गुजरात चुनाव का बिगुल बज गया है. चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. सूबे में दो चरणों में वोटिंग होगी. एक दिसंबर और 5 दिसंबर को वोट डाले जाएंगे. जबकि नतीजे 8 दिसंबर को आएंगे. पहले चरण में 89 सीटों पर वोट डाले जाएंगे. जबकि दूसरे चरण में 93 सीटों पर वोटिंग होगी. इस ऐलान के साथ ही सूबे में आदर्श चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है. आपको बता दें कि गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को खत्म हो रहा है.
किस चरण के लिए नामांकन कब-
गुजरात में दो चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण की वोटिंग 1 दिसंबर को होगी. इसके लिए 5 नवंबर से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. पहले चरण के लिए नामांकन की प्रक्रिया 14 नवंबर को खत्म हो जाएगी. जबकि दूसरे चरण के लिए 10 नवंबर से नॉमिनेशन का प्रोसेस शुरू होगा. जबकि 17 नवंबर को प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
चुनाव कार्यक्रम | पहला फेज | दूसरा फेज |
नामांकन प्रक्रिया शुरू | 5 नवंबर | 10 नवंबर |
नामांकन की आखिरी तारीख | 14 नवंबर | 17 नवंबर |
नामांकन की जांच | 15 नवंबर | 18 नवंबर |
नामांकन वापसी की आखिरी तारीख | 17 नवंबर | 21 नवंबर |
वोटिंग की तारीख | 1 दिसंबर | 5 दिसंबर |
काउंटिंग | 8 दिसंबर | 8 दिसंबर |
चुनाव खत्म करने की तारीख | 10 दिसंबर | 10 दिसंबर |
गुजरात में 4.6 लाख युवा वोटर-
गुजरात चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. 4.6 लाख युवा मतदाता हैं. जबकि कुल 4.9 करोड़ मतदाता अपने मत का इस्तेमाल करेंगे. पूरे सूबे में 51782 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे. 142 मॉडल पोलिंग वोटिंग सेंटर बनाए जाएंगे. दिव्यागों के लिए 182 सेंटर की व्यवस्था होगी. 1274 पोलिंग बूथ पर सिर्फ महिलाओं की तैनाती होगी.
शिकायत की भी सुविधा-
अगर कोई वोटर किसी बात को लेकर शिकायत करना चाहता है तो उन शिकायतों के समाधान के लिए भी चुनाव आयोग ने व्यवस्था की है. शिकायत के 60 मिनट के भीतर टीम बनाकर 100 मिनट के भीतर शिकायत का समाधान किया जाएगा. कोई भी मतदाता मोबाइल फोन से सीधे चुनाव आयोग को शिकायत कर सकता है.
2017 में दो चरण में हुए थे चुनाव-
इससे पहले साल 2017 में गुजरात में विधानसभा चुनाव हुए थे. दो चरणों में वोट डाले गए थे. 9 दिसंबर और 14 दिसंबर को वोटिंग हुई थी. जबकि वोटों की गिनती 18 दिसंबर को हुई थी.
पिछले चुनावों के नतीजे-
गुजरात विधानसभा में 182 सीटें हैं. साल 2017 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 99 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस के खाते में 77 सीटें आई थी. अन्य पार्टियों ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 49 फीसदी और कांग्रेस ने 41.4 फीसदी वोट हासिल किए थे. जबकि अन्य के खाते में 9.6 फीसदी वोट गए थे. हालांकि साल 2012 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत हासिल की थी. लेकिन उसके हिस्से में 47.8 फीसदी वोट ही आए थे. जबकि कांग्रेस ने 61 सीटों पर जीत हासिल की थी और 38.9 फीसदी वोट मिले थे. साल 2012 में भी अन्य के खाते में 6 सीटें आई थीं. लेकिन उनके हिस्से में 13.3 फीसदी वोट गए थे.
पहली बार वाले विधायकों ने मारी बाजी-
अगर पहली बार जीत हासिल करने वालों उम्मीदवारों के आंकड़ों पर गौर करें तो ये मालूम होता है कि साल 2017 विधानसभा चुनाव में पहली बार जीत हासिल करने वाले उम्मीदवारों की संख्या 52.2 फीसदी थी. जबकि साल 2012 में ये आंकड़ा 41.8 फीसदी था. साल 2007 और 2002 के आंकड़े भी ठीक थे. साल 2002 में 45.6 फीसदी और साल 2007 में 42.9 फीसदी उम्मीदवारों ने पहली बार जीत दर्ज की थी. साल 2017 विधानसभा चुनाव में सिर्फ 15.9 फीसदी उम्मीदवार ऐसे थे, जिन्होंने दोबारा जीत हासिल थी.
27 साल से सत्ता में है बीजेपी-
गुजरात में बीजेपी पिछले 27 सालों से सत्ता में है. साल 1995 में बीजेपी सत्ता में आई थी, जिसके बाद से अब तक गुजरात का शासन उसके हाथ में है. सबसे ज्यादा वक्त तक नरेंद्र मोदी सूबे के मुख्यमंत्री रहे. साल 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की तरफ से बीजेपी को चुनौती मिली थी. लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस सत्ता में नहीं आ पाई. इस बार गुजरात में बीजेपी और कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी मैदान में है. आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया समेत तमाम नेता जोरशोर से प्रचार में जुटे हैं. सूबे में AAP कैंपेन तेजी से चल रहा है. उधर, बीजेपी और कांग्रेस भी प्रचार में कोई कमी नहीं रहने देना चाहते. पीएम मोदी, अमित शाह समेत तमाम बड़े नेता गुजरात में रैली कर चुके हैं. हालांकि कांग्रेस की तरफ से अभी कोई बड़ा नेता प्रचार के लिए गुजरात नहीं गया है.
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