
दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Elections 2025) में अब कुछ ही दिन बचे हैं. 5 फरवरी को दिल्ली में 70 सीटों पर वोटिंग होनी है. दिल्ली में इस बार आप (AAP) और बीजेपी (BJP) के साथ कांग्रेस (Congress) भी टक्कर में है. 5 फरवरी को वोटिंग है और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे.
वोटिंग से पहले लोगों के वोट के लिए उम्मीद हर भरसक कोशिश करने में लगे हुए हैं. प्रत्याशी जीतने के लिए धन-बल का इस्तेमाल करने में लगे हुए हैं. दिल्ली के विधानसभा चुनाव में जमकर पैसे, ड्रग्स और शराब का इस्तेमाल हो रहा है.
यह खुलासा चुनाव आयोग की रिपोर्ट से हुआ है. इस रिपोर्ट में आयोग ने अलग-अलग आइटम्स की जब्ती का डेटा जारी किया है. दिल्ली के हाई प्रोफाइल चुनाव में अब तक 215 करोड़ से ज्यादा के कैश, ड्रग्स और शराब जैसे आइटम सीज किए जा चुके हैं.
38 करोड़ कैश जब्त
दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब तक 38.64 करोड़ रुपए से ज्यादा कैश बरामद किया गया है. पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2020 के विधानसभा चुनाव में 12.81 करोड़ रुपए जप्त किए गए थे.
आंकड़ों में देखें तो जितना कैश अभी तक पकड़ा गया है. वह पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 202% ज्यादा है. दिल्ली चुनाव में अभी तक 88 करोड़ रुपए से ज्यादा का नारकोटिक्स और ड्रग्स सीज किया जा चुका है. ये पिछले चुनाव में जप्त किए गए 8 करोड़ के नारकोटिक्स से 1000% से भी ज्यादा है.
सोना-चांदी भी बरामद
इस बार के चुनाव में सोना चांदी जैसे आइटम भी काफी पकड़े गए हैं. पिछले चुनाव में 33 करोड़ से ज्यादा का सोना चांदी चुनाव आयोग ने पकड़ा था. 2025 चुनाव में लगभग 81 करोड़ का बुलियन जब्त हो चुका है जो पिछली बार की तुलना में लगभग 140% ज्यादा है.
शराब घोटाला चुनावी मुद्दा
दिल्ली चुनाव के लिए प्रचार सोमवार को खत्म हो रहा है. सारी पार्टियां एक दूसरे पर आरोप लगाती हैं कि वह शराब से वोट की पॉलिटिक्स करते हैं. इस बार अब तक 4 करोड़ 94 लाख रुपए कीमत की शराब पकड़ी गई है.
5 साल पहले हुए चुनाव में 2 करोड़ 91 लाख रुपए की शराब जप्त की गई थी. इस चुनाव में 70% ज्यादा शराब पकड़ी गई है. शराब और ड्रग्स जैसी वस्तुओं का सीजर यह दिखाता है कि न सिर्फ कैश बल्कि नशा भी चुनाव में बड़ा रोल रखते हैं.
दर्ज हुए मामले
दिल्ली चुनाव में पैसों, शराब और ड्रग्स का खेल चल रहा है. ऐसे में चुनाव आयोग के लिए भी चुनौती काफी बड़ी है. ऐसे मामलों में धर पकड़ तो की ही जा रही है. साथ ही चुनाव आयोग ने अब तक लगभग 2700 आपराधिक मामले भी दर्ज किए गए हैं.
चुनाव आयोग ने पिछले चुनाव की तुलना में अब तक 650 से ज्यादा मामले दर्ज किए हैं. अब भी वोटिंग में 2 दिनों का वक्त बचा है. चुनाव आयोग की कार्रवाई जारी रहेगी. ये संख्या और बढ़ने की आशंका है.