वैसे तो हाथरस में कई दुकानें हैं जहां देर रात तक रबड़ी और अन्य मिठाइयां बनाई जाती हैं. लेकिन हन्नो लाल रबड़ी वाले की रबड़ी की बात ही कुछ अलग है. यहां की रबड़ी में इतनी मिठास और स्वाद है कि यहां पर बड़े-बड़े फिल्मी सितारे और नेता तक इस रबड़ी का स्वाद लेने के लिए आ चुके हैं.
60 साल पुरानी है दुकान
हन्नो लाल रबड़ी वाले की दुकान करीब पचास से साठ साल पुरानी है. इसके मालिक बताते हैं कि उनकी तीन पीढ़ियां अब तक यहां पर काम कर चुकी हैं. हन्नो लाल की रबड़ी केवल हाथरस में ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में मशहूर है. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई जब हाथरस आए थे तब उन्होंने भी इसी दुकान की रबड़ी का स्वाद चखा था. खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए आज भी यहीं से रबड़ी जाती है. इतना ही नहीं है यहां पर बड़े-बड़े फिल्मी सितारे भी रबड़ी खाने के लिए आ चुके हैं.
सीधे गांव से मंगवाते हैं दूध, कोई मिलावट नहीं होतीे
दुकान पर देर रात तक रबड़ी खाने के लिए लोगों का हुजूम मौजूद रहता है. हन्न लाल रबड़ी वाले बताते हैं कि उनके यहां बनाई जाने वाली रबड़ी का दूध सीधे गांव से आता है. उनके यहां भैंस के दूध से रबड़ी बनाई जाती है जिसमें किसी तरह की कोई मिलावट नहीं होती.
चुनावी चर्चा
रबड़ी खाने आए लोगों के मुताबिक इस बार भारतीय जनता पार्टी की सरकार में ही ज्यादा मिठास है. जनता का कहना है कि यहां पर पहले गुंडाराज हुआ करता था जो अब पूरी तरह से खत्म हो चुका है. लेकिन, वहीं दूसरी और समाजवादी पार्टी के पक्ष के लोगों का यह कहना है कि हाथरस की बेटी को न्याय नहीं मिलने के कारण उनका वोट भाजपा को नहीं जाएगा.