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Maharashtra Assembly Election 2024: पेटी में बंद महाराष्ट्र का फ्यूचर, किसके हाथ आएगी सत्ता, Sharad Pawar से लेकर Devendra Fadnavis तक… जानिए पिछले चुनावों में सिटिंग CM का कैसा रहा प्रदर्शन?

Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 (Maharashtra Assembly Election 2024 Voting) की वोटिंग खत्म हो गई. जनता का फरमान 23 नवंबर (Maharashtra Assembly Election Result) को पता चलेगा. महायुति (Mahayuti) और महाविकास अघाड़ी (MVA) के बीच सत्ता की लड़ाई है. पिछले चुनाव में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों का प्रदर्शन कैसा रहा था? इस बारे में जानिए.

Maharashtra Assembly Election 2024 (Photo Credit: India Today) Maharashtra Assembly Election 2024 (Photo Credit: India Today)
हाइलाइट्स
  • महाराष्ट्र में वोटिंग खत्म हो गई है

  • महाराष्ट्र चुनाव का रिज़ल्ट 23 नवंबर को आएगा

Maharashtra Assembly Election 2024:  महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की वोटिंग (Maharashtra Assembly Election 2024 Voting) खत्म हो गई है. महाराष्ट्र की जनता ने इस चुनाव में बढ़-चढ़कर वोटिंग की है. महाराष्ट्र का भविष्य ईवीएम में बंद हो गया है. 23 नवंबर (Maharashtra Assembly Election Result) को पता चल जाएगा कि महाराष्ट्र में किसकी सत्ता आएगी?

महाराष्ट्र में 288 सीटों पर वोटिंग हुई है. महाराष्ट्र में इस बार पार्टियों की बीच नहीं बल्कि दो गठबंधनों के बीच सत्ता की लड़ाई चल रही है. चुनाव में महायुति (Mahayuti) और महाविकास अघाड़ी (MVA) एक-दूसरे के आमने-सामने हैं. महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस (Congress), एनसीपी शरद पवार (NCP) और शिवसेना यूबीटी (Shiv Sena UBT) है. वहीं महायुति में भाजपा (BJP), एनसीपी अजित और शिवेसना शिंदे गुट है.

महायुति में भाजपा सबसे ज़्यादा 149 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. शिवसेना 81 और एनसीपी 59 सीटों पर चुनावी मैदान में है. वहीं महाविकास अघाड़ी में कांग्रेस ने 101 सीट पर प्रत्याशी उतारे हैं. इसके अलावा शिवसेना यूबीटी के 95 और एनसीपी शरद के 85 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं.

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इसके अलावा चुनाव में राज ठाकरे की मनसे, बहुजन विकास अघाड़ी और कई छोटी-छोटी पार्टियां भी हैं. महायुति दोबारा सत्ता में आना चाहती है. वहीं महाविकास अघाड़ी सत्ता पाने को बेक़रार है. सत्ता किसके हाथ आएगी? 23 नवंबर के दिन पता चल जाएगा. महाराष्ट्र के पिछले चुनावों में मौजूदा मुख्यमंत्री का कैसा प्रदर्शन रहा? इस पर नज़र डालते हैं.

यशवंतराव चव्हाण

यशवंतराव चव्हाण (Yashwantrao Chavan) महाराष्ट्र के पहले मुख्यमंत्री थे. 1960 में यशवंतराव चव्हाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे. उससे पहले महाराष्ट्र को बॉम्बे स्टेट कहा जाता था. 1960 में भाषा के आधार पर महाराष्ट्र राज्य बनाया गया था. यशवंतराव चव्हाण 1957 के चुनाव में कराद विधानसभा से चुनाव असेंबली पहुंचे थे. 1962 में यशवंतराव चव्हाण देश के रक्षा मंत्री बन गए. इसके बाद यशवंतराव चव्हाण केन्द्र की राजनीति में रहे.

शरद पवार

एनसीपी चीफ़ शरद पवार (Sharad Pawar) यशवंतराव चव्हाण को अपना गुरू मानते थे. शरद पवार ने अपनी राजनीति की शुरूआत कांग्रेस से की थी. 1967 में पहली बार बारामती से विधायक बने. 1978 में वसंत दादा पाटिल की सरकार तोड़कर ख़ुद मुख्यमंत्री बन गए. 1988 में शरद पवार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने. 1990 के चुनाव में शरद पवार भी जीते और कांग्रेस भी सत्ता में आई.  1993 के बम धमाके की। वजह से 1995 के चुनाव में शरद पवार सत्ता में नहीं लौट पाए.

विलासराव देशमुख

विलासराव देशमुख (Vilasrao Deshmukh) दो बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे. 1995 में देशमुख चुनाव हार गए थे लेकिन 1999 में लातूर से जीते. कांग्रेस ने 1999 में विलासराव देशमुख को मुख्यमंत्री बनाया. चुनाव के एक साल पहले देशमुख को हटाकर सुशील शिंदे को मुख्यमंत्री बन गए. 2004 में जब कांग्रेस जीत गई तो सत्ता की कमान फिर से विलासराव देशमुख को दे दी गई. विलासराव देशमुख 2008 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे. चुनाव से पहले 2008 में फिर से कांग्रेस ने मुख्यमंत्री बदल दिया.

देवेन्द्र फडणवीस

देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) महाराष्ट्र में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री हैं. साल 2014 में देवेन्द्र फडणवीस पहली बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री है. देवेन्द्र फडणवीस कार्यकाल पूरा करने वाले दूसरे मुख्यमंत्री हैं. देवेन्द्र फडणवीस के नाम सबसे कम समय के लिए भी मुख्यमंत्री बने रहने का रिकॉर्ड है. 2019 में देवेन्द्र फडणवीस की अगुवाई में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी तो बनी लेकिन सत्ता में नहीं आ पाई. हालांकि, 2022 में बीजेपी शिवसेना की बग़ावत के चलते सरकार में वापस आ गई.

उद्धव ठाकरे

उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) अपने पिता बाला साहेब ठाकरे की तरह किसी भी पॉलिटिकल पोस्ट से दूर थे लेकिन 2019 में ये बदल गया. 2019 में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. 2019 में उद्धव ने सरकार बनाने के लिए कांग्रेस और एनसीपी को साथ में लिया. इस गठबंधन को महाविकास अघाड़ी नाम दिया गया. बाद में 2022 में एकनाथ शिंदे की बग़ावत के चलते उद्धव ठाकरे से सीएम की कुर्सी और शिवसेना चली गई. इस चुनाव में सबसे बड़ी लड़ाई असली शिवसेना की भी है.

एकनाथ शिंदे

एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) महाराष्ट्र के मौजूदा मुख्यमंत्री हैं. एकनाथ शिंदे थाणे विधानसभा से ताल्लुक रखते हैं. एकनाथ शिंदे शिवसेना के सबसे कट्टर सिपाही में गिने जाते रहे हैं. 2022 में उद्धव ठाकरे से बग़ावत कर बीजेपी से हाथ मिला लिया. तब से एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री है. इस चुनाव में एकनाथ शिंदे अपनी साख बचाने के लिए उतरे हैं.