scorecardresearch

पंजाब के बाद अब हिमाचल के विधानसभा चुनावों में हाथ आजमाएगी AAP, 6 अप्रैल को केजरीवाल कर सकते हैं दौरा

पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा को टक्कर देने की तैयारी कर रही है. हिमाचल की राजनीति में अब तक एक मजबूत तीसरे विकल्प की कमी थी क्योंकि अब तक जितनी भी सरकारें बनी उनमें से 8 बार कांग्रेस और 5 बार भाजपा ने बाजी मारी.

पंजाब के बाद अब हिमाचल के विधानसभा चुनावों में हाथ आजमाएगी आप पंजाब के बाद अब हिमाचल के विधानसभा चुनावों में हाथ आजमाएगी आप
हाइलाइट्स
  • तीसरे विकल्प के रूप में उभर सकती है आप

  • सोलन में आयोजित हुई विजय संकल्प रैली


पंजाब में मिली बंपर जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी अलीनगर हिमाचल के विधानसभा चुनाव पर है. पंजाब में पार्टी की सरकार बनने के बाद अब दिल्ली से आई एक केंद्रीय टीम हिमाचल के दौरे पर है. टीम के सदस्य हिमाचल के सबसे बड़े जिला कांगड़ा सहित राज्य के कई जिलों के नेताओं से संपर्क साध रही है.

6 अप्रैल को केजरीवाल कर सकते हैं हिमाचल का दौरा
दरअसल पार्टी हिमाचल में अपना जनाधार मजबूत करना चाहती है. पार्टी की गतिविधियां तेज होने के बाद अब राज्य की दो प्रमुख पार्टियों सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा में खलबली मच रही है. कांगड़ा जिला से ताल्लुक रखने वाले भाजपा नेता नरेश वर्मानी  आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल 6 अप्रैल को हिमाचल दौरे पर आ सकते हैं. उनकी मौजूदगी में कांग्रेस और भाजपा के कई बड़े चेहरे आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं.

हिमाचल में तीसरे विकल्प के रूप में उभर सकती है आप
पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली अप्रत्याशित जीत के बाद अब आम आदमी पार्टी हिमाचल में कांग्रेस और भाजपा को टक्कर देने की तैयारी कर रही है. हिमाचल की राजनीति में अब तक एक मजबूत तीसरे विकल्प की कमी थी क्योंकि अब तक जितनी भी सरकारें बनी उनमें से 8 बार कांग्रेस और 5 बार भाजपा ने बाजी मारी.
1998 में हिमाचल विकास कांग्रेस एक तीसरे विकल्प के रूप में उभरी थी जिसने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई लेकिन बाद में हिमाचल विकास कांग्रेस का कुनबा बिखर गया और राज्य की राजनीति फिर से दो प्रमुख पार्टियों के बीच में उलझ कर रह गई.
अबकी बार आम आदमी पार्टी की नजर हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों पर है. बहुत पंजाब और दिल्ली की सफलता को हिमाचल में भी बुलाना चाहती है. पार्टी इसकी शुरुआत मई माह में होने वाले शिमला नगर निगम चुनाव से कर सकती है.

सोलन में आयोजित हुई विजय संकल्प रैली
रविवार को पार्टी की सोलन जिला इकाई ने विजय संकल्प रैली का आयोजन किया जिसमें पार्टी के महिला-पुरुष कार्यकर्ताओं  के अलावा कई कांग्रेसी नेता भी शामिल हुए. यह रैली सोलन के एलआईसी कार्यालय से शुरू होकर ओछघाट के बीच आयोजित की गई. आम आदमी पार्टी की सोलन जिला इकाई की प्रवक्ता प्रोमिला कश्यप ने बताया कि विजय संकल्प रैली आयोजित करने का मकसद हिमाचल के लोगों को पार्टी को दिल्ली और पंजाब मैं मिली सफलता के बारे में जागरूक करना है.

भ्रष्टाचार से तंग आकर पंजाब के लोगों ने आम आदमी पार्टी में आस्था जताई और यही कारण था कि पार्टी को 117 में से 92 सीटें हासिल हुई. गौरतलब है कि पड़ोसी राज्य में कांग्रेस अकाली दल और भाजपा के खिलाफ चला आम आदमी पार्टी का झाड़ू अब हिमाचल में भी सफाई करने को आतुर है. सोलन में भी पार्टी को लेकर लोगों में गजब का उत्साह है. इसका अंदाजा रविवार को आयोजित की गई विजय संकल्प रैली में शामिल हुए लोगों की संख्या को देखते हुए भी लगाया जा सकता है.