
राजस्थान में करनपुर विधानसभा सीट (Karanpur Assembly constituency) पर हुए चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार रुपिन्द्र सिंह कुन्नर ने बड़ी जीत हासिल की है. रुपिन्द्र सिंह कुन्नर ने बीजेपी उम्मीदवार और राजस्थान सरकार में मंत्री सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को हराया है. पिछले दिनों हुए राजस्थान विधानसभा चुनाव में करनपुर सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार गुरमीत सिंह कुनर के निधन के कारण वोटिंग स्थगित कर दी गई थी. इसके बाद 5 जनवरी को इस सीट पर वोट डाले गए और आज यानी 8 जनवरी को नतीजे आए. इस सीट पर रुपिन्द्र सिंह कुन्नर ने सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को 12570 वोटों से हराया.
बिना चुनाव जीते मंत्री बनाए थे टीटी -
सुरेंद्रपाल सिंह को राजस्थान में भजनलाल शर्मा की अगुवाई में पिछले दिनों गठित सरकार की कैबिनेट में शामिल कर बीजेपी की तरफ से बड़ा दांव खेला गया था. क्योंकि सुरेंद्रपाल किसी भी सीट से विधायक नहीं थे. सुरेंद्रपाल सिंह को भजनलाल शर्मा की कैबिनेट में बतौर स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री बनाया गया. यहीं नहीं, सुरेंद्रपाल को इंदिरा गांधी नहर और अल्पसंख्यक मामलों व वक्फ बोर्ड समेत 4 मंत्रालय भी दिए गए.
कांग्रेस ने इस मामले को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी. कांग्रेस का कहना था कि बीजेपी ने अपने विधायक उमीदवार को मंत्री बनाकर वोटरों को लुभाने की कोशिश की है. लेकिन बीजेपी का यह दांव काम नहीं कर पाया. कांग्रेस उम्मीदवार रुपिंदर सिंह को पिता के निधन की सहानुभूति मिली और वो विजयी रहे.
कौन हैं रुपिंदर सिंह कुन्नर-
रुपिन्द्र सिंह कुन्नर कांग्रेस लीडर गुरमीत सिंह कुन्नर के बेटे हैं. गुरमीत सिंह कुन्नर का विधानसभा चुनाव के दौरान निधन हो गया था. जिसकी वजह से करनपुर सीट पर विधानसभा चुनाव को टाल दिया गया था. करनपुर सीट से साल 2018 विधानसभा चुनाव में गुरमीत सिंह कुन्नर ने कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी. गुरमीत सिंह 3 बार विधायक रहे थे और राजस्थान सरकार में राज्यमंत्री भी रहे.
43 साल के रुपिन्द्र सिंह गंगानगर जिले के तहसील पदमपुर स्थित गांव 25 बीबी के रहने वाले हैं. चुनावी हलफनामे के मुताबिक रुपिन्द्र सिंह की पढ़ाई 12वीं क्लास तक हुई है. इन्होंने 1996 में कानपुर स्थित गुरु नानक पब्लिक स्कूल से 12वीं की परीक्षा पास की थी. रुपिन्द्र सिंह के खिलाफ कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
सूबे में बीजेपी की है सरकार-
राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए 200 सीटों वाले में से 199 सीटों पर 25 नवंबर को वोट डाले गए थे और 3 दिसंबर को नतीजे आए थे. जिसमें बीजेपी ने 115 सीटों पर जीत दर्ज की थी. जबकि कांग्रेस को 69 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. करणपुर सीट पर जीत के बाद सूबे में कांग्रेस के 70 विधायक हो गए हैं. बहुजन समाज पार्टी को 2 सीटों पर जीत मिली थी.
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