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कसाब को फांसी, प्रमोद महाजन को इंसाफ, कौन हैं Ujjwal Nikam जिन्हें BJP ने मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से दिया टिकट?

मुंंबई नॉर्थ सेंट्रल की सीट पर पिछले दो चुनावों से पूनम महाजन जीत हासिल करती आ रही थीं लेकिन इस बार उनके काम को लेकर लोगों के बीच असंतोष की खबरें थींं. अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेेपी किसी नए चेहरे को इस सीट पर उतारेगी.

Ujjwal Nikam, 26/11 attacks lawyer, has been named BJP candiate from Mumbai North Central. Ujjwal Nikam, 26/11 attacks lawyer, has been named BJP candiate from Mumbai North Central.
हाइलाइट्स
  • तीन दशक से वकालत कर रहे हैं निकम

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मुंबई नॉर्थ सेंट्रल सीट से पूनम महाजन का टिकट काटकर एडवोकेट उज्जवल निकम (Ujjwal Nikam) को अपना उम्मीदवार बनाया है. दो बार की सांसद महाजन को लेकर लोगों के बीच असंतोष था, जिसकी वजह से अटकलें लगाई जा रही थीं कि बीजेपी इस लोकसभा चुनाव (Loksabha Elections 2024) के लिए इस सीट पर नया उम्मीदवार उतारेगी. पार्टी ने इन अटकलों को सही साबित करते हुए निकम को अपना उम्मीदवार बनाया है.

26/11 सहित कई हाई प्रोफाइल केसों में रहे हैं शामिल
एडवोकेट निकम ने अपने करियर में कई हाई-प्रोफाइल केस लड़े लेकिन उनके करियर का लैंडमार्क केस 26/11 आतंकवादी हमले से जुड़ा रहा, जिसमें उन्होंने अजमल कसाब को फांसी दिलाने में अपना योगदान दिया. इसके अलावा एडवोकेट निकम 1991 कल्याण बम धमाके, 1993 बॉम्बे  ब्लास्ट और 2003 गेटवे ऑफ इंडिया बॉम्बिंग से जुड़े मामलों में भी सरकारी वकील रहे थे.

अगर आतंकवादी हमलों से हटकर बात करें तो एडवोकेट निकम ने टी-सीरीज के संस्थापक गुलशन कुमार के हत्यारों और बीजेपी नेता प्रमोद महाजन के हत्यारों को सजा दिलाने में अपनी भूमिका निभाई थी. जून 2014 में मोहसिन शेख की लिंचिंग से जुड़े मामले में भी उज्जवल निकम को सरकारी वकील चुना गया था, हालांकि 2017 में उन्होंने केस से अपना नाम वापस ले लिया था.
कुल मिलाकर निकम अपने तीन दशक लंबे करियर में 628 लोगों को उम्रकैद और 37 को मौत की सजा दिलवा चुके हैं. 

पद्मश्री से सम्मानित, जीवन पर बन चुकी है फिल्म
भारत सरकार ने 2016 में एडवोकेट निकम को पद्मश्री से सम्मानित किया था. उन्हें यह सम्मान 26/11 आतंकी हमलों से जुड़े मामले में सरकार का प्रतिनिधित्व करने के लिए दिया गया था. एडवोकेट निकम के जीवन पर 2017 में एक फिल्म भी बनी थी. 'आदेश - द पावर ऑफ लॉ' नाम की यह मराठी फिल्म एक कोर्ट ड्रामा थी. हालांकि इस फिल्म को अच्छे रिव्यू नहीं मिल सके थे. 

20 मई को होगा चुनाव
बतौर वकील अपना लोहा मनवाने के बाद एडवोकेट निकम अब लोकतंत्र के एक अलग स्तंभ की ओर रुख करेंगे. सियासत की पिच पर उनका पहला  इम्तेहान 20 मई को होगा जब नॉर्थ सेंट्रल मुंबई की सीट पर मतदान होंगे. इस चुनाव में एडवोकेट निकम का सीधा मुकाबला कांग्रेस की वर्षा गायकवाड़ से होगा. 
गायकवाड़ मुंबई रीजनल कांग्रेस कमिटी की अध्यक्ष होने के साथ-साथ धारावी से विधायक भी हैं. लोकसभा चुनाव के लिए टिकट मिलने के बाद वर्षा गायकवाड़ ने कहा है कि महाविकास अघाड़ी मुंबई की सभी सीटों पर जीत दर्ज करेगी क्योंकि जनता ने लोकतंत्र को बचाने का मन बना लिया है.