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Haryana Election Results 2024: दो गुटों में बंटना पड़ा भारी? जानिए चुनाव में कैसा रहा Chautala परिवार का प्रदर्शन

हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे चौधरी देवी लाल का परिवार दो गुटों में बंट गया था. इनेलो से अलग होने के बाद दुष्यंत चौटाला ने जेजेपी का गठन किया था. जब ये पार्टियां टकराईं तो इनका प्रदर्शन कैसा रहा, यहां देखिए.

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कभी हरियाणा की सत्ता पर काबिज़ रहे चौटाला परिवार (Chautala Family) का प्रदर्शन इस बार के चुनाव में फीका नजर आया. हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) में चौटाला परिवार के तीन उम्मीदवारों को जीत मिली है, जबकि पांच को हार का सामना करना पड़ा. इनमें से दो उम्मीदवारों की हार का कारण वह फूट रही जिसने कुछ साल पहले इस परिवार को दो टुकड़ों में बांट दिया.

दो सीटों पर इनेलो ने मारी बाज़ी 
हरियाणा के मुख्यमंत्री रहे चौधरी देवी लाल की पार्टी इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lokdal) के दो ही उम्मीदवार चुनाव जीत सके. अर्जुन चौटाला (Arjun Chautala) ने रानिया से, जबकि आदित्य चौटाला (Aditya Chautala) ने डबवाली से बाजी मारी है. 

इनेलो के अध्यक्ष और अर्जुन के पिता अभय चौटाला खुद अपनी सीट नहीं बचा सके. 2019 विधानसभा चुनाव में इलेनाबाद से जीत हासिल करने वाले अभय को 62865 वोट मिले. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी भरत सिंह बेनीवाल ने 77865 वोटों के साथ जीत हासिल की. 

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चौधरी देवीलाल के पोते, अभय चौटाला के बेटे और परिवार के सबसे युवा सदस्य अर्जुन चौटाला इस खबर के लिखे जाने तक रानिया में 43914 वोट हासिल कर चुके हैं और मजबूत जीत की ओर बढ़ रहे हैं. कांग्रेस उम्मीदवार सर्व मित्तर फिलहाल चार हजार से ज्यादा वोटों से पिछड़े हुए हैं. इसी सीट पर चौधरी देवीलाल के बेटे रंजीत सिंह (Ranjit Singh) निर्दलीय लड़ रहे हैं. 

ABHAY CHAUTALA
अभय चौटाला को अपनी पारंपरिक सीट एलेनाबाद पर 15000 वोटों से हारे हैं. (Photo:X)

रंजीत ने कुछ समय पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामा था लेकिन पार्टी से टिकट न मिलने के बाद उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया. रंजीत सिंह ने कहा था, "मैं चौधरी देवीलाल का बेटा हूं... मैं चुनाव लड़ूंगा." रंजीत इस समय 7,500 से ज्यादा वोटों से पिछड़े हुए हैं और तीसरे स्थान पर हैं. बीजेपी प्रत्याशी शीशपाल कंबोज चौथे स्थान पर हैं. 

चौधरी देवीलाल के पोते और जगदीश चौटाला के बेटे आदित्य चौटाला डबवाली से फिलहाल 600 वोटों से आगे चल रहे हैं. कांग्रेस के अमित सिहाग दूसरे नंबर पर हैं. इसी सीट पर दिग्विजय सिंह चौटाला जननायक जनता पार्टी (Jannayak Janta Party) के टिकट से लड़ते हुए तीसरे स्थान पर हैं. 

जेजेपी का सूपड़ा साफ
सिर्फ दिग्विजय ही नहीं बल्कि जेजेपी के अध्यक्ष और हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को भी हार का सामना करना पड़ा है. उचाना कलां से लड़ते हुए दुष्यंत को आठ हजार से भी कम वोट मिले हैं. खबर लिखे जाने तक दुष्यंत 40,868 वोटों से पीछे हैं और पांचवें स्थान पर हैं. बीजेपी के देवेंद्र अत्री और कांग्रेस के बृजेश सिंह के बीच कड़ी टक्कर है. फिलहाल अत्री 39 वोट से आगे चल रहे हैं.