मुस्लिम सांसद थे. पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी के पास कोई भी सवर्ण और अनुसूचित जाति का सांसद नहीं था.
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