उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव 2022 के लिए चुनावी बिगुल बज चुका है. सात चरणों में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव सात चरणों में 10 फरवरी से शुरू होंगे और मतगणना 10 मार्च को होगी. राज्य में पहले चरण के लिए 10 फरवरी को मतदान हो चुका है. इसके साथ ही दूसरे चरण का 14 फरवरी को, तीसरे चरण का 20 फरवरी को, चौथे चरण का 23 फरवरी को, पांचवें चरण का 27 फरवरी को, छठे चरण का 3 मार्च को और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को होगा. 10 मार्च को रिजल्ट घोषित किया जाएगा. ऐसे में अपनी उम्र या किसी लाचारी के चलते वोट डालने बूथ तक न जा पाने वाले बुजुर्गो और दिव्यांगों के लिए चुनाव आयोग ने नई व्यवस्था निकाली है. इस बार चुनाव आयोग ऐसे लोगों के घर जाकर पूरी प्राइवेसी के साथ पोस्टल बैलेट से मतदान करा रहा है.
घर-घर जाकर करा रहे हैं मतदान
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में प्रशासन मतदाताओं के घर-घर जाकर मतदान करा रहा है. जिसके तहत बुजुर्गों और बीमार मतदाताओं ने घर से वैलेट पेपर पर मतदान किया. 11 फरवरी से 4 दिन के लिए यह अभियान शुरू किया गया. अभियान के तहत 80 साल के बुजुर्गों और दिव्यांग लोगों को पीठासीन अधिकारी ने वैलेट पेपर पर घर-घर जाकर मतदान कराया. मतदान करके बुजुर्ग महिलाओं ने कहा कि यह बहुत अच्छा काम हुआ है.
विधानसभा चुनाव 2022 के लिए तीसरे चरण की वोटिंग 20 फरवरी को होगी. अगर हम फिरोजाबाद विधानसभा की बात करें तो 20 फरवरी से पहले 11 फरवरी को दिव्यांग, बीमार और जो वोटर मतदान केंद्र तक पहुंचने में असमर्थ हैं, उन वोटरों के लिए फिरोजाबाद प्रशासन ने घर-घर जाकर वैलेट पेपर पर वोट डलवाया. वोट डलवाने के लिए टीम सबसे पहले फिरोजाबाद के आर्य नगर में पहुंची, जहां एक 87 साल की वृद्ध महिला राधा देवी ने घर से ही वोट डाला. राधा देवी पलंग पर लेटी हुई थी और चलने में असमर्थ थीं. बताया गया कि उनके कूल्हे में फ्रैक्चर है. राधा देवी के घर पर पीठासीन अधिकारी ने वोट डालने की प्रक्रिया पूरी की और मत पेटिका मैं उनका पहला वोट डलवाया. वोट डालने के बाद बुज़ुर्ग वोटर राधा देवी ने कहा कि यह बहुत अच्छी सुविधा है जो घर-घर जाकर वोट डलवाने का काम किया जा रहा है. इससे हमारा वोट खराब नहीं होगा.
4 दिन चलेगा अभियान
वोट डालने की प्रक्रिया में पीठासीन अधिकारी के साथ टीम आर्य नगर में ही दूसरी जगह पहुंची, जहां 81 साल की रिटायर्ड शिक्षिका प्रभा शरीन बेड पर लेटी हुई मिलीं. वो पैरालिसिस की शिकार थीं और चलने में असमर्थ थीं. उनका भी वोट पीठासीन अधिकारी और उनकी टीम ने उनके कमरे में जाकर डलवाया. वोट डालने के बाद प्रभा शरीन ने कहा कि हम पहले व्हील चेयर से वोट डालने जाते थे. अब तो घर घर आकर वोट डलवाया जा रहा है जोकि बहुत ही सराहनीय है. प्रभा शरीन, रिटायर्ड लेक्चरर हैं, उन्होंने बताया, "वह फिरोजाबाद के कस्तूरबा इंटर कॉलेज में लेक्चरार थी सन 2000 में रिटायर हुई, बीमारी के चलते वह बेड पर लेटी हुई हैं. इससे पहले वह व्हीलचेयर पर वोट डालने जाती थीं, लेकिन इस बार घर पर वोट डलवाने आए हैं. यह बहुत अच्छी सुविधा है."
डाले जाएंगे 90 वोट
इस प्रक्रिया के लिये बनाई गई टीम की बात करें तो इस टीम में 6 लोग मौजूद हैं और यह टीम फिरोजाबाद तहसील से रवाना हुई. इस टीम में ARO प्रेमपाल सिंह, तहसीलदार सुरेंद्र कुमार, प्रथम मतदान अधिकारी अमर सिंह, माइक्रो ऑब्जर्वर देवेंद्र कुमार और पर्यवेक्षक शैलेंद्र सिंह मौजूद थे. आज दो टीमें अलग-अलग जगह घर घर मतदान कराने पहुंची. यह अभियान 4 दिन चलेगा, 36 बूथ है जिसमें 90 वोट डाले जाएंगे. 25 दिव्यांग और 65 वोट 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों के हैं. ARO प्रेमपाल सिंह ने बताया, "हमारी टीम घर-घर वोट डलवाने के लिए जा रही है. यह जो वोटर हैं उनका वोट बैलट पेपर पर डलवाया जाएगा. उनको समझाएंगे और यह वैलेट पेपर मत पेटिका में डाला जाएगा. यह वोट डालने का कार्यक्रम 4 दिन चलेगा."