
Manipur Vidhan Sabha Chunav Results 2022 Updates: मणिपुर विधानसभा चुनाव के शुरूआती रूझान आने लगे हैं. इनके मुताबिक सत्तारूढ़ बीजेपी आगे चल रही है. विपक्षी दल कांग्रेस को इस बार भी निराशा हाथ लगती नजर आ रही है.
राज्य में मतगणना सुबह 8 बजे से जारी है. इस चुनाव में कई सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिलने वाली है. बता दें, प्रदेश में 60 सीटों पर काउंटिंग हो रही है.
UPDATES:
कांग्रेस उम्मीदवार सरतचंद्र सिंह को 6486 वोटों के मुकाबले सीएम एन. बीरेन सिंह को 24268 वोट
मणिपुर में थौबल से पूर्व सीएम ओकराम इबोबी सिंह आगे
मणिपुर में बीजेपी 19 सीटों, कांग्रेस 3, एनपीपी 9, एनपीएफ 4 और जेडीयू 3 सीटों पर आगे
कांग्रेस उम्मीदवार को 5985 वोटों के मुकाबले सीएम एन बीरेन सिंह को 22498 वोट
सीएम एन बीरेन सिंह 7041 वोटों से आगे
#ManipurElections2022 | BJP leading on 6 seats, JD(U) on 2, Congress on 1 as per EC. pic.twitter.com/Oo53WWF9Jt
— ANI (@ANI) March 10, 2022
बता दें, गिनती से पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इम्फाल के श्री गोविंदजी मंदिर में पूजा-अर्चना की है.
Manipur CM N Biren Singh offers prayers at Shree Govindajee Temple in Imphal, on verdict day for Assembly elections pic.twitter.com/zy4GyzwqzG
— ANI (@ANI) March 10, 2022
क्या कहते हैं एग्जिट पोल के नतीजे?
इंडिया टुडे-एक्सिस माय इंडिया एग्जिट पोल के मुताबिक मणिपुर में बीजेपी को 33 से 43 सीटें और कांग्रेस को 4 से 8 सीटें मिलने का अनुमान है. एग्जिट पोल की मानें, तो बीजेपी के हिस्से में 41% वोट यानि 33 से 43 सीटें आ सकती हैं. वहीं कांग्रेस के हिस्से में 18% वोट यानि 4-8 सीटों पर ये सिमट सकती है. वहीं, एनपीएफ 16% वोट यानि करीब 4-8 सीट हासिल कर कर सकती है और एनपीपी 8% वोट के साथ 4-8 सीटों पर सिमट सकती है.
2017 में बीजेपी ने बनाई थी सरकार
आपको बताते चलें, 2017 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने सरकार बनाई थी. ऐसे में उनके ऊपर सत्ता को बचाने की चुनौती है. पिछले विधानसभा चुनावों में बीजेपी 24 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप में उभरी थी. वहीं कांग्रेस के हिस्से में 17 सीटें आई थीं. बीजेपी ने एनपीएफ, एलजेपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन में सरकार बनाई थी.
1967 में हुए थे पहली बार विधानसभा चुनाव
दरअसल, इस केंद्र शासित प्रदेश में 1967 में पहली बार विधानसभा चुनाव हुए थे. उस वक्त भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने सबसे अधिक सीटें जीतीं और मैरेम्बम कोइरेंग सिंह को मणिपुर के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था. इसके बाद, 1972 में मणिपुर में 60 सीटों पर विधानसभा चुनाव कराए गए थे. इस साल भी कांग्रेस ने ही सबसे ज्यादा सीटें जीती थीं. कुछ समय बाद मणिपुर को एक केंद्र शासित प्रदेश से एक राज्य के रूप में बदल दिया गया था, जिसके बाद इसकी विधानसभा का आकार 30 से बढ़ाकर 60 सदस्यों तक कर दिया गया.