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UP Election: चौथे चरण का मतदान 23 को, जानिए किन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

उत्तर प्रदेश व‍िधानसभा चुनाव में चौथे चरण के चुनाव के लिए 23 फरवरी को मतदान होने जा रहा है. चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कुल 9 जिलों की 59 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. इस चरण में कुल 624 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं.

From left: Yogi Adityanath, Mayawati, Akhilesh Yadav, Priyanka Gandhi. From left: Yogi Adityanath, Mayawati, Akhilesh Yadav, Priyanka Gandhi.
हाइलाइट्स
  • बिंदकी सीट से कारागार राज्य मंत्री चुनावी मैदान में

  • हुसैनगंज सीट से खाद्य व रसद राज्य मंत्री चुनावी मैदान में 

उत्तर प्रदेश में चल रहे 2022 विधानसभा चुनाव के तीन चरण संपन्न हो चुके हैं. चौथे चरण के चुनाव के लिए 23 फरवरी यानी बुधवार को मतदान होने जा रहा है. चौथे चरण में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कुल 9 जिलों की 5 दर्जन विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. इस चरण में कुल 624 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. लेकिन इनमें कई ऐसे भी उम्मीदवार हैं जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में काफी रसूख रखते हैं और उनकी प्रतिष्ठा भी इस बार दांव पर लगी हुई है. आइए जानते हैं कि चौथे चरण में कौन-कौन से दिग्गज हैं जो चुनाव मैदान में हैं और उनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.

पूर्व ED अफसर राजेश्वर सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर:
राजधानी लखनऊ की सरोजिनी नगर विधानसभा सीट पर बीजेपी उम्मीदवार राजेश्वर सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. सरोजिनी नगर सीट काफी चर्चा में रह चुकी है. क्योंकि बीजेपी की स्वाति सिंह, जो कि प‍िछले चुनाव में पहली बार इस सीट से विधायक बनीं और फिर योगी सरकार में मंत्री भी बनीं. स्वात‍ि स‍िंह की अनबन अपने पति दयाशंकर सिंह से रही. क्योंकि बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह भी इसी सीट से 2022 का चुनाव लड़ना चाहते थे, जिसके कारण पति-पत्नी में कलह टिकट के लिए चलती रही.

इस वजह से पार्टी ने न तो दयाशंकर को इस सीट से टिकट दिया न ही स्वाति सिंह को टिकट दिया. ऐसे में ईडी के निदेशक पद से वीआरएस लेकर बीजेपी में शामिल हुए राजेश्वर सिंह को सरोजनी नगर से अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को अपना उम्मीदवार बनाया है. अभिषेक मिश्रा पूर्व सीएम अख‍िलेश स‍िंंह के करीबी और समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता माने जाते हैं इसलिए समाजवादी पार्टी के लिए भी यह सीट प्रतिष्ठा का सवाल बन गई है. सरोजिनी नगर की इस सीट पर कांग्रेस ने रुद्र दमन सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी की तरफ से जलीस खान मैदान में हैं.

कैंट सीट से कानून मंत्री मैदान में 
लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट पर बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. क्योंकि इस सीट पर योगी सरकार में कानून मंत्री बृजेश पाठक चुनाव मैदान में हैं. इससे पहले बृजेश पाठक लखनऊ मध्य से चुनाव जीते थे. लेकिन इस बार सीट बदल कर अब बगल की कैंट विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर बृजेश पाठक की टक्कर समाजवादी पार्टी के सुरेंद्र गांधी से है. जबकि बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट से अनिल पांडे को मैदान में उतारा है. तो वहीं कांग्रेस ने दिलप्रीत सिंह पर दांव खेला है.

लखनऊ पूर्व से अनुराग भदौरिया की किस्मत दांव पर
लखनऊ पूर्व की बात करें तो यहां से भाजपा ने अपने कैबिनेट मंत्री और लालजी टंडन के बेटे आशुतोष टंडन को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. वहीं समाजवादी पार्टी ने अपने प्रदेश प्रवक्ता और सरकार में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे अनुराग भदौरिया को भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मैदान में उतारा है. बसपा की बात करें तो बसपा ने आशीष सिन्हा पर दांव खेलते हुए विरोधियों के खिलाफ चुनाव में उतारा है. तो वहीं कांग्रेस ने मनोज तिवारी को लखनऊ पूर्व से अपना प्रत्याशी बनाया है. इस सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला देखने को मिल सकता है. और यह सीट समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी दोनों के लिए ही प्रतिष्ठापरक बन गई है.

रायबरेली सदर से अदिति सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर
चौथे चरण में सोनिया गांधी का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली में भी मतदान होने जा रहा है. रायबरेली की सदर विधानसभा में बीजेपी की प्रत्याशी अदिति सिंह की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. अद‍ित‍ि स‍िंह के पिता अखिलेश कुमार सिंह कांग्रेस से 1993 से 2017 तक लगातार विधायक रहे और 17 में अदिति ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीता. लेकिन इस बार अदिति सिंह बीजेपी के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. हाल ही में अदिति सिंह ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी ज्वाइन किया था. अदिति सिंह के पक्ष में अमित शाह से लेकर योगी आदित्यनाथ तक सभाएं कर चुके है. अदिति सिंह के सामने समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी आरपी यादव हैं, जो पहले भी 2012 का विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं. कांग्रेस ने इस सीट पर मनीष सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है जबकि बहुजन समाज पार्टी ने मोहम्मद अशरफ को चुनाव मैदान में उतारा है.

ऊंचाहार में मनोज पांडे की साख दांव पर
ऊंचाहार विधानसभा रायबरेली जिले की हॉट सीट बन चुकी है. जिसमें दो बार के समाजवादी पार्टी के विधायक और  मंत्री रहे मनोज पांडे एक बार फिर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं. उनके सामने भारतीय जनता पार्टी के अमरपाल मौर्य हैं जो संगठन के प्रदेश महामंत्री हैं.जिनके चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद प्रदेश से ही नहीं बल्कि अमित शाह और राजनाथ सिंह भी उनके पक्ष में चुनावी रैलियां कर चुके हैं. एक तरफ जहां जैसी समाजवादी पार्टी के लिए प्रतिष्ठा पर बनी हुई है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के लिए भी यह सीट काफी महत्वपूर्ण है.इस सीट पर अतुल सिंह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. जबकि बहुजन समाज पार्टी ने इस सीट पर अंजलि मौर्या को चुनाव मैदान में उतारा है.

हरदोई सदर से नितिन अग्रवाल चुनाव मैदान में
हरदोई सदर सीट से भारतीय जनता पार्टी ने नितिन अग्रवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है. उनका सीधा मुकाबला सपा के अनिल वर्मा से है. नितिन अग्रवाल नरेश अग्रवाल के बेटे हैं. नितिन अग्रवाल 2017 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ कर जीते थे. लेकिन 2018 में नरेश अग्रवाल राज्यसभा का टिकट ना मिलने पर समाजवादी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए. तब से नितिन भी बीजेपी में ही थे. नितिन अग्रवाल समाजवादी पार्टी सरकार में स्वास्थ्य राज्यमंत्री और स्वतंत्र प्रभार का लघु उद्योग विकास मंत्री रहे थे. इस सीट पर बसपा से शोभित पाठक उर्फ सनी और कांग्रेस से आशीष कुमार सिंह चुनाव मैदान में है.

संडीला से सुबह सपा के प्रदेश अध्यक्ष चुनाव मैदान में
हरदोई की संडीला सीट से ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुहेलदेव समाज पार्टी की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. क्योंकि सुभासपा और समाजवादी पार्टी के गठबंधन ने यह से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी  के प्रदेश अध्यक्ष सुनील अर्कवंशी को यहां से उम्मीदवार है.जबकि बीजेपी से अलका सिंह चुनाव मैदान में है. वही बहुजन समाज पार्टी ने अपने पूर्व मंत्री अब्दुल मन्नान को चुनाव मैदान में उतारा है. ऐसे में बसपा और सुभासपा दोनों की प्रतिष्ठा यहाँ दांव पर लगी है.

हुसैनगंज सीट से खाद्य व रसद राज्य मंत्री चुनावी मैदान में 
फतेहपुर जिले में कल 24 मार्च को चौथे चरण का चुनाव होना है. जहाँ हुसैनगंज विधानसभा हॉट सीट से चुनाव लड़ रहे प्रदेश सरकार के खाद्य व रशद राज्य मंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ धुन्नी सिंह की किस्मत दांव पर लगी हुई है. इस सीट से समाजवादी पार्टी ने बसपा सरकार में रहे पूर्व मंत्री मुन्ना लाल मौर्य की पत्नी उषा मौर्या को चुनावी मैदान में उतारा है.

बिंदकी सीट से कारागार राज्य मंत्री चुनावी मैदान में
फतेहपुर की बिंदकी विधानसभा हॉट सीट से एनडीए गठबंधन अपना दल (एस) से  चुनाव लड़ रहे प्रदेश सरकार के कारागार राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी की किस्मत दांव पर लगी हुई है. इससे पहले जय कुमार जैसी फतेहपुर की जहानाबाद विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे और इन्हें योगी सरकार में मंत्री बनाया गया था. लेकिन इस बार इनकी सीट बदल दी गई और इस चुनाव में जयकुमार जय की बिन्दकी सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं इस सीट से समाजवादी पार्टी ने रामेश्वर गुप्ता दयालु को अपना प्रत्याशी बनाया है. बिंदकी में बसपा ने सुशील दोषी को अपना उम्मीदवार बनाया है वही कांग्रेस में अभिमन्यु सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है.

(उदय गुप्ता, सत्यम मिश्रा, शैलेंद्र प्रताप सिंह, नितेश श्रीवास्तव और प्रशांत पाठक के इनपुट के साथ)