हरियाणा विधानसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी ने 48 सीटें जीतकर इतिहास रच दिया है. कांग्रेस को राज्य में 37 सीटें मिली हैं. ऐसे में, बीजेपी तीसरी बार राज्य में सरकार बनाने के लिए तैयार है. हालांकि, चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को पूरा विश्वास था कि इस बार हरियाणा में उनकी सरकार बनेगी लेकिन समीकरण कुछ ऐसा बैठा कि हरियाणा ने एक बार फिर बीजेपी को चुन लिया.
लेकिन कांग्रेस ने राज्य में अपनी पकड़ बनाई है. कई महत्वपूर्ण सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवारों मे जीत दर्ज की. रोहतक जिले के महम विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के बलराम दांगी ने बाजी मारी है. इस जीत से कांग्रेस भले ही खुश हो लेकिन महम की बेटियों के लिए फिलहार यह जीत मुश्किल का सबब बन गई है.
दरअसल, महम विधानसभा से चुनाव में हार के बाद पूर्व विधायक बलराज कुंडू ने अपने विधानसभा क्षेत्र की छात्राओं को दी जाने वाली मुफ्त बस सुविधा वापस लेने का फैसला किया है. इस का निर्णय हाल ही में, कुंडू की अध्यक्षता में हरियाणा जनसेवक पार्टी (HJP) की कार्यकर्ताओं की बैठक में लिया गया.
बेटियों के लिए चल रही फ्री बस सर्विस हुई बंद
बलराज कुंडू ने इस मीटिंग में कहा कि मुफ्त बस उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं की मांग पर बंद की जा रही है. अब ये बसें अब किसी अन्य निर्वाचन क्षेत्र में तैनात की जाएंगी. उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब, कांग्रेस उम्मीदवार बलराम दांगी को रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ जिम्मेदारी संभालनी चाहिए. क्योंकि उन्होंने चुनाव प्रचार में छात्राओं के लिए मुफ्त बस सुविधा प्रदान करने का वादा किया था और अब उन्होंने महम निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीता है, तो उन्हें अपनी प्रतिबद्धता का सम्मान करना चाहिए.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, बलराज कुंडू कई सालों से महम विधानसभा क्षेत्र की छात्राओं के लिए लगभग 20 बसों का बेड़ा निःशुल्क चलावा रहे थे. हालांकि, वर्तमान में उन्होंने दो साल के लिए इस फ्री बस सर्विस को बंद करने की घोषणा की है. उनका कहना है कि दो साल बाद उनके निर्वाचन क्षेत्र में बस सेवा फिर से शुरू की जाएगी. एचजेपी कार्यकर्ताओं का कहना है कि बलराम कुंडू के कामों के बावजूद उन्हें महम से हार मिली है तो वे मुफ्त में बसें क्यों चलवाते रहें.
2019 में चुनाव जीते थे बलराज कुंडू
आपको बता दें कि बलराज कुंडू साल 2019 में हरियाणा विधानसभा चुनाव में महम विधानसभा से जीते थे. साल 2019 में बलराज ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था और उन्होंने 49,418 वोट हासिल किए जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार, आनंद सिंह दांगी को 37,371 वोट मिले थे. लेकिन विधानसभा 2024 में आनंद सिंह दांगी के बेटे बलराम दांगी ने बलराज को हरा दिया.
बलराज ने साल 2017-18 में यहां पर लड़कियों के लिए फ्री बस सर्विस शुरू की थी. इस फ्री बस सर्विस के कारण इलाके की बहुत सी बेटियां बिना किसी परेशानी के स्कूल-कॉलेज जा पा रही थीं. साथ ही, बस का किराया मुफ्त होने से आर्थिक परेशानी भी नहीं थी. लेकिन अब एक बार फिर छात्राओं के लिए मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.