उत्तर प्रदेश में इस बार फिर बीजेपी ने भगवा लहरा दिया है. सूबे की कई अहम सीटें ऐसी थी, जिनपर पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई थी. अगर यहां एक भी सीट पर बीजेपी की हार होती तो सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर उंगली उठती लेकिन, योगी के मंत्रियों ने उनकी लाज रखते हुए जीत हासिल की.
इसके अलावा आगरा, मथुरा, वाराणसी, गोरखपुर, गाज़ियाबाद, हापुड़, कुशीनगर, संतकबीरनगर, देवरिया और जालौन यह 11 विधानसभा सीटें ऐसी रहीं, जहां योगी की बीजेपी ने क्लीन स्वीप किया. यहां मतदाताओं ने चाहे वह किसी जाति और धर्म के हो, सभी ने योगी के नाम पर बीजेपी को वोट दिया. एक बार फिर यूपी में योगी की प्रचंड लहर देखने को मिली.
अब उत्तर प्रदेश में बीजेपी बहुमत से सरकार बनाने जा रही है. बीजेपी गठबंधन ढाई सौ से ज्यादा सीटों पर जीत के साथ सरकार बनाएगी. मंत्रियों के साथ ही सीएम योगी भी एक ऐसा नाम हैं, जिन्होंने पहली बार चुनाव लड़ गोरखपुर में अपना जलवा बिखेर दिया है. योगी ने गोरखपुर सदर सीट पर एक लाख से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की. इसके साथ ही बीजेपी ने 11 सीटों पर क्लीन स्वीप कर धमाकेदार जीत हासिल की है.
इन 11 सीटों पर बीजेपी ने किया क्लीन स्वीप
आगरा
आगरा की छावनी विधानसभा सीट (Agra Cantt Assembly Seat) से बीजेपी के उम्मीदवार डॉ जीएस धर्मेश ने 48697 वोटों से जीत हासिल की. जीएस धर्मेश को कुल 117796 मिले, वहीं, दूसरे नंबर पर रहे समाजवादी पार्टी के कुंवर चंद को 68803 वोट मिले. बीजेपी इस सीट से भारी मतों से जीती है. यह सीट दलित बाहुल्य सीट मानी जाती है.
मथुरा
मथुरा विधानसभा सीट से योगी सरकार के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की साख दांव पर थी. सभी की नजर इस सीट पर थी. योगी की साख बचाते हुए इस सीट से बीजेपी के उम्मीदवार श्रीकांत शर्मा ने बड़ी जीत हासिल की है. श्रीकांत ने कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप माथुर को 1,09,803 वोटों से मात दी. श्रीकांत शर्मा को कुल 1,58,859 वोट और प्रदीप माथुर को 49,056 वोट मिले.
वाराणसी
वाराणसी जिले की वाराणसी दक्षिणी सीट से बीजेपी प्रत्याशी और मंत्री नीलकंठ तिवारी ने अपने निकटतम सपा प्रत्याशी को करीब 11 हजार वोटों से शिकस्त दी है. वाराणसी दक्षिणी सीट जनसंघ के जमाने से भगवा रंग में सराबोर होती रही है. इस सीट पर 33 सालों से बीजेपी का ही कब्जा रहा है. यही कारण है कि इस सीट से बीजेपी का जीतना सबसे ज्यादा जरूरी था.
गोरखपुर
खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस बार गोरखपुर सीट से चुनाव मैदान में थे. गोरखपुर में पिछले 24-25 सालों से राजनीतिक तौर पर सक्रिय योगी आदित्यनाथ के लिए यह पहला मौका रहा, जब उन्होंने विधानसभा के चुनाव के लिए ताल ठोकी और एक लाख 4 हजार के अंतर से जीत दर्ज की.
गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद विधानसभा सीट पर बीजेपी के अतुल गर्ग बंपर जीत दर्ज की है. इस चुनाव में योगी सरकार में मंत्री अतुल गर्ग ने समाजवादी पार्टी के विशाल वर्मा को 105537 वोटों के अंतर से करारी शिकस्त दी. अतुल को 150205 वोट हासिल हुए तो वहीं, सपा के विशाल वर्मा को 44668 वोट मिले.
हापुड़
हापुड़ विधानसभा सीट की तीनों सीट बीजेपी ने जीती. हापुड़ से विजयपास, धौलाना से धर्मेश तोमल और गढ़मुक्तेश्वर से हरेंद्र चौधरी तेवतिया का कब्जा रहा. तीनों ही सीटों पर बीजेपी की बड़ी जीत हुई है.
कुशीनगर
कुशीनगर विधानसभा सीट (Kushinagar Assembly Seat) से बीजेपी के पीएन पाठक को जीत हासिल हुई. पीएन पाठक को 34790 मतों से जीत मिली, उन्हें कुल 115268 वोट मिले हैं. वहीं समाजवादी पार्टी के राजेश प्रताप राव दूसरे नंबर रहे हैं. पीएन पाठक का जीतना योगी सरकार के लिए जरूरी इसलिए भी थी क्योंकि वह सियासत में अपनी गतिविधियों को लेकर काफी सक्रिय रहते हैं.
संतकबीरनगर
संतकबीरनगर की तीनों विधानसभा सीटों पर पिछली बार की तरह इस बार भी बीजेपी को सीट हासिल हुई है. खलीलाबाद से बीजेपी से अंकुर तिवारी, धनघटा से बीजेपी से गणेश चंद्र औऱ मेंहदावल से बीजेपी के अनिल कुमार त्रिपाठी ने जीत दर्ज की.
देवरिया
देवरिया जिले की सातों सीटें जीतकर बीजेपी के उम्मीदवारों ने यहां भगवा परचम लहरा दिया है. देवरिया सदर विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी शलभ मणि त्रिपाठी, वीआईपी सीट पथरदेवा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के सूर्य प्रताप शाही, बरहज विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी दीपक मिश्र शाका, रामपुर कारखाना विधानसभा सीट से भाजपा के सुरेंद्र चौरसिया, रुद्रपुर विधानसभा सीट से भाजपा के जयप्रकाश निषाद, भाटपाररानी सीट से सभा कुंवर, सलेमपुर सुरक्षित सीट से मनबोध प्रसाद ने जीत हासिल की.
जालौन
जालौन की तीन सीटों में से दो पर बीजेपी की जीत हुई. वहीं, एक कालपी सीट पर सपा ने कब्जा किया. उरई और माधौगढ़ पर बीजेपी को जीत मिली. हालांकि, 2017 में इस जिले की तीनों सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था.
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