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UP Exit Poll 2022: दलित विरोध नहीं योगी सरकार! दलितों ने खूब दिया बीजेपी को वोट

UP Exit Poll: उत्तर प्रदेश में हमेशा से दलित वर्ग बहुजन समाज पार्टी का समर्थक रहा है. जाटव वोटर्स को बीएसपी का वोटबैंक माना जाता रहा है. लेकिन एग्जिट पोल की माने तो इस बार बीएसपी को तगड़ा झटका लगा है. दलित वोटर्स ने बीएसपी से मुंह मोड़ लिया है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
हाइलाइट्स
  • योगी सरकार को मिला दलित वोटर्स का साथ

  • नॉन जाटव वोटर्स बीजेपी के साथ

  • बीएसपी के वोट बैंक में बीजेपी की सेंध

Exit Poll: एग्जिट पोल के मुताबिक उत्तर प्रदेश में बीजेपी गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिलता दिख रहा है. बीजेपी को 288 से 326 सीटों पर जीत मिलने का अनुमान है. एग्जिट पोल में जनता ने सीएम योगी आदित्यनाथ के काम पर मुहर लगा दी है. हर वर्ग का भरपूर समर्थन मिला है. एग्जिट पोल के अनुमानों में दलितों की नाराजगी का सवाल बेमतलब हो गया है. दलितों ने बीजेपी को खूब समर्थन दिया है.
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक दलितों ने दिल खोलकर बीजेपी को वोट दिया है. वोटर्स ने बीजेपी सरकार के दलित विरोधी होने के दावों की धज्जियां उड़ा दी है. बीजेपी ने बीएसपी के सबसे सॉलिड वोट बैंक में सेंध लगाई है. बीजेपी को 22 फीसदी पुरुष और 20 फीसदी महिला जाटव ने वोट दिया है. अगर बात नॉन जाटव शिड्यूल कास्ट की हो तो बीजेपी ने बीएसपी को भी पीछे छोड़ दिया है. बीजेपी को 50 फीसदी पुरुष और 55 फीसदी महिला नॉन जाटव एसपी ने वोट दिया है.

अखिलेश को भी मिला दलितों का साथ-
समाजवादी पार्टी इस बार बीएसपी के वोट बैंक में सेंध लगाने में कामयाब रही है. अखिलेश यादव की पार्टी को 28 फीसदी नॉन जाटव पुरुष वोटर्स का समर्थन दिया है. जबकि 24 फीसदी नॉन जाटव महिला वोटरों ने समाजवादी पार्टी पर भरोसा जताया है. जाटव वोटर्स में सिर्फ 16 फीसदी पुरुष और 11 फीसदी महिला वोटर्स ने समजावादी पार्टी को वोट दिया है. आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी हमेशा से बीजेपी को दलित विरोधी बताती रही है और इसको चुनाव में बड़ा मुद्दा भी बनाया था. लेकिन एग्जिट पोल के मुताबिक दलितों ने अखिलेश यादव के इन आरोपों को खारिज कर दिया है.

मायावती के साथ जाटव वोटर-
बहुजन समाज पार्टी को दलित वोटर्स ने तगड़ा झटका दिया है. लेकिन जाटव वोटर बीएसपी के साथ तनकर खड़ा है. जाटव वोटर्स में 58 फीसदी पुरुष और 67 फीसदी महिला वोटर्स ने बीएसपी को वोट दिया है. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक नॉन जाटव दलितों में बीएसी को बड़ा झटका लगा है. नॉन जाटव वोर्टस में बीएसपी को सिर्फ 15 फीसदी पुरुष और 14 फीसदी महिला वोटरों ने अपनाया है. बीएसपी मुखिया मायावती का दलित वोटर्स पर तगड़ी पकड़ मानी जाती रही है. लेकिन एग्जिट पोल के मुताबिक इस बार बीजेपी ने इसमें बड़ी सेंध लगाई है.

दलितों ने कांग्रेस के समीकरण को नकारा-
उत्तर प्रदेश में 32 साल से कांग्रेस सत्ता का वनवास झेल रही है. इस बार कांग्रेस ने दलित-ब्राह्मण-मुस्लिम गठजोड़ के जरिए सत्ता पाने की कोशिश में लगी थी. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने हाथरस में दलित लड़की के शव को रात के अंधेरे में जलाने के मामले को जोरशोर से उठाया था और योगी सरकार को दलित विरोधी बताया था. पूरे पांच साल तक कांग्रेस ने दलितों को अपने पाले में लाने की पूरी कोशिश की. लेकिन एग्जिट पोल की माने तो कांग्रेस की ये कोशिश फेल हो गई है. जनता ने कांग्रेस के समीकरण को अस्वीकार कर दिया है. इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस को दलितों ने पूरी तरह से नकार दिया है. कांग्रेस को सिर्फ दो फीसदी 1.5 फीसदी जाटव वोटर्स ने समर्थन दिया है. जबकि नॉन जाटव वोटर्स में भी कांग्रेस की हालत ठीक नहीं है. नॉन जाटव वोटर्स में सिर्फ 4 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.

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