
दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvine Kejriwal) का किला ढह गया है. लगातार तीन चुनावों में बंपर जीत के बाद अब आप को बुरी हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, बीजेपी (BJP) 44 सीटों पर जीत चुकी है और 4 सीटों पर लीड बनाए हुए है.
आम आदमी पार्टी 21 सीटें जीत गई है और 1 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. बीजेपी बड़ी जीत (Delhi Election Results 2025) की ओर बढ़ रही है. वहीं आप को बुरी हार का सामना करना पड़ा है. जनता ने आप के बड़े महारथी को सिरे से नकार दिया है. मनीष सिसोदिया से लेकर सत्येन्द्र जैन तक आप के कई बड़े नेताओं को हार का सामना करना पड़ा.
अरविंद केजरीवाल भी नई दिल्ली सीट से हार गए हैं. 2013 में शीला दीक्षित को इसी सीट पर हराया था. अब इसी सीट पर हार का सामना करना पड़ा. दिल्ली चुनावों में अरविंद केजरीवाल का सफर कैसा रहा? आइए इस पर नजर डालते हैं.
स्वीकारी हार
दिल्ली चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल ने अपनी हार स्वीकारी. आप के संयोजक ने हार के बाद एक वीडियो मैसेज शेयर किया है. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली चुनाव के नतीजे आए हैं. जनता को जो भी फैसला आया है, हम उसे स्वीकारते हैं. केजरीवाल ने कहा, मैं बीजेपी को जीत की बधाई देता हूं.
शीला दीक्षित को हराया
अन्ना आंदोलन के बाद अरविंद केजरीवाल ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर नई पार्टी बनाई. आम आदमी पार्टी को झाड़ू का सिंबल मिला. 2013 के चुनाव में अरविंद केजरीवाल ने सभी को चौंका दिया.
अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के सामने चुनाव लड़े. 2013 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की 28 सीटें आईं. अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से शीला दीक्षित को हराया.
अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को 25,864 वोट के मार्जिन से हराया. अरविंद केजरीवाल पहली बार चुनाव जीते. कांग्रेस से सपोर्ट से आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में सरकार बनाई. अरविंद केजरीवाल पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री भी बने.
बंपर जीत
49 दिनों की सरकार चलाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके बाद दिल्ली में 1 साल के राष्ट्रपति शासन लागू हो गया. दिल्ली में 2015 में एक बार फिर विधानसभा चुनाव हुए. इस बार दिल्ली की जनता ने आप को बंपर जीत का तोहफा दिया.
आम आदमी पार्टी की 67 सीटें आईं. बीजेपी 3 और कांग्रेस 0 पर सिमट गई. अरविंद केजरीवाल दोबारा नई दिल्ली सीट से लड़े और चुनाव भी जीते. आप ने बहुमत से सरकार बनाई और दूसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने.
लगाई हैट्रिक
पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद आम आदमी पार्टी 2020 में चुनाव में उतरी. अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली सीट से ही चुनावी मैदान में उतरे. 2015 के मुकाबले आप की सीटों पर कुछ कमी जरूर आई. 2020 के चुनाव आप ने 62 सीटें जीतीं और बीजेपी सिर्फ 8 सीटें ही ला पाई.
नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी के सुनील कुमार यादव को हराया. केजरीवाल 21,697 वोटों के मार्जिन से जीते. अरविंद केजरीवाल तीसरी बार चुनाव जीते और तीसरी बार दिल्ली में मुख्यमंत्री बने.
मिली हार
पांच साल के कार्यकाल के दौरान अरविंद केजरीवाल के साथ काफी कुछ घटा. अरविंद केजरीवाल का नाम शराब घोटाले में आया. जेल गए और फिर बाहर आए. मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया.
नई दिल्ली सीट इस बार हॉट सीट थी. अरविंद केजरीवाल के सामने बीजेपी के प्रवेश वर्मा और कांग्रेस से संदीप दीक्षित थे. नई दिल्ली सीट पर प्रवेश वर्मा और अरविंद केजरीवाल के बीच काफी कड़ी टक्कर देखने को मिली. आखिर में बीजेपी को प्रवेश वर्मा जीत गए.
अरविंद केजरीवाल को 25,999 वोट मिले. वहीं प्रवेश साहिब वर्मा को 30088 वोट आए. इस चुनाव में अरविंद केजरीवाल 4089 वोट के मार्जिन से हारे. कांग्रेस के संदीप दीक्षित तीसरे नंबर पर रहे. संदीप दीक्षित को 25,520 वोट मिले.