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Haryana Election 2024: हरियाणा में नए गठबंधन की तैयारी, चंद्रशेखर और दुष्यंत मिलाएंगे हाथ, बनेगा नया समीकरण

Haryana Assembly Election: हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सूबे में नए सियासी समीकरण बन रहे हैं. एक तरफ इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) में गठबंधन का ऐलान हुआ है तो दूसरी तरफ चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (ASP) और दुष्यंत चौटाला क जननायक जनता पार्टी (JJP) के बीच गठबंधन होने जा रहा है. जल्द ही इसका ऐलान भी हो जाएगा.

Dushyant Chautala and Chandrashekhar Azad (Photo/PTI) Dushyant Chautala and Chandrashekhar Azad (Photo/PTI)

हरियाणा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. एक अक्तूबर को वोट डाले जाएंगे और 4 अक्तूबर को वोटों की गिनती होगी. चुनाव के मद्देनजर सूबे में एक और बड़े गठबंधन की तैयारी में है. जिसमें चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी (ASP) और दुष्यंत चौटाला की जननायक जनता पार्टी (JJP) शामिल हैं. इस महत्वपूर्ण गठबंधन का ऐलान आज दिल्ली में हो सकता है.

चंद्रशेखर और दुष्यंत का गठबंधन-
चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व वाली आजाद समाज पार्टी और दुष्यंत चौटाला की JJP दलित और जाट समुदाय के वोटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. इस गठबंधन का मकसद हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य में एक नया आयाम जोड़ने और दलित वोटरों को अपने पक्ष में करने का है. यह गठबंधन बहुत मायने रखता है, क्योंकि इससे पहले ही इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) के बीच भी गठबंधन हो चुका है.

सूबे में दलित और जाट वोट अहम-
हरियाणा में दलित और जाट समुदाय के वोट अनिवार्य रूप से अहम हैं और यही कारण है कि विभिन्न पार्टियां इन समुदायों के वोट बैंक को लेकर बहुत सतर्क हैं. आजाद समाज पार्टी अपने घोषणा पत्र में दलित हितों को प्राथमिकता देने की बातें करती रही है, जो दलित वोटरों के लिए आकर्षण का केंद्र हो सकती हैं.

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विधानसभा चुनाव 1 अक्टूबर को होने वाले हैं और इससे पहले पार्टियों के बीच गठबंधन की ये खबरें राजनीतिक सरगर्मी को और बढ़ा रही हैं. आगामी चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि इन गठबंधनों का कितना असर पड़ता है और किस पार्टी को फायदा मिलता है. हरियाणा में इस नए राजनीतिक समीकरण का असर कितना व्यापक होगा. यह 1 अक्टूबर के चुनाव परिणाम ही बताएंगे. अब सभी की नजरें मंगलवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं, जिसमें औपचारिक गठबंधन की घोषणा होने की पूरी उम्मीद है.

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