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कानपुर के 85 वर्षीय बुजुर्ग ने घर से डाला वोट...चुनाव आयोग घर-घर जाकर करा रही मतदान

अपनी लाचारी के चलते मतदान करने बूथ तक न जा पाने वाले बुजुर्गो और विकलांगो के लिए चुनाव आयोग की नई व्यवस्था निकाली है, जो सभी को खूब भा रही है. इस बार चुनाव आयोग ऐसे लोगो को घर जाकर पूरी गोपनीयता से पोस्टल बैलेट से मतदान करा रहा है.

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हाइलाइट्स
  • अब तक 991 वोटरों ने कराया रजिस्ट्रेशन

  • इम्तियाज ने घर बैठे दिया वोट

अपनी लाचारी के चलते मतदान करने बूथ तक न जा पाने वाले बुजुर्गो और विकलांगो  के लिए चुनाव आयोग की नई व्यवस्था निकाली है, जो सभी को खूब भा रही है. इस बार चुनाव आयोग ऐसे लोगो को घर जाकर पूरी गोपनीयता से पोस्टल बैलेट से मतदान करा रहा है. आज कानपूर में 85 वर्षीय इम्तियाज अली ने जब अपने घर पहुंचे मतदान कर्मियों के साथ अपने मतदान अधिकार का प्रयोग किया तो उनकी धुंधली हो चुकी आंखों की चमक जाग गई.  कानपुर में ऐसे 991 लोगों के घर घर जाकर मतदान कर्मी मतदान करा रहे हैं. 

इम्तियाज ने घर बैठे दिया वोट
कांपते हाथ बिस्तर पर बेजार हो चुकी जिंदगी और हाथों में पकडे़ अपने चुनावी अधिकार का मतदान कार्ड ऐसा नजारा शायद पहले किसी ने सोचा भी न होगा. पिच्चासी वर्षीय बुजुर्ग इम्तियाज अली जब बिस्तर से उठाने में भी लाचार हो ऐसे में वह चुनाव में अपने मन पसंद प्रत्यासी को वोट भी दे सकते हैं ये शायद ही उन्होंने सोचा होगा. लेकिन ये हकीकत है. आज घर बैठे इम्तियाज अपना मतदान कर रहे हैं. मतदान के बाद बुजुर्ग ने चुनाव आयोग का शुक्रिया करते हुए कहा कि पिच्चासी साल में मैंने कितने मतदान किये ध्यान नहीं है लेकिन जो लोग मतदान करने नहीं जाते उनको मेरा सन्देश है की वो अपने अधिकार का आदर करें और वोट दें. 

अब तक 991 वोटरों ने कराया रजिस्ट्रेशन
चुनाव आयोग ने इस बार कानपुर में लाचार, विकलांगो और बुजुर्गों के लिए घर बैठे मतदान की सुविधा दी है. मतदान की एक टीम पूरे मतदान सिस्टम के साथ ऐसे लोगो के घर जाकर मतदान करा रही है. ऐसे में मतदान करते वक्त पूरी गोपनीयता बरती जाती है.  इसके बाद वोटर के सामने ही उसका मतपत्र पूरी गोपनीयता के साथ सील किया जाता है. कानपुर में ऐसे 991 वोटरों ने अपने मतदान का रजिस्ट्रेशन कराया है. इनमें 724 बुजुर्ग हैं जबकि 267 विकलांग हैं. कानपुर प्रशासन 10 तारीख से 14 तारीख तक  इसका अभियान चला रही है. 

बेटी ने जताई खुशी
इम्तियाज अली की बेटी ने कहा कि मेरे अब्बू मतदान के बहुत शौकीन हैं, लेकिन इस बार वह मतदान नहीं कर सकते थे. हालांकि चुनाव आयोग की इस व्यवस्था से हम सब बहुत खुश हैं क्योंकि मेरे अब्बू का मतदान का अरमान पूरा हो गया. पिच्चासी वर्षीया बुजुर्ग से लेकर शहर के सौ वर्षीय तक कई वोटर अपने घर में पोस्टल बैलेट से वोट कर रहे हैं. खुद चुनाव आब्जर्वर बुजुर्ग मतदाताओं का जोश देखकर उत्साहित हैं. 

(कानपुर से रंजय सिंह की रिपोर्ट)